एक शिक्षक को गुरु और भगवान का दर्जा दिया जाता है. एक शिक्षक के द्वारा दिए गए योग्य शिक्षा के आधार पर ही एक स्टूडेंट अपना बेहतर फ्यूचर बनाते है. एक योग्य टीचर बनने के लिए ग्रेजुएशन के बाद बीएड का कोर्स करना आवश्यक होता है.
इस लेख में B.ED का फुल फॉर्म B ED Ka Full Form के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे.पहले टीचर की नौकरी प्राप्त करने के लिए ग्रेजुएशन की डिग्री जरूरी होती थी लेकिन वर्तमान समय में प्राइमरी टीचर मिडिल स्कूल का टीचर या हाई स्कूल का टीचर बनने के लिए बीएड कोर्स करना जरूरी हो गया है.
b.ed कोर्स एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री है. यह डिग्री प्राप्त करने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में प्राइवेट या गवर्नमेंट स्कूल में शिक्षक बनने योग्य माने जाते हैं. b.ed करने के बाद भारत में कई शिक्षक पात्रता परीक्षा दिया जाता है जिसको पास करके गवर्नमेंट स्कूल में टीचर बन सकते हैं.
b.ed के बाद टीईटी यानी कि टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट या सीटीईटी सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट एग्जाम पास करके टीचर की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं, तो आइए नीचे जानते हैं कि बीएड कितने साल का कोर्स होता है इसको करने के लिए क्या योग्यता जरूरी है b.ed कैसे कर सकते हैं और कहां से कर सकते हैं.
B.ED Ka Full Form
अगर किसी स्कूल में टीचर बनना चाहते हैं तो टीचर के हर एक स्किल को समझने के लिए जानने के लिए b.ed का कोर्स करना आवश्यक होता है. b.ed का फुल फॉर्म होता है.
यह एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री होता है. जिसको ग्रेजुएशन पास करने के बाद किया जाता है. यह 2 साल का एक कोर्स होता है. वैसे यह कोर्स पहले 1 साल में ही कराया जाता था।
B. ED Ka Full Farm | Bachelor of Education |

लेकिन बाद में इसे दो साल का कोर्स कर दीया गया. लेकिन 2018 के बाद इस कोर्स को 4 साल की अवधि में पूरा किया जा सकता है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आदेशानुसार इस कोर्स को और भी प्रोफेशनल बनाने के लिए 2 साल के जगह 4 साल की समय अविध कर दी गई हैं.
2018 के बाद बीएड को 4 सालों में पूरा किया जाने वाला एक इंटीग्रेटेड कोर्स का दर्जा दिया गया है. जो 12वीं पास करने के बाद ही बीएड का कोर्स करना चाहते हैं, वह 4 साल का इंटीग्रेटेड कोर्स कर सकते हैं.
जिसमें 3 साल में ग्रेजुएशन और 1 साल में b.ed का कोर्स कंप्लीट कराया जाता है. वैसे अभी भी 2 साल का b.ed कोर्स कराया जा रहा है क्योंकि जो व्यक्ति ग्रेजुएशन कर चुके हैं वह बीएड करना चाहते हैं तो उनके लिए 2 साल का बीएड कोर्स कंप्लीट कर सकते हैं.
B.ed Full Form In Hindi
वैसे तो कई लोग टीचिंग लाइन में जाना चाहते हैं बच्चों को पढ़ाने का उनका सपना होता है. लेकिन बच्चों को पढ़ाने के लिए एक बेहतर गुण आवश्यक होता है. यह गुण बीएड के कोर्स के दौरान बेहतर तरीके से सिखाया जाता है. b.ed का फुल फॉर्म इंग्लिश में बैचलर ऑफ एजुकेशन होता है इसे हिंदी में शिक्षा में स्नातक कहा जाता है.
बीएड के लिए योग्यता
बैचलर ऑफ एजुकेशन एक बहुत ही पॉपुलर कोर्स है. जिसे शिक्षा के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना होता है वह अधिकतर b.ed का कोर्स ही करते हैं. प्राइमरी, मिडिल या हाई स्कूल में टीचर की नौकरी प्राप्त करने के लिए बीएड का कोर्स करना आवश्यक होता है. इस कोर्स को इंटर के बाद या ग्रेजुएशन के बाद कंप्लीट कर सकते हैं. उसके लिए कुछ जरूरी योग्यताएं भी होनी आवश्यक है.
- 12वीं के बाद b.ed करने के लिए 12वीं में कम से कम 50 परसेंट मार्क्स से पास होना चाहिए.
- अगर ग्रेजुएशन के बाद बीएड का कोर्स करना चाहते हैं तो उसके लिए साइंस कॉमर्स या आर्ट्स किसी भी स्ट्रीम से स्नातक पास करें.
- ग्रेजुएशन में 50 परसेंट अंको से उत्तीर्ण होना आवश्यक है.
- ओबीसी या एससी एसटी कैटेगरी के कैंडिडेट को कुछ परसेंट छूट मिलता है.
B.ed कैसे करें
अगर आप बैचलर आफ एजुकेशन डिग्री प्राप्त करना चाहते हैं, तो सबसे पहले जिस कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते हैं, उसके बारे में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त कर लें.
कई ऐसे कॉलेज या यूनिवर्सिटी है, जहां से b.ed तो कराए जाते हैं लेकिन मान्यता प्राप्त नहीं होता है. b.ed की डिग्री उसी कॉलेज यूनिवर्सिटी से कंप्लीट करें जो एनसीटीई संस्था के द्वारा मान्यता प्राप्त हो.
NCTE का फुल फॉर्म National council of teacher education होता है. जिसे हिंदी में राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद कहा जाता है. यह एक भारत सरकार का संस्था है, जोकि राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद अधिनियम के द्वारा स्थापित किया गया है.
अगर कोई भी कॉलेज यूनिवर्सिटी इस संस्था से मान्यता प्राप्त है तो वहां से b.ed करने के बाद आपका बीएड का डिग्री भी एक मान्यता प्राप्त डिग्री माना जाएगा. किसी भी स्कूल या कॉलेज में अगर नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आसानी से प्राप्त कर सकते हैं.
इसीलिए किसी भी कॉलेज यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले उसके ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि वह कॉलेज मान्यता प्राप्त है या नहीं है
बीएड में एडमिशन प्रक्रिया
भारत में कई गवर्नमेंट और प्राइवेट बीएड कॉलेज है, जहां से b.ed की डिग्री प्राप्त किया जाता है. लेकिन b.ed का कोर्स करने के लिए दो तरह का प्रक्रिया होता है.
1. डायरेक्ट एडमिशन
अधिकतर कई प्राइवेट कॉलेज है जहां पर बीएड में एडमिशन डायरेक्ट मिल जाता है. वहां पर छात्र के ग्रेजुएशन या 12वीं के अंकों के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया कंप्लीट किया जाता है. अगर आपका ग्रेजुएशन में अच्छे नंबर है तो आपको डायरेक्ट एडमिशन मिल जाएगा.
2. एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर
अगर किसी गवर्नमेंट कॉलेज से बीएड करना चाहते हैं, तो पहले प्रवेश परीक्षा देना पड़ता है. अगर एंट्रेंस एग्जाम में पास कर जाते हैं तो ही गवर्नमेंट कॉलेज में बीएड कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं.
लेकिन अगर एंट्रेंस एग्जाम पास कर के एडमिशन लेते हैं तो प्राइवेट कॉलेज के मुकाबले गवर्नमेंट कॉलेज में बहुत ही कम फीस लगता है. वैसे हर राज्य का अलग-अलग एंट्रेंस एग्जाम होता है.
हर साल बीएड के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है जिसको कंप्लीट करके आप प्रयोग गवर्नमेंट कॉलेज से b.ed कर सकते हैं. एंट्रेंस एग्जाम देने के लिए ऑनलाइन फॉर्म अप्लाई कर सकते हैं या ऑफलाइन कॉलेज से जाकर फॉर्म भर के एंट्रेंस एग्जाम दे सकते हैं.
3. B.ed Entrance Exam
- IGNOU
- BHU UET
- DU B.ed entrance exam
- HPU B.ed
- IPU CET
- MAH B.ed CET
- RIE CEE
- AP EDCET
- VMOU B.ed
- Bihar B.ed CET
- GLAT
- TUEE
बीएड कोर्स सब्जेक्ट
ग्रेजुएशन अगर कॉमर्स साइंस या आर्ट्स स्ट्रीम से पास करते हैं तो भी b.ed कर सकते हैं. लेकिन जिस सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन का डिग्री कंप्लीट किए हैं वह सब्जेक्ट से दो सब्जेक्ट बीएड में भी रहना आवश्यक होता है.
जैसे अगर कोई स्टूडेंट ग्रेजुएशन में साइंस स्ट्रीम से पास किए हैं और वह बीएड करना चाहते हैं, तो उन्हें बीएड में केमिस्ट्री, फिजिक्स, मैथ आदि में से किसी भी दो सब्जेक्ट को लेना जरूरी होता है.
इसी तरह आर्ट्स या कॉमर्स से ग्रेजुएशन पास करने वाले छात्रों को भी बीएड में उनके ग्रेजुएशन से संबंधित दो सब्जेक्ट लेना जरूरी होता है. वैसे b.ed में कई सब्जेक्ट होते हैं जिसमें से कोई भी सब्जेक्ट लेकर b.ed की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं.
- हिंदी
- संस्कृत
- इंग्लिश
- मैथ
- फिजिक्स साइंस
- केमिस्ट्री
- बायोलॉजी
- जूलॉजी
- कंप्यूटर साइंस
- सोशल साइंस
- होम साइंस
- सोशियोलॉजी
- साइकोलॉजी
- पॉलिटिकल साइंस
- जियोग्राफी
- इकोनॉमिक्स
- हिस्ट्री.
बीएड कोर्स फीस
बीएड का कोर्स गवर्नमेंट कॉलेज या प्राइवेट कॉलेज से कर सकते हैं. प्राइवेट कॉलेज में अगर b.ed का कोर्स करते हैं, तो वहां पर कुछ फीस ज्यादा लगता है. लेकिन उसके मुकाबले गवर्नमेंट कॉलेज से इस डिग्री को करने पर कम फीस लगता है.
हर कॉलेज या यूनिवर्सिटी का अलग-अलग कोर्स फीस होता है, तो अगर आप किसी भी कॉलेज यूनिवर्सिटी में एडमिशन कराने जाते हैं, तो वहां पर एडमिशन फीस एडमिशन प्रक्रिया या एडमिशन से संबंधित हर तरह की जानकारी पहले प्राप्त कर लें.
B.ed कोर्स कॉलेज
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- दिल्ली यूनिवर्सिटी न्यू दिल्ली
- जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी न्यू दिल्ली
- एमिटी यूनिवर्सिटी लखनऊ
- कमला नेहरू महाविद्यालय भोपाल
- डीएवी कॉलेज कानपुर
- लोरेटो कॉलेज कोलकाता
- गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन फॉर वूमेन तमिलनाडु
- रांची यूनिवर्सिटी रांची
- मगध यूनिवर्सिटी गया
- गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन चंडीगढ़
- इस्लामिया टीचर्स ट्रेंनिंग कॉलेज पटना
- तपिंदू इंस्टीट्यूट आफ हायर स्टडीज पटना
- पटना यूनिवर्सिटी
- नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी
- बिहार कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन पटना
बीएड के बाद क्या करें
ग्रेजुएशन के बाद किया जाने वाला b.ed एक बहुत ही पॉपुलर पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है. क्योंकि गवर्नमेंट या प्राइवेट कॉलेज में या स्कूल में टीचर बनने के लिए इस कोर्स का होना आवश्यक है.
लेकिन बीएड का कोर्स करने के बाद आप कई क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं. अगर आगे भी अपना पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं, तो b.ed के बाद कई कोर्स है जिसको कर सकते हैं.
1. बीएड के बाद जॉब क्षेत्र
- मिडिल स्कूल टीचर
- प्राइमरी स्कूल टीचर
- हाई स्कूल टीचर
- प्रिंसिपल
- लाइब्रेरियन
- सहायक अध्यक्ष
- प्रशासनिक
- प्रशिक्षक
- सैन्य प्रशिक्षक
- शिक्षा शोधकर्ता
2. B.ed के बाद किया जाने वाला कोर्स

बीएड में क्या सिखाया जाता है
अगर किसी स्कूल में बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं तो पहले बच्चों को समझाने और उन्हें पढ़ाने की कला होनी चाहिए. बच्चों को किस विषय को पढ़ने में आसानी हो रहा है
उस विषय को उन्हें किस तरह से पढ़ाया जाए तो जल्दी समझ जाए यह गुण एक शिक्षक में होना आवश्यक है. एक स्कूल टीचर को बच्चों को हर एक विषय के बारे में अच्छी तरीके से बताने की पढ़ाने की कला होने चाहिए और यह कला b.ed के कोर्स में अच्छी तरीके से सिखाया जाता है.
बच्चों के मन को समझ कर उनके इच्छा को समझकर पढ़ाई करने के स्किन को बीएड में बढ़ाया जाता है. अपने स्कूल के हर एक स्टूडेंट को उज्जवल भविष्य बनाने के लिए कैसे प्रेरित कर सकते हैं यह गुण b.ed में डिवेलप किया जाता है.
- नीट का फुल फॉर्म क्या होता हैं
- बीबीए का फुल फॉर्म क्या होता हैं
- एलएलबी का फुल फॉर्म क्या होता हैं
- एमबीए का फुल फॉर्म क्या होता हैं
- बीए का फुल फॉर्म क्या होता हैं
- बैचलर डिग्री क्या होती हैं
- बीकॉम के बाद क्या करें
- पीजीडीएम का फुल फॉर्म क्या होता है
सारांश
B ed ka Full Form कई ऐसे लोग हैं जिन्हें यह लगता है कि बच्चों को पढ़ाना बहुत ही आसान कार्य होता है. लेकिन बच्चों को पढ़ाना उन्हें हर एक विषय के बारे में समझाना बहुत ही मुश्किल होता है. इसीलिए b.ed कोर्स करने वाले हर एक कैंडिडेट को स्टूडेंट को पढ़ाने के बारे में उन्हें समझाने की प्रक्रिया के बारे में बेहतर समझाया जाता है.
इस लेख में बीएड का फुल फॉर्म b.ed का एडमिशन प्रक्रिया और बीएड से संबंधित हर तरह की जानकारी दी गई है.अगर इस जानकारी से संबंधित कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट करें।

प्रियंका तिवारी ज्ञानीटेक न्यूज़ के Co-Founder और Author हैं। इनकी शिक्षा हिंदी ऑनर्स से स्नातक तक हुई हैं, इन्हें हिंदी में बायोग्राफी, फुलफार्म, अविष्कार, Make Money , Technology, Internet & Insurence से संबंधित जानकारियो को सीखना और सिखाना पसन्द हैंं। कृपया अपना स्नेह एवं सहयोग बनाये रखें। सिखते रहे और लोगों को भी सिखाते रहें।