भारत की खोज किसने की थी, और कब हुआ?

भारत की खोज किसने की थी Bharat Ki Khoj Kisne Ki thi? भारत का खोज कब हुआ कैसे हुई इस लेख में विस्तृत रुप से जानकारी प्राप्त करेंगे. भारत देश बहुत ही पुराना देश हैं इसे सभी प्राचीन देशों में एक देश माना जाता हैं

वैसे bharat ki khoj क्या होती क्योंकि भारत देश विश्व के मानचित्र पर पहले से ही अंकित था। भारत सबसे प्राचीन देशों में एक देश माना जाता हैं। भारत देश में पहले से ही लोग रहते थे लेकिन भारत देश में आने के लिए समुद्र के मार्गों का किसी को पता नहीं था

लेकिन भारत में आने के लिए समुद्री रास्ता का खोज जिस व्यक्ति ने सबसे पहले किया था उनका नाम वास्‍कोडिगामा था। इसलिए उन्‍हें ही भारत का खोज करने का श्रेय दिया जाता हैं।

Bharat Ki Khoj Kisne Ki thi

भारत देश विश्व के मानचित्र पर पहले से ही था Bharat ki khoj kisne ki के बारे में कई लोग गूगल में सर्च करते रहते हैं  भारत देश में आने के लिए समुद्र से जो रास्ता था उसे कोई नहीं जानता था

उसी का खोज सबसे पहले पश्चिम देश से आने वाले एक व्यक्ति जिसका नाम वास्कोडिगामा था ने किया था. भारत में आने के लिए समुद्री रास्तों का किसी को ज्यादा जानकारी नहीं था

तो वास्कोडिगामा ने समुद्र के रास्ते आकर एक नया मार्ग बनाया और भारत में आने के लिए उसने सभी लोगों के लिए समुद्री मार्ग का खोज किया इसीलिए कहा जाता हैं कि bharat ki khoj वास्कोडिगामा ने किया था.

Bharat ki khoj kisne ki thi in hindi

भारत का खोज कब हुआ 

भारत में आने के लिए जो समुद्री रास्तों का खोज वास्कोडिगामा ने किया था तो उसी को कहा जाता हैं कि bharat ki khoj वास्कोडिगामा ने किया था वास्कोडिगामा  पहली बार भारत में 20 मई 1498 में आया था.

उस समय वास्कोडिगामा समुद्र में एक नया रास्ता बना कर भारत में आया . वास्कोडिगामा  पहली बार केरल के कालीकट बंदरगाह पर आया था. वह पुर्तगाल का रहने वाला एक समुद्री यात्री था उसने समुद्र के रास्ते होते हुए कालीकट बंदरगाह पर ही सबसे पहले आकर bharat ki khoj यानि कि भारत के समुद्री रास्तों का पता लगाया था.

भारत देश के बारे में 

Bharat देश एशिया महाद्वीप का एक बहुत ही बड़ा आबादी वाला देश हैं भारत देश का क्षेत्रफल बहुत बड़ा हैं जिस वजह से यह एशिया का सातवां सबसे बड़ा देश हैं

भारत देश का राजधानी दिल्ली हैं भारत देश विश्व के सबसे प्राचीन देशों में एक हैं भारत देश का कई नाम हैं जैसे कि भारतवर्ष हिंदुस्तान आर्यवर्त भारत इंडिया.भारत में कई धर्म के लोग बसते हैं

यहां पर कई तरह की भाषाएं बोली जाती हैं हर धर्म के लोग अपना अपना पर्व त्‍योहार मिल जुलकर मनाते हैं भारत ही एक ऐसा देश हैं जहां कई तरह की भाषाएं बोलने वाले लोग बसते हैं कई तरह के पर्व त्‍योहार मनाये जाते हैं

भारत का नाम राजा भरत के नाम पर पड़ा था कई तरह की खोज भारत में हुए हैं बीज गणित त्रिकोणमिति और कैलकुलेशन जोकि आज सबसे ज्‍यादा लोग इस्‍तेमाल करते हैं जीरो का अविष्कार भारत में ही हुआ था

जीरो का अविष्कार करने वाले आर्यभट्ट भारत के ही रहने वाले थे और दशमलव प्रणाली की शुरुआत भी भारत में हुआ था जिस आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से आज विश्व भर में कई रोगों का इलाज किया जा रहा हैं

उस आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का खोज यानी की शुरुआत भारत से ही माना जाता हैं भारत के ही महर्षि चरक ने आयुर्वेद की रचना की थी शतरंज के खेल का खोज भारत में ही किया गया था

भारत की संस्कृति बहुत ही पुरानी हैं भारत की कला संस्कृति दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं जितने भी भारत में राज्य हैं उन राज्यों की अपनी एक अलग संस्कृति अलग भाषा अलग लोक संगीत और नृत्य हैं

जो कि विश्व में हर जगह इस नृत्य को किया जाता हैं जैसे कि भारतनाट्यम कत्थक कथकली कुचिपुड़ी मणिपुरी और ओड़ीसी जैसे नृत्य बहुत ही प्रसिद्ध हैं हर राज्यों का पहनावा वेशभूषा अलग-अलग हैं

भारत में हर साल कुंभ का मेला लगता हैं जो कि दुनिया का सबसे बड़ा मेला माना जाता हैं इस मेले में विश्व भर से करोड़ों लोग आते हैं भारत में कई धार्मिक स्थल हैं

जो कि बहुत ही पुराना और वेदों पुराणों में वर्णित भी किया गया हैं जैसे कि हरिद्वार वाराणसी प्रयागराज उज्जैन. भारत में हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई पारसी जैन बौद्ध आदि धर्मों के लोग रहते हैं और सभी धर्मों के लोगों को अधिकार बराबर में दिया गया हैं.

वैसे तो भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी हैं लेकिन भारत में कई खेल प्रसिद्ध हैं जैसे कि क्रिकेट बैडमिंटन कबड्डी टेनिस फुटबॉल टेबल टेनिस मुक्केबाजी कुश्ती कबड्डी तीरंदाजी आदि.

Bharat Ki Khoj Kaise hui 

सबसे पहली बार वास्कोडिगामा भारत में 20 मई 1498 को केरल के कालीकट बंदरगाह पर गुजरात के एक व्यापारी से सहायता लेकर आया था

जब वास्कोडिगामा कालीकट बंदरगाह पर पहली बार आया उस समय वहां के राजा जमोरिन राजा ने उसका स्वागत किया था. वास्कोडिगामा एक समुद्री यात्री था

उसने भारत को यूरोप से जोड़ने के लिए समुद्र के रास्तों  का खोज किया था इसलिए भारत में आने के लिए समुद्री मार्ग का खोज करने का श्रेय वास्कोडीगामा को ही जाता हैं

उससे पहले भी कई विदेशी यात्री भारत में कई तरह के व्यापार करने के लिए आए थे लेकिन किसी ने समुद्री मार्गों का खोज नहीं किया था सभी जमीनी मार्ग से भारत में आए थे.

वास्कोडिगामा कौन था 

वास्कोडिगामा पुर्तगाल का एक व्यापारी था जिसने भारत में व्यापार करने के लिए सबसे पहले समुद्र के रास्तों का पता लगाया था  वास्कोडिगामा कई देशों में व्यापार करता था bharat ki khoj का श्रेय उसे दिया जाता हैं.

20 मई 1498 को वास्कोडिगामा ने यूरोप से भारत आने के लिए समुद्र के रास्तों का पता लगाया था वास्कोडिगामा मसालों का व्यापार देश विदेश में घूम घूम कर करता था इसी के लिए वह भारत में भी आया था.

जब वास्कोडिगामा भारत आया था उस समय भारत को सोने का चिड़िया कहा जाता था क्योंकि उस समय भारत में सोने का बहुत खजाना था वास्कोडिगामा कई बार भारत आया bharat ki khoj यानि कि समुद्री रास्‍तो का पता लगाया

भारत में व्यापार करने के बहाने से भारत के कई सोने का खजाना लूट कर अपने देश वापस चला गया. वास्कोडिगामा भारत में व्‍यापार के नाम पर बहुत सारे खजाने जहाज में रखकर पुर्तगाल ले जाता था.

सारांश

Bharat ki khoj kisne ki thi समुद्री मार्गों का पता पुर्तगाल के एक समुद्री यात्री जो कि व्यापारी था उसने किया था इसलिए कहा जाता हैं की भारत का खोज वास्कोडिगामा ने किया था

इस लेख में भारत की खोज किसने की थी bharat ki khoj kisne ki Bharat का खोज कैसे हुआ  के बारे में पूरी जानकारी दी हैं इससे जुड़े अगर कोई सवाल मन में हैं तो कमेंट करके जरूर पूछें

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