सुषमा स्वराज का जीवन परिचय | Susma Swaraj in hindi

सुषमा स्वराज कौन थी About Sushma Swaraj in hindi उनकी जीवनी के बारे में लेख में हम जानेंगे कि Sushma Swaraj का जीवन परिचय उनका जन्म कहा हुआ था सुषमा स्वराज का विवाह एवं राजनीतिक जीवन के बारें में , उनका व्यक्तित्व कैसा था और कौन कौन से पुरस्कार मिले और उनकी मृत्यु के बारे में पूरी जानकारी पाने वाले हैं

भारत के राजनीति में  कई महिला नेता रही चुकी हैं भारत की राजनीति में अपनी अहम भूमिका निभाई जिसमें सुषमा स्वराज एक जानी-मानी तेज तरार भारत की पूर्व विदेश मंत्री और सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व अधिवक्ता थी जिन्होंने अपने नाम कई रिकॉर्ड कायम किए हैं

दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज ही बनी थी सुषमा स्वराज अटल बिहारी बाजपेई नरेंद्र मोदी के सरकार में कई मंत्री पद पर रही है आइए हम लोग इस लेख में सुषमा स्वराज का जन्‍म कहां हुआ उनका विवाह उनका शिक्षा राजनीतिक जीवन उनका व्यक्तित्व आदि के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं.

About Sushma Swaraj in Hindi

Sushma Swaraj भारतीय जनता पार्टी की एक प्रखर नेता पूर्व विदेश मंत्री और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री थी उनका जीवन राजनीति में ही बीत गया Sushma Swaraj बहुत तेज तर्रार एक राजनेता थी वह सबसे कम उम्र में ही राजनीति में आने वाली एक महिला नेता थी.

वह भारतीय जनता पार्टी की नेता और पूर्व विदेश मंत्री थी सुषमा स्वराज 7 बार सांसद और तीन बार विधानसभा सदस्य भी चुनी जाने वाली प्रखर नेता थी वह एक सर्वश्रेष्ठ वक्ता भी थी जब वह भाषण देने लगती थी सभी ध्यान लगाकर उनका भाषण सुनने लगते थे Sushma Swaraj एक वकील भी थी.

About Sushma Swaraj in hindi
Smt. Sushma Swaraj taking charge as the Union Minister for External Affairs, in New Delhi on May 28, 2014.

दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज जी थी सुषमा स्वराज राजनीति के साथ सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों में भी हमेशा जुड़ी रहती थी 2014 में जब नरेंद्र मोदी का सरकार बना उसमें सुषमा स्वराज को विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया

भारतीय जनता पार्टी में जितनी भी महिला नेता है उनमें सुषमा स्वराज का नाम सबसे प्रसिद्ध है और एक तेजतर्रार नेताओं में गिनी जाती थी विदेश मंत्री बनने से पहले उस सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व अधिवक्ता भी रह चुकी थी. सुषमा स्वराज को 1973 में पंजाब विश्वविद्यालय से एक सर्वोच्च वक्ता का सम्मान प्राप्त था

सुषमा स्वराज का जन्म 

भारतीय जनता पार्टी की प्रखर महिला नेता Sushma Swaraj का जन्म 14 फरवरी 1952 को हुआ था हरियाणा के अंबाला छावनी की रहने वाली थी उनके पिता का नाम देव शर्मा था और उनकी माता का नाम लक्ष्मी देवी था सुषमा स्वराज के पिताजी एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य थे.

नामसुषमा स्वराज
जन्‍म14 फरवरी 1952
जन्‍म स्‍थानहरियाणा के अंबाला छावनी
पिता का नामदेव शर्मा
माता का नामलक्ष्मी देवी
पति का नामस्वराज कौशल
शिक्षाराजनीति विज्ञान और संस्कृत से ग्रेजुएशन, एलएलबी, एनसीसी का सर्वश्रेष्ठ केडेट
पुत्रीवंसुरी कौशल
कार्यक्षेत्रदिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री, भारत की पूर्व विदेश मंत्री, पहली महिला प्रवक्ता
सम्‍मान और पुरस्‍कारसर्वश्रेष्ठ सांसद का भी पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ स्पीकर का पुरस्कार
मृत्‍यु6 अगस्त 2019

 

सुषमा स्वराज की शिक्षा 

उनका प्रारंभिक शिक्षा अंबाला छावनी के महाविद्यालय से हुआ था उन्होंने वहीं से राजनीति विज्ञान और संस्कृत से ग्रेजुएशन किया था और उन्होंने चंडीगढ़ पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की थी Sushma Swaraj शुरू से ही राजनीति में बढ़-चढ़कर भाग लेती थी और उनका इसमें बहुत मन लगता था .

उन्हें शास्त्रीय संगीत कविता ललित कला और नाटक में भी शामिल होने में मन लगता था और वह इस में बढ़ चढ़कर हिस्सा भी लेती थी Sushma Swaraj को कविता और साहित्य से बहुत प्रेम था वह एनसीसी का सर्वश्रेष्ठ केडेट भी रही है

उन्हें हरियाणा में भाषा विभाग में तीन बार सर्वश्रेष्ठ हिंदी अध्यक्ष का पुरस्कार भी मिला था सुषमा स्वराज में बहुत सारे गुण थे वह बयान बाजी प्रतियोगिता वाद-विवाद नाटक अन्य सांस्कृतिक समारोह में भी भाग लेती थी और उसमें कई सारे पुरस्कार भी जीती थी.

सुषमा स्वराज का विवाह 

उनका विवाह स्वराज कौशल से हुआ था उनका विवाह 13 जुलाई 1975 को हुआ था स्वराज कौशल सर्वोच्च न्यायालय के सबसे वरिष्ठ वकील थे और वह 1990 में मिजोरम के राज्यपाल भी चुने गए थे

स्वराज कौशल 1998 से 2000 तक संसद के सदस्य भी रहे हैं Sushma Swaraj और स्वराज कौशल की एक बेटी भी है जिसका नाम वंसुरी कौशल है वह भी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में ला में बैरिस्टर है.

सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल 6 बार राज्यसभा के सांसद भी रहे स्वराज कौशल सबसे कम उम्र के राज्यपाल बनने वाले व्यक्ति हैं सुषमा स्वराज और उनके पति स्वराज कौशल को एक विशेष दंपति के रूप में लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज किया गया है.

सुषमा स्वराज का व्यक्तित्व 

वह एक महान राजनीतिज्ञ थी और एक विनम्र इंसान भी थी वह बहुत ही शांत स्वभाव की महिला थी उन्हें कई भाषाओं का भी ज्ञान था जैसे कि हिंदी अंग्रेजी संस्कृत हरियाणवी पंजाबी उर्दू कन्‍नड आदि भाषाओं का उन्हें ज्ञान था वह जब भी शपथ लेती थी तो संस्कृत में ही लेती थी

क्योंकि उन्हें संस्कृत भाषा से बहुत लगाव था वह संस्कृत में भाषण भी दिया करती थी उन्हें हिंदी से भी बहुत लगाव था हिंदी भाषा को  आधिकारिक भाषा बनाने के लिए उन्होंने बहुत प्रयत्न किया था उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई के साथ भी कार्य किया और अटल बिहारी वाजपेई के बहुत लोकप्रिय नेता और वक्ता थी.

Sushma Swaraj एक ऐसी नेता थी कि जब भी वह भाषण देती थी उनके भाषण में किसी भी तरह का बनावटीपन नहीं लगता था और उनके भाषण में ज्यादातर हिंदी और तत्सम शब्द ज्यादा प्रयोग होते थे

2016 में संयुक्त राष्ट्र में सुषमा स्वराज विदेश मंत्री के तौर पर हिंदी में भाषण दिया था और उनके इस भाषण का चर्चा पूरे देश में हो रही थी विश्व हिंदी सम्मेलन में भी सुषमा स्वराज बहुत ही जोरो शोरो और बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती थी

हिंदी भाषा को एक अधिकारिक भाषा बनाने के लिए उन्होंने बहुत ही प्रयत्न किए जब भी Sushma Swaraj मंत्री पद का शपथ लेती थी तो हमेशा वह संस्कृत भाषा में ही शपथ लेती थी हिंदी भाषा और संस्कृत भाषा से सुषमा स्वराज का बहुत लगाव था ज्यादातर अवसरों पर जब भी वह भाषण देती थी तो संस्कृत भाषा का ही उपयोग करके भाषण देती थी

2012 में जब साउथ इंडिया एजुकेशन सोसायटी में सुषमा स्वराज गई थी वहां पर अनेक संस्कृत के विद्वान भी कई जगहों से आए हुए थे वहां पर सुषमा स्वराज को जो भाषण के लिए बुलाया गया तो उन्होंने संस्कृत भाषा में ही भाषण दिया.

वहां पर उन्हें पुरस्कार भी दिया गया जो पुरस्कार सुषमा स्वराज को मिला था उस सम्मान में जो भी धनराशि मिले थे उसे उन्होंने उसी संस्था को लौटा दिया और उन्होंने संस्कृत भाषा को प्रचारित प्रसारित करने के लिए उस पैसा को लगाने के लिए कहा.

सुषमा स्वराज का राजनीतिक जीवन 

उन्‍होंने अपना राजनीतिक जीवन का शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में किया था वह अपने कॉलेज में भी बढ़ चढ़ के हिस्सा लेती थी उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में भी बहुत बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था

इंदिरा गांधी के शासन में जब आपातकाल लगा था उस समय भी Sushma Swaraj ने आपात काल का पूरा विरोध किया था और उसके बाद वह पूर्ण रूप से राजनीति से जुड़ गई सुषमा स्वराज क बहुत प्रखर वक्ता थी वह जब भी भाषण देती थी लोग अपने सारे काम छोड़ कर उनका भाषण ही सुनने लगते थे

क्योंकि उनका भाषण बनावटी नहीं होता था वह हिंदी सम्मेलनों में बहुत बढ़-चढ़कर भाग लेती थी. Sushma Swaraj 25 वर्ष की उम्र में हरियाणा के विधानसभा के सदस्य चुनी गई थी उसके बाद वह हरियाणा सरकार में श्रम और रोजगार विभाग में कैबिनेट मंत्री भी रही हैं

उन्होंने बहुत सारे विभागों में कार्य किया जैसे कि शिक्षा खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग में कैबिनेट मंत्री भी रही फिर 1990 में राज्यसभा के सदस्य चुनी गई.सुषमा स्वराज 2009 में भारतीय जनता पार्टी के तरफ से विपक्ष की नेता बनी भारत की 15वीं लोकसभा में व प्रतिपक्ष की नेता बनी थी

लेकिन इससे पहले भी सुषमा स्वराज केंद्रीय मंत्रिमंडल में कार्य कर चुकी थीवह 7 बार सांसद और तीन बार विधानसभा सदस्य भी चुनी गई है दिल्ली की पहली मुख्यमंत्री Sushma Swaraj ही थी भारतीय जनता पार्टी सरकार में भारत की विदेश मंत्री भी चुनी गई थी

सुषमा स्वराज भारत के राजनीतिक पार्टी की पहली महिला प्रवक्ता थी.2015 में जब बैंकॉक में 16 वां विश्व संस्कृत सम्मेलन लगा था तो उसमें सुषमा स्वराज मुख्य अतिथि के रूप में वहां गई थी और वहां पर भी उन्होंने संस्कृत भाषा में ही भाषण दिया था

सुषमा स्वराज को कई भाषाओं का ज्ञान था जैसे कि हिंदी अंग्रेजी फ्लूएंट हरियाणवी संस्कृत उर्दू पंजाबी कन्नड़ आदि कर्नाटक से जब उन्होंने चुनाव लड़ा था उसी समय उन्होंने कन्नड़ भाषा भी सीखा था

जिस तरह अटल बिहारी बाजपेई एक बहुत ही लोकप्रिय पर प्रसिद्ध वक्ता थे भाषा का उन्हें ज्ञान था उसी तरह सुषमा स्वराज भी एक बहुत ही ओजस्वी प्रखर और प्रभावी सांसद के साथ लोकप्रिय वक्ता अटल बिहारी के बाद गिनी जाती थी.

Sushma Swaraj को मिले पुरस्कार 

भारतीय जनता पार्टी की प्रखर लोकप्रिय नेता और भारत के पूर्व विदेश मंत्री और दिल्ली के पहली मुख्यमंत्री Sushma Swaraj को उनके शानदार और बेहतरीन राजनीतिक जीवन कैरियर के लिए कई सारे पुरस्कार भी मिले हैं उनके व्यक्तित्व से प्रभावित होकर उन्हें बहुत सारे पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है जैसे कि

  • हरियाणा विधानसभा से उन्हें सर्वश्रेष्ठ स्पीकर का पुरस्कार मिला था.
  • दो बार उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का भी पुरस्कार मिला है.
  • उन्हें राजनीतिक पार्टी की पहली महिला वक्ता बनने का भी रिकॉर्ड उनके नाम है.
  • दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का भी सम्मान उनके नाम है.

सुषमा स्वराज की मृत्यु  

Sushma Swaraj का मृत्यु 6 अगस्त 2019 को हुआ था वह एक बहुत ही प्रखर राजनेता और वक्ता विदेश मंत्री दिल्ली की पहली मुख्यमंत्री थी बहुत कम उम्र में उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था और लास्ट समय तक वह राजनीति से जुड़ी रही Sushma Swaraj के जाने से राजनीति में उनका जगह रिक्त हो गया उनका जगह कोई नहीं ले सकता है.

सुषमा स्वराज हमेशा राजनीति में सक्रिय रही वह जब तक राजनीति से जुड़ी रही अपने नाम कई उपलब्धियां हासिल करती रही वह सभी महिलाओं के लिए एक आदर्श लोकप्रिय नेता थी

2019 में उन्होंने अपने खराब स्वास्थ्य की वजह से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया सुषमा स्वराज के जाने से राजनीति में एक बहुत ही बड़ी क्षति हो गई शायद ही सुषमा स्वराज की तरह तेज तर्रार और प्रखर नेता दुबारा कोई बन सके. ‌

सारांश 

सुषमा स्वराज ने अपने राजनीतिक जीवन में बहुत सारी उपलब्धियां हासिल की है शुरू से ही छात्रा के जीवन से ही उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल की एक तेज तर्रार छात्रा एक तेज तर्रार वक्ता रही.

सुषमा स्वराज एक पहली महिला प्रतिपक्ष चुने गए दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी राजनीतिक में पहली महिला प्रवक्ता बनी भाजपा की पहली कैबिनेट मंत्री बनने का उपलब्धि हासिल किया आदि उपलब्धियां उनके नाम है सुषमा स्वराज हर एक महिलाओं के लिए आदर्श है.

इस लेख में प्रखर नेता प्रखर वक्ता सुषमा स्वराज इन हिन्‍दी के बारे में पूरी जानकारी दी गई है फिर भी अगर इस लेख से संबंधित कोई सवाल आपके मन में है तो कृपया कमेंट करके जरूर पूछें.

सुषमा स्वराज इन हिन्‍दी के बारे में इस लेख मैंने पूरी जानकारी देने की कोशिश की है About Sushma Swaraj in hindi अगर आप लोगों को जानकारी अच्छी लगी हो तो हमें जरूर कमेंट करे और शेयर भी जरूर करें.

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