Bhugol kya hai. समस्त पृथ्वी के ऊपरी सतह को जानने के लिए भूगोल सब्जेक्ट की पढ़ाई शुरू से ही किया जाता है पृथ्वी के किस भाग पर कौन सा जगह है कहां पहाड़ है कहां नदी है कहां मरुस्थल है की जानकारी भूगोल पढ़कर ही लिया जाता है लेकिन भूगोल क्या है Bhugol kya hai भूगोल की कितनी शाखाएं होती है भूगोल कितने प्रकार के होते हैं के बारे में पूरा जानें.
वर्तमान समय में तो टेक्नोलॉजी इतना बढ़ गया है कि कहीं पर भी बैठ कर के मोबाइल लैपटॉप पर इंटरनेट के माध्यम से बहुत ही आसानी से पृथ्वी के हर भाग के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कोई भी व्यक्ति अपने आपके बारे में भी बहुत ही आसानी से यह जानकारी ले सकता है कि वह पृथ्वी के किस भाग में रहता है।
लेकिन पहले इस तरह की जानकारी लेने के लिए भूगोल की किताब का भूगोल का अध्ययन करना पड़ता था। भूगोल को इंग्लिश में ज्योग्राफी कहा जाता है तो ज्योग्राफी का सबसे पहले किस व्यक्ति ने प्रयोग किया था के बारे में आईये विस्तार से जानते हैं.
भूगोल क्या हैं Geography Kya Hai
जिस पृथ्वी पर इतने सारे प्राणी रहते हैं जिनमें मानव पशु पक्षी पेड़ पौधे कई तरह के कीड़े मकोड़े आदि रहते हैं तो इस पृथ्वी की ऊपरी सतह के बारे में भूगोल शास्त्र में बताया गया है
जैसे कि पृथ्वी पर कितने पहाड़ हैं देश हैं नदी है झील है कितने महादेश है कौन से जगह पर वन है कहां पर मरुस्थल है आदि भूगोल का अध्ययन करने पर ही जानकारी मिलता है
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भूगोल दो शब्दों से मिलकर बना है भू का मतलब पृथ्वी होता है और गोल का मतलब गोल यानी कि पृथ्वी गोल है तो इस तरह दो शब्द मिलकर भूगोल हो गया भूगोल का अध्ययन करने से पृथ्वी के साथ-साथ सौर मंडल ब्रह्मांड आदि का भी जानकारी लिया जाता है.
Bhugol का मतलब यह भी बताया जाता है की भू का मतलब होता है जमीन और गोल का मतलब कि कोई भी वृत्ताकार वस्तु हो जिसे भूगोल कहा जाता है
विश्व के मानचित्र भारत के मानचित्र किसी भी देश के मानचित्र के बारे में पूरी जानकारी लेने के लिए पृथ्वी के आंतरिक बाहरी संरचना का की जानकारी लेने के लिए Bhugol का अध्ययन किया जाता है.
ज्योग्राफी शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई
भूगोल का इंग्लिश में Geography होता है ज्योग्राफी ग्रीक भाषा का शब्द है ज्योग्राफी शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है geo का अर्थ पृथ्वी का बाहरी सतह होता है और graphy का अर्थ किसी भी चीज का विस्तार से जानकारी लेना या लिखित रूप से वर्णन करना पता है तो ज्योग्राफी का मतलब पृथ्वी के बाहरी सतह का पूरी तरह से वर्णन करना होता है
कहा जाता है कि सबसे पहले अरस्तु ने अपनी एक पुस्तक on the heavens में सबसे पहले यह बताया कि पृथ्वी गोल होती है लेकिन पृथ्वी को यूनान और रोमन विद्वानों ने चपटाकारनुमा बताया है लेकिन भारतीय इतिहास में पृथ्वी को गोलाकार ही कहा जाता है.
Bhugol Ka Kya Arth Hai
भूगोल शब्द का शाब्दिक अर्थ भू का अर्थ पृथ्वी या जमीन होता है और गोल का अर्थ कोई भी वस्तु वृत्ताकार गोल हो तो भूगोल का अर्थ पृथ्वी गोल है होता है भूगोल में पृथ्वी के ऊपर के सतह पर जितने भी नदी पहाड़ झील वन मरुस्थल झरना समुद्र द्वीप महाद्वीप देश महादेश आदि हैं के बारे में वर्णन मिलता है.
भूगोल का परिभाषा
विश्व के कई विद्वानों और खगोलविदों ने Bhugol का परिभाषा कई तरह से दिया है जिस तरह पृथ्वी पर समय समय से कई तरह के परिवर्तन हो रहे हैं उसी अनुसार समय-समय पर कई विद्वानों ने भूगोल को परिभाषित किया है.
- स्ट्रेबो- भूगोल में जमीन और महासागरों में रहने वाले जीवो के बारे में और उनके विभिन्न लक्षणों के बारे में पृथ्वी की विशेषताओं के बारे में ज्ञान प्राप्त किया जाता है.
- वर्न हार्ड- भूगोल को वर्न हार्ड ने परिभाषित करते हुए बताया है कि पृथ्वी की सतह पर जितने भी स्थान है उसके बारे में जानकारी प्राप्त करने का एक केंद्र या माध्यम भूगोल को माना जाता है.
- होम्स- पृथ्वी पर जितने भी मानव के रहने के लिए स्थान है उसके बारे में जानने के लिए अध्ययन करने के लिए भूगोल एक बहुत ही अच्छा माध्यम हैं.
- इरेटॉस्थनीज-ज्योग्राफी शब्द का सबसे पहले प्रयोग इरेटॉस्थनीज ने ही अपनी किताब में किया था.
- कार्ल रिटर- भूगोल में पृथ्वी के हर एक सतह के बारे में उसके तल के बारे में वर्णन मिलता है अध्ययन किया जाता है जिस पर की मानव निवास करते हैं.
भूगोल का जनक या पिता किसे कहते हैं
यूनान के हिकेटियस को भूगोल का जनक या भूगोल का पिता कहा जाता है उन्होंने अपने एक पुस्तक jes periods लिखा था जिसमें उन्होंने पृथ्वी के संरचना पृथ्वी हर एक क्षेत्र के बारे में साथ ही ब्रह्मांड के बारे में पूरा वर्णन किया है
लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि Bhugol का जनक यूनान के गणितज्ञ कवि और खगोलविद इरेटोस्थनीज को माना जाता है इरेटोस्थनीज ने 276 से 194 ईसा पूर्व में सबसे पहले ज्योग्राफी शब्द का प्रयोग किया था
इरेटोस्थनीज ने अपनी पुस्तक geographiya में ज्योग्राफीका शब्द का सबसे पहले वर्णन किया था इसीलिए उन्हें फादर ऑफ ज्योग्राफी कहा जाता है
एलेग्जेंडर वान हंबोल्ट को आधुनिक भूगोल का जनक कहा जाता है इसी तरह भारत में आर्यभट्ट ने सबसे पहले अपने एक पुस्तक सूर्य सिद्धांतिका में भूगोल शब्द का प्रयोग किया था.
Bhugol kitne prakar ke hote hain
वैसे तो भूगोल में पृथ्वी पर जितने भी पहाड़ देश महादेश द्वीप महाद्वीप सागर महासागर वायु मौसम मरुस्थल वन है के बारे में वर्णन मिलता है लेकिन भूगोल को कई शाखाओं में बांटा गया है
इसे कई भागों में भागों में वर्गीकृत किया है किया गया है जैसे कि भौतिक भूगोल, आर्थिक भूगोल, सामाजिक भूगोल, मानव भूगोल आदि.
1. Bhautik bhugol kya hai
भौतिक भूगोल में पृथ्वी पर किस जगह पर कैसा मौसम रहता है पृथ्वी पर कितने सागर महासागर है किस जगह का वायु कैसा है से संबंधित जानकारी प्राप्त किया जाता है. भौतिक Bhugol में वायुमंडल स्थलमंडल जलमंडल का वर्णन मिलता है भौतिक भूगोल की कई प्रमुख शाखाएं है
- पर्यावरण भूगोल
- जलवायु विज्ञान
- जैव भूगोल
- भू आकृति विज्ञान
- समुद्र विज्ञान
- विदा भूगोल
2. Manav bhugol kya hai
पृथ्वी पर जितने भी मानव वास करते हैं तो किस जगह के मनुष्य का किस तरह का वेशभूषा है संस्कृति है कहां का खानपान किस तरह का होता है यह सभी अध्ययन भूगोल के मानव भूगोल में किया जाता है जिसमें की मानव के विकास के हर पहलू को दर्शाया गया है
मनुष्य ने जितने भी प्रकृति के सहयोग से अविष्कार किए हैं निर्माण किए हैं जैसे कि खनन उद्योग परिवहन संचार सेवाएं आदि का अध्ययन मानव भूगोल में किया जाता है
इसके साथ ही मनुष्य के किस जगह पर कैसा कृषि प्रधान होता है पशुपालन है कैसा आखेट है मनुष्यों की जनसंख्या आदि का अध्ययन किया जाता है मानव Bhugol का कई प्रमुख शाखाएं हैं
- संस्कृतिक भूगोल
- आर्थिक भूगोल
- ऐतिहासिक भूगोल
- जनसंख्या भूगोल
- अधिवास भूगोल
3. Arthik bhugol kya hai
आर्थिक भूगोल में पृथ्वी पर जितने भी वनस्पति जीव जंतु या मानव है उनके आर्थिक क्रिया क्या है यानी कि वह किस तरह से धन अर्जित करते हैं
उन्हें धन अर्जित करने का कौन सा पहलू है कौन सा जरिया है से संबंधित अध्ययन मिलता है आर्थिक भूगोल में हर मानव जीव जंतु वनस्पतियों के भौगोलिक स्थिति के बारे में विश्लेषण किया जाता है.
4. सामाजिक भूगोल
पृथ्वी पर जितने भी मानव रहते हैं उनके धर्म या वर्ग से संबंधित जानकारी सामाजिक विज्ञान में मिलता है.सामाजिक Bhugol में किस तरह से किस जगह पर सामाजिक समूह में लोग निवास करते हैं वहां के वातावरण का अध्ययन किया जाता है
5. राजनीतिक भूगोल
राजनीतिक भूगोल के नाम से ही यह पता चलता है कि इसमें पृथ्वी के हर व्यक्ति या स्थानीय क्षेत्रीय जगह के राजनीति कैसा है वहां का राजनीतिक वर्चस्व कैसा है का व्याख्या किया जाता है विश्लेषण किया जाता है.
भूगोल का महत्व
किसी भी सब्जेक्ट का जब अध्ययन किया जाता है तो उसका महत्व उसका लाभ लोगों को जरूर मिलता है तो विश्व में सौरमंडल, पर्यावरण, जीव जंतु, संसाधन, पर्वत, नदी, देश, महादेश आदि के बारे में जानने के लिए भूगोल का अध्ययन किया जाता है लोगों के जीवन यापन व्यापार के लिए आवश्यक सामग्री कृषि में बहुत ही महत्व होता है
पृथ्वी पर भौगोलिक स्थिति के बारे में देश विदेश की जानकारी प्राप्त किया जाता है किस जगह पर किस तरह का वातावरण होता है कहां का प्राकृतिक वातावरण कब बदलता है
यह सारी जानकारी भूगोल का अध्ययन करने से मिल जाता है जो कि निवास करने में सहायता होता है कहीं भी अगर निवास करना है तो निवास स्थान के लिए भूगोल का अध्ययन आवश्यक है ताकि वहां का भौगोलिक वातावरण का जानकारी रखा जा सके.
भूगोल का अध्ययन करने से मानव इतिहास की जानकारी भी मिल जाती है जिससे कि जो भी युद्ध कौशल होते हैं देश से शत्रुओं को बाहर निकालने के लिए प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से युद्ध कैसे किया जाता है देश में कौन से क्षेत्र में किस तरह का युद्ध कौशल प्रसिद्ध है यह भी जाना जा सकता है.
Bhugol का अध्ययन करने से ही संसाधन के बारे में जानकारी प्राप्त किया जाता है जैसे कि पृथ्वी पर कहां कौन सा खनिज पाया जाता है कहां पर किस तरह का परिवहन है
ताकि कहीं अगर नियोजन करना है तो आसानी से वहां नियोजन में विकास हो सकता है अंतरराष्ट्रीय विकास में भी भूगोल का अध्ययन सहायक होता है ताकि अगर कहीं जाना हो तो पृथ्वी की दूरी का पता चल जाये.
भूगोल का उद्देश्य
भूगोल यानी कि ज्योग्राफी सब्जेक्ट का अध्ययन करने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण उद्देश्य है जिससे कि मानव को पृथ्वी से संबंधित हर जानकारी पता चल जाता है
Bhugol का एक उद्देश्य है कि अगर मानव कहीं भी निवास करना चाहता है तो पृथ्वी के धरातल का अध्ययन आसानी से भूगोल के माध्यम से हो जाता हैं भूगोल का अध्ययन करने से समाज का राष्ट्र का विकास होता है प्राकृतिक रूप से और संस्कृति रूप से संसाधनों का सही उपयोग किया जा सकता है.
पृथ्वी पर किस जगह का जलवायु परिवर्तन किस तरह से होता है या मानव को अध्ययन कराने का उद्देश्य भूगोल का होता है कई बार ज्वालामुखी, भूकंप, वायुमंडल, जलमंडल, सौरमंडल आदि का अध्ययन प्राकृतिक संसाधन चट्टान पृथ्वी की उत्पत्ति से संबंधित सभी अध्ययन भूगोल के माध्यम से किया जाता है.
FAQ
Geography kya hai?
ज्योग्राफी एक ऐसा शास्त्र है जिसमें पृथ्वी के बाहरी सतह के बारे में उसके स्वरूप के बारे में प्राकृतिक विभागों के बारे में जैसे की पहाड़ मरुस्थल नदी झील झरना देश महादेश नगर महाद्वीप द्वीप आदि के बारे में ज्ञान प्राप्त होता है.
Bhugol kise kahate Hain?
पृथ्वी का हर क्षेत्र हर सतह हर धारा अपने आप में एक अलग महत्व रखता है क्षेत्र का विवेचनात्मक अध्ययन करना क्षेत्र के समस्त लक्षणों घटनाओं को जानना ज्ञान प्राप्त करना उसका विश्लेषण करने वाले विज्ञान को भूगोल विज्ञान कहा जाता है.
भूगोल की कितनी शाखाएं होती है?
भूगोल की कई शाखाएं हैं जैसे कि भौतिक भूगोल, मानव भूगोल, सामाजिक भूगोल, आर्थिक भूगोल, राजनीतिक भूगोल आदि.
भूगोल का जनक किसे कहा जाता है?
Bhugol का जनक यूनान के हिकेटियस को कहा गया है उन्होंने अपनी पुस्तक जेस पीरियड्स में पृथ्वी की संरचना के बारे में ब्रह्मांड के बारे में वर्णन किया है
भूगोल के जनक यानी कि फादर ऑफ भूगोल यूनान की गणितज्ञ का भी इरेटॉस्थनीज को कई लोग मानते हैं जिन्होंने सबसे पहले ज्योग्राफी शब्द का प्रयोग अपने किताब ज्योग्राफिया में किया था.
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सारांश
Bhugol का अध्ययन करने से पृथ्वी से संबंधित सभी जानकारी को ज्ञान हो जाता है नदी, धरातल, दिशा, जलवायु परिवर्तन, परिवहन संसाधन, आदि का जानकारी भूगोल से मिलता है
Bhugol kya hai इस लेख में भूगोल क्या है Bhugol शब्द का उत्पत्ति कैसे हुआ ज्योग्राफी शब्द का उत्पत्ति कैसे हुआ Bhugol की कितनी शाखाएं हैं भूगोल का उद्देश्य क्या है महत्व क्या है Bhugol का जनक किसे कहा जाता है के बारे में पूरी जानकारी दी गई है
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प्रियंका तिवारी ज्ञानीटेक न्यूज़ के Co-Founder और Author हैं। इनकी शिक्षा हिंदी ऑनर्स से स्नातक तक हुई हैं, इन्हें हिंदी में बायोग्राफी, फुलफार्म, अविष्कार, Make Money , Technology, Internet & Insurence से संबंधित जानकारियो को सीखना और सिखाना पसन्द हैंं। कृपया अपना स्नेह एवं सहयोग बनाये रखें। सिखते रहे और लोगों को भी सिखाते रहें।
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