CPR Full Form In Hindi. सीपीआर फुल फॉर्म इन हिंदी. सीपीआर एक तरह का मेडिकल थेरेपी होता है। जिसके द्वारा किसी भी व्यक्ति को अगर हार्ट अटैक की स्थिति होती है तो उससे बचाया जा सकता है।
अचानक अगर किसी को हार्ट अटैक आ जाता है, धड़कन चलना बंद हो जाता है, सांसे रुक जाती है तो ऐसे समय में जान जाने की खतरा होती है। उस स्थिति में कोई व्यक्ति तत्काल CPR मेडिकल थेरेपी देकर बहुत जल्द मरीज का जान भी बचा सकते हैं।
सीपीआर जिसे कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन के नाम से जानते हैं। यह एक ऐसा मेडिकल ट्रीटमेंट है, जिसके द्वारा आपातकालीन स्थिति में मरीज का या किसी भी व्यक्ति का जान बचाया जा सकता है। पुलिसकर्मी, सुरक्षाकर्मी, कई ऐसे आम नागरिक भी होते हैं, जिन्हें सीपीआर कैसे दिया जाता है इसकी जानकारी रहती हैं।
कई बार न्यूज़ चैनल या न्यूज़पेपर में अक्सर समाचार सुनते हैं कि किसी भी व्यक्ति का अचानक अगर सांसे बंद हो जाती है, धड़कन चलना बंद हो जाता है,तो कोई पुलिसकर्मी, सुरक्षाकर्मी सीपीआर देकर जान बचा लेते हैं।वैसे तो हर डॉक्टर को इस ट्रीटमेंट की बेहतर जानकारी होती हैं, लेकिन कई आम लोग भी इस ट्रीटमेंट के बारे में जानकारी रखते और लोगों को जीवन दान भी देते हैं।
सीपीआर का फुल फॉर्म क्या होता हैं
कई बार कोई दिल का कमजोर व्यक्ति होता है या अचानक कोई ज्यादा गंभीर बातें सुन लेता है, तो उसे हार्ट अटैक की स्थिति का सामना करना पड़ जाता है। उस समय व्यक्ति की सांस रुक जाती है, धड़कन चलना बंद हो जाता है, जिससे हृदय, मस्तिष्क, फेफड़ों आदि में खून अच्छे तरीके से संचार हो पाता है।
जिससे बहुत जल्द जान को खतरा होने का डर रहता है उस स्थिति को कार्डियक अरेस्ट कहा जाता है। कार्डियक अरेस्ट से किसी भी मरीज की जान बचाने के लिए अगर तत्काल सीपीआर दिया जाता है, तो उसकी जान बच जाती है। सीपीआर का फुल फॉर्म कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन होता है।
CPR Full Form :- Cardiopulmonary Resuscitation

सीपीआर एक इमरजेंसी मेडिकल टेक्निक होता है। जिसके द्वारा मरीज को जान जाने की खतरा से बचा सकते हैं। इसमें छाती पर दोनों हाथों से दबाव दिया जाता है जिससे ब्लड बहुत ही बेहतर तरीके से शरीर में संचार करने में मदन मिल सकता है।
हार्ड अटैक के साथ ही CPR मेडिकल ट्रीटमेंट करंट लगने के समय भी किसी व्यक्ति को दे सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति पानी में डूब जाता है और उससे सांसे चलना बंद होने लगता है, उस समय भी इस इमरजेंसी मेडिकल थेरेपी का प्रयोग किया जाता है।
CPR Full Form In Hindi
सीपीआर का फुल फॉर्म इंग्लिश में कार्डियोपलमोनरी रिससिटेशन होता है। इसको हिंदी में हृत्फुफ्फुसीय पुनर्जीवन होता है। वैसे इस मेडिकल थेरेपी का इस्तेमाल जब तक पूरी जानकारी न हो तब तक प्रयोग नहीं करना चाहिए।
किसी भी व्यक्ति को इस थेरेपी का पूरी तरह से ट्रेनिंग हो पूरी तरह से जानकारी हो, तभी किसी पर प्रयोग करना चाहिए है। वैसे यह आपातकालीन स्थिति में जान बचाने के लिए बहुत ही बेहतर ट्रीटमेंट होता है।
सीपीआर क्या है
यह एक इमरजेंसी मेडिकल थेरेपी होता है। जिसके द्वारा किसी भी व्यक्ति के आपातकालीन स्थिति में जान बचाने के लिए प्रयोग किया जाता है। जैसे पानी में डूबना, करंट लगने के समय, कार्डियक अरेस्ट यानी की सांसे बंद हो जाती है धड़कन चलना बंद हो जाता है, उस समय इसका प्रयोग किया जाता है।
सीपीआर दो तरीके से दिया जाता है, चिकित्सीय उपकरणों के सहायता से और दूसरा मैनुअल सीपीआर कहा जाता है। चिकित्सीय उपकरणों के द्वारा डॉक्टर सीपीआर देते हैं, जिसमें कई तरह के चिकित्सीय उपकरण के प्रयोग के द्वारा होता है।
वही मैनुअल सीपीआर में किसी भी समय आपातकालीन स्थिति में बिना किसी चिकित्सीय उपकरणों की सुविधा के ही दिया जाता है और उससे किसी भी व्यक्ति की जान बचायी जा सकती हैं।
सीपीआर के फायदे
यह एक ऐसा मेडिकल ट्रीटमेंट होता है जिसकी जानकारी अक्सर डॉक्टर के अलावा आम आदमी को भी होता है। पुलिसकर्मी सुरक्षाकर्मी आदि को इस उपचार के बारे में ट्रेनिंग दिया जाता है। सीपीआर के प्रयोग से किसी भी व्यक्ति की आपातकालीन स्थिति में जान बचाई जा सकती है।
कभी-कभी कार्डियक अरेस्ट आने पर किसी व्यक्ति को तत्काल CPR नहीं दिया जाता है या तत्काल मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं मिल पाता है, जिससे उनके जान पर खतरा हो जाता है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति को सीपीआर का बेहतर जानकारी है, इसको सही तरीके से देने की ट्रेनिंग ली है, तो उसी समय सीपीआर देकर किसी भी तरह के स्वास्थ्य पर खतरा होने से बचा सकते हैं।
सीपीआर कब दिया जाता है
अगर किसी व्यक्ति का किसी तरह का दुर्घटना हो जाता है, जिससे स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है। उस समय सीपीआर देकर आपातकालीन स्थिति से निकलने में मदद किया जा सकता है।
अचानक किसी को कार्डियक अरेस्ट यानी की सांसे चलना बंद हो जाती है, धड़कन चलना बंद हो जाती है, उस समय सीपीआर मेडिकल थेरेपी देकर जान बचाई जा सकती है।कोई व्यक्ति पानी में डूब जाता है जिससे उसके श्वसन नली में बहुत ही ज्यादा पानी भर जाती है, और वह सांस नहीं ले पाता है।
उस स्थिति में भी अगर किसी को CPR की बेहतर जानकारी है, तो जान बचा सकते हैं।अचानक कोई किसी व्यक्ति को करंट लग जाता है और वह व्यक्ति बेहोश हो जाता है उस समय भी सीपीआर की मदद से जान बचाने का प्रयास किया जा सकता है।
नोट
अगर कभी किसी भी समय आपातकालीन स्थिति में किसी व्यक्ति को सीपीआर देना पड़ जाए, तो उस समय कुछ बातों को ध्यान जरूर देना चाहिए। अगर आपको CPR की प्रक्रिया बेहतर तरीके से आती है तभी किसी व्यक्ति पर इस प्रक्रिया का प्रयोग करना चाहिए।
लेकिन अगर इस मेडिकल थेरेपी के बारे में बेहतर जानकारी नहीं है। कोई ट्रेनिंग नहीं है, तो इसका प्रयोग करने से कई बार स्वास्थ्य पर भी गलत प्रभाव पड़ सकता है।
इसलिए इस प्रक्रिया को इस्तेमाल करने से पहले बेहतर तरीके से जानकारी और सावधानी से काम लेना चाहिए।इसके साथ ही उस व्यक्ति को बहुत जल्द किसी डॉक्टर को या किसी नजदीकी हॉस्पिटल में बेहतर चिकित्सा के लिए एडमिट कर देना चाहिए।
सारांश
कहा जाता है कि अधूरा ज्ञान जहर के समान होता है। इसलिए कभी भी किसी भी व्यक्ति की अगर स्वास्थ्य संबंधी परेशानी है, तो उस समय जब तक किसी भी मेडिकल ट्रीटमेंट के बारे में पूरी जानकारी न हो, तो उसका प्रयोग नहीं करना चाहिए।
वैसे सीपीआर के बारे में कई लोग बेहतर जानकारी रखते हैं या किसी पुलिसकर्मी सुरक्षाकर्मी डॉक्टर आदि को इस ट्रीटमेंट की बेहतर ट्रेनिंग और जानकारी दी जाती है। जिससे वह कभी भी किसी भी समय किसी भी व्यक्ति के जीवन दायक बन कर उनके प्राणों की रक्षा कर सकते हैं।
उनके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। इस लेख में CPR का फुल फॉर्म और सीपीआर क्या है से संबंधित जानकारी दी गई है। अगर इस जानकारी से संबंधित किसी भी तरह का कोई भी अगर सवाल या सुझाव है, तो कमेंट बॉक्स में टाइप करके पूछ सकते हैं।

प्रियंका तिवारी ज्ञानीटेक न्यूज़ के Co-Founder और Author हैं। इनकी शिक्षा हिंदी ऑनर्स से स्नातक तक हुई हैं, इन्हें हिंदी में बायोग्राफी, फुलफार्म, अविष्कार, Make Money , Technology, Internet & Insurence से संबंधित जानकारियो को सीखना और सिखाना पसन्द हैंं। कृपया अपना स्नेह एवं सहयोग बनाये रखें। सिखते रहे और लोगों को भी सिखाते रहें।