अक्सर यह सवाल लोगों के मन में आता हैं कि Insurance kya hai टीवी के माध्यम से जो भी इंश्योरेंस से संबंधित प्रचार आते हैं या फिर लोगों से भी सुनने को मिलता हैं कि इंश्योरेंस करा लीजिए इंश्योरेंस जरूरी हैं. इंश्योरेंस सभी को कराना चाहिए.
लेकिन सवाल यह हैं कि इंश्योरेंस हैं क्या, इससे लाभ क्या हैं. इंश्योरेंस क्यों करना चाहिए, Insurance in hindi कितने प्रकार का होता हैं, ऐसे ही सवाल आपके मन में भी आ रहे हैं और आप इंश्योरेंस क्या हैं सर्च करते हुए इस पोस्ट पर आए हैं तो यहां पर आपको इंश्योरेंस के बारे में नीचे विस्तार से जानकारी मिलने वाला हैं.
इंश्योरेंस एक ऐसा शब्द हैं जिससे यह पता चलता हैं की sure एक शब्द इंश्योरेंस में जुड़ा हुआ हैं जिसका मतलब होता हैं जरूरी सही में सीयोर हैं. Insurance कराने के लिए बहुत से अभिकर्ता अलग-अलग कंपनियों के सभी लोगों से मिलते रहते हैं और बताते रहते हैं कि आप भी इंश्योरेंस करा लीजिए.
लेकिन इंश्योरेंस करना चाहिए या नहीं करना चाहिए, इंश्योरेंस किन को कराना चाहिए किन को नहीं करना चाहिए. insurance kya hai किस तरह का इंश्योरेंस कराना चाहिए, इन सभी चीजों के बारे में नीचे हम लोग आइए जानते हैं.
Insurance Kya Hai
Insurance शब्द का हिंदी बीमा होता हैं. किसी भी व्यक्ति व्यवसाय, वाहन, शॉपिंग मॉल, घर, मकान, जमीन, टीवी, फ्रिज, लैपटॉप, कंप्यूटर, के अलावा और भी बहुत सारे ऐसे चीज हैं जिसका बीमा कराया जा सकता हैं.
इंश्योरेंस यानी की बीमा कराने से अपने पैसों का बचत भी किया जा सकता हैं. इससे मुनाफा भी कमाया जा सकता हैं. बीमा एक ऐसा चीज हैं जिसके मदद से अपने व्यापार बिजनेस को आगे बढ़ाया जा सकता हैं.

Insurance कितने प्रकार के होते हैं
इंश्योरेंस मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं
- लाइफ इंश्योरेंस
- जनरल इंश्योरेंस
लाइफ Insurance वैसे इंश्योरेंस को कहते हैं जो कि किसी व्यक्ति के स्वयं के सुरक्षा एवं वित्तीय व्यवस्था को बढ़ाने के लिए कराया जाता हैं. आईए एक उदाहरण से समझते हैं जैसे कि आप एक व्यक्ति हैं और आप अपने लिए अपने जीवन के लिए एक बीमा कराते हैं ऐसे बीमा को लाइफ इंश्योरेंस बीमा कहते हैं.
जीवन बीमा के लाभ
insurance शब्द यानि बीमा का मतलब जोखिम से सुरक्षा भी हैं. अगर किसी भी व्यक्ति के द्वारा बीमा कराया जाता हैं तो उस बीमा के माध्यम से उस व्यक्ति को सुरक्षा भी बीमा कंपनी के द्वारा प्रदान किया जाता हैं. जिससे उस व्यक्ति के जीवन के सुरक्षा के रूप में बीमा कंपनी वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती हैं.
इसमें आप को बीमा कंपनी के द्वारा जीवन में कुछ भी घटना दुर्घटना होने पर पैसा दिया जाता हैं. साथ ही साथ जब आप बीमा के टर्म को पूरा कर लेते हैं तो उसके बाद भी आपको एक बार में मैच्योरिटी के रूप में रकम प्रदान किया जाता हैं.
लाइफ इंश्योरेंस किस कंपनी से लेना चाहिए
जीवन बीमा कराने के लिए आप वैसे कंपनी से बीमा कराएं जो की पूरी तरह से सुरक्षित हो. जहां पर आपका पैसा का डूबने का कोई चांस नहीं हो. क्योंकि बहुत से ऐसे प्राइवेट जीवन बीमा कंपनी भी मार्केट में आ गई हैं जिसका कोई भरोसा नहीं हैं. इसलिए आप वैसे बीमा कंपनी के साथ बीमा कराएं जिसपर लंबे समय से भरोसा लोगों का बना हुआ हैं.
साथ ही साथ जिसको भारत सरकार के द्वारा पूरी तरह से सुरक्षित एवं सरकार के साथ अपने पैसों को मिलकर के बीमा कंपनी को आगे बढ़ाता हो वैसे कंपनी से जीवन बीमा करना चाहिए.जीवन बीमा कराने के लिए सबसे अच्छा एवं भरोसेमंद भारतीय जीवन बीमा निगम हैं. इससे आप जीवन बीमा करा सकते हैं.
जनरल इंश्योरेंस क्या हैं
जनरल Insurance के अंदर वैसे सभी प्रकार के बीमा आ जाते हैं जो कि किसी व्यक्ति के जीवन से जुड़ा नहीं होता हैं. आइए नीचे जनरल इंश्योरेंस के कुछ प्रकार के बारे में जानते हैं
- Health insurance
- Vehicles insurance
- House insurance
- Travel insurance
- Shopping insurance
- Fire insurance
- Agriculture insurance
- Hawai Yatra insurance
ऊपर हमने कुछ जनरल Insurance के बारे में बताया हैं इसके अलावा भी जनरल इंश्योरेंस से संबंधित और भी इंश्योरेंस होता हैं जिससे लोग अपने व्यापार बिजनेस आदि को सुरक्षा मुहैंया करवाते हैं.
Insurance से क्या लाभ हैं
Insurence यानि की बीमा कराने से किसी भी व्यक्ति वस्तु या व्यापार पर किसी भी प्रकार का क्षति होता हैं दुर्घटना होता हैं उस समय बीमा कंपनी के द्वारा उस क्षति का मुआवजा प्रदान किया जाता हैं. जिससे उस व्यक्ति वस्तु या व्यापार पर आर्थिक रूप से कोई नुकसान होता हैं.
तो उसका हर्जाना बीमा कंपनी के द्वारा मिल जाता हैं. इसलिए यदि आप एक मकान या फिर आप अपने जीवन के लिए या परिवार के लिए घर के लिए दुकान के लिए यात्रा के लिए हेल्थ के लिए बीमा लेते हैं तो उससे आपको सुरक्षा मिलता हैं. जिससे आप आर्थिक नुकसान से बच पाते हैं.
Insurance क्यों करवाना चाहिए
आईए एक उदाहरण से समझते हैं जैसे आपके पास एक चार पहिया वाहन हैं और उसका आपने इंश्योरेंस कराया हैं. अचानक कभी भी यदि उस चार पहिया वाहन के किसी भी भाग में रोड पर चलते हुए या किसी प्रकार से कोई भी दुर्घटना घटना होता हैं.
तो उस समय उस कार या चार पहिया वाहन को रिपेयर करने के लिए पैसा बीमा कंपनी के द्वारा दिया जाता हैं. जिससे आपके गाड़ी में जो भी नुकसान हुआ रहता है, सभी का भुगतान बीमा कंपनी के द्वारा किया जाता हैं.
बीमा क्या है इन हिंदी
Insurence एक ऐसा शब्द हैं जिसको हिंदी में बीमा कहते हैं. बीमा कई तरह का होता हैं जैसा कि ऊपर हम लोग कुछ बीमा के बारे में जानकारी प्राप्त किए हैं
Insurance से नुकसान क्या हैं
जहां तक Insurance से नुकसान की बात की जाए तो इंश्योरेंस से नुकसान बहुत कम हैं. जबकि इंश्योरेंस से बहुत ही ज्यादा लाभ ही लाभ हैं.
इसलिए Insurance की बात की जाए तो कभी-कभी ऐसा लगता हैं कि लोग अपने गाड़ी या स्वास्थ्य के लिए बीमा कराते हैं और उनको किसी भी प्रकार का कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता हैं तो लगता हैं कि इंश्योरेंस का पैसा बेकार चला गया.
लेकिन ऐसा नहीं सोचना चाहिए. क्योंकि कभी भी आपको अपने जीवन में घटना दुर्घटना से सामना हो सकता हैं. इसलिए उस समय आपका यह इंश्योरेंस बहुत ही लाभकारी होगा. इसलिए आपने जीवन में जीवन बीमा या स्वास्थ्य बीमा या अपने संबंधित व्यवसाय या गाड़ी का बीमा अवश्य समय से करा लेना चाहिए.
- लाईफ इंश्योरेन्स क्या हैं
- हेल्थ इंश्योरेंस क्या हैं
- एलआईसी का फुल फॉर्म क्या होता हैं
- पॉलिसी बाजार क्या हैं
सारांश
इस लेख में इंश्योरेंस क्या हैं इंश्योरेंस कितने प्रकार का होता हैं से संबंधित सभी प्रकार के जानकारी देने का प्रयास किया गया हैं.
फिर भी यदि आपके मन में insurance kya hai से संबंधित किसी भी प्रकार का सवाल हैं तो कृपया कमेंट करके जरूर पूछें. इंश्योरेंस के बारे में दी गई जानकारी आपको कैसा लगा अपना राय कमेंट करके जरूर दें और इस जानकारी को अपने दोस्त मित्रों के साथ शेयर भी जरूर करें.

प्रियंका तिवारी ज्ञानीटेक न्यूज़ के Co-Founder और Author हैं। इनकी शिक्षा हिंदी ऑनर्स से स्नातक तक हुई हैं, इन्हें हिंदी में बायोग्राफी, फुलफार्म, अविष्कार, Make Money , Technology, Internet & Insurence से संबंधित जानकारियो को सीखना और सिखाना पसन्द हैंं। कृपया अपना स्नेह एवं सहयोग बनाये रखें। सिखते रहे और लोगों को भी सिखाते रहें।