एमडीएच का नाम हम लोग हमेशा सुनते हैं लेकिन MDH ka full form क्या होता हैं इसके बारे में शायद कम ही लोगों को पता होगा एमडीएच का विज्ञापन हम लोग न्यूज़पेपर में टीवी में अक्सर देखते हैं. लेकिन इस कंपनी का स्थापना किसने और कैसे किया इसके बारे में जानते हैं.
MDH का मसाला हर घर में उपयोग किए जाते हैं यह एक मसाला का उत्पादन और विक्री करने वाली कंपनी हैं। भारत के साथ-साथ दुनिया भर में कई देशों में मसालों के जाएकों के रूप में महाशय धर्मपाल गुलाटी को पहचाना जाता हैं ।
इस कंपनी का प्रोडक्ट भारत के साथ साथ विश्व के लगभग सभी देशो में सेल होता हैं। इसिलिए इन्हें मसाला किंग के नाम से लोग जानते हैं. एमडीएच का मालिक एमडीएच का संस्थापक धर्मपाल गुलाटी का 97 साल की उम्र में 2020 में मृत्यु हो गया लेकिन इनकी कंपनी अभी भी चल रही हैं.
MDH Ka Full Form
वैसे तो हमारे देश में कई मसालों की कंपनियां हैं जो कि हम लोग इस्तेमाल करते हैं न्यूज़ पेपर में और टीवी में भी विज्ञापन देखते हैं लेकिन सबसे ज्यादा प्रचलित और लोगों का पहला पसंद मसाला एमडीएच का ही होता हैं हर रोज हम लोग जितने भी सामान का इस्तेमाल करते हैं. एमडीएच का फुल फॉर्म महाशय दी हट्टी होता हैं.
- M:-Mahashian
- D:-Di
- H:-Hatti
चाहे वह मसाले हो या कोई भी खाने वाली ऐसी चीजें हैं जिसको बनाने के लिए कंपनियों का निर्माण जरूर होता हैं तभी हम लोग वह सामान आसानी से खरीद कर इस्तेमाल कर पाते हैं इसी तरह एम डी एच मसाले की भी कंपनी हैं.

एमडीएच कंपनी में बहुत सारे मसालों का उत्पादन होता हैं और इन मसालों का प्रयोग लगभग हर कोई करता हैं भारत में सबसे पहले नंबर पर एवरेस्ट मसाला आता हैं
एमडीएच मसाला दूसरे नंबर पर लोगों का सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाला मसाला हैं. महाशय दी हट्टी को ही शॉर्ट फॉर्म में एमडीएच कहा जाता हैं एमडीएच के नाम से ही मसाला को पहचानते हैं.
MDH full form in Hindi
जब भी हम लोग टीवी में MDH मसाले का विज्ञापन देखतेच मसाले का स्वाद भी बहुत ही अच्छा होता हैं इससे जो भी खाना बनाया जाता हैं वह बहुत ही स्वादिष्ट होता हैं और हर तरह की खाने बनाने के लिए हर तरह के व्यंजन के लिए अलग-अलग मसाले एमडीएच में मिलते हैं.
एमडीएच मसाले का शर्ट फॉर्म नाम हैं जिसका पूरा नाम महाशय दी हट्टी होता हैं इंग्लिश में एमडीएच का फुल फॉर्म Mahashain Di Hatti होता हैं.MDH मसाले के मालिक धर्मपाल गुलाटी को एमडीएच मसाला किंग भी कहा जाता हैं.
- M:-Mahashian:- महाशय
- D:-Di:- दी
- H:-Hatti:- हट्टी
एमडीएच क्या हैं
MDH भारत की मसाला बनाने वाली बहुत बड़ी कंपनी हैं इस कंपनी में किचन में जितने मसाले यूज किए जाते हैं वह सारे मसालों को बनाए जाते हैं. भारत को तो वैसे पहले से ही मसालों के लिए विश्व में पहचाना जाता हैं
क्योंकि बहुत पहले भी कई देशों से व्यापारी आकर भारत में मसालों का व्यापार करते थे कई ऐसे वंश भी हुए हैं जो कि मसालों का व्यापार करने भारत में आए और यही का होकर के रह गए.
भारत में वर्तमान में भी कई तरह की मसाला बनाने वाली कंपनी हैं जिसमें की सबसे बड़ी कंपनी एवरेस्ट मानी जाती हैं और उसके बाद जो सबसे ज्यादा लोगों का पसंद किया जाने वाला मसाला हैं वह हैं एमडीएच.
इसके मसाले सिर्फ भारत में ही लोग पसंद नहीं करते बल्कि यह विश्व में कई देशों में भारत से एमडीएच के मसाले बना करके सेल किए जाते हैं.
एमडीएच की शुरुआत कब हुई
MDH मसाला बनाने का शुरुआत 1919 में जब भारत ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन था उसी समय महाशय चुन्नी लाल गुलाटी ने सियालकोट में अपनी दुकान के द्वारा किया था सियालकोट जो कि वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित हैं.
जब पाकिस्तान और भारत का बंटवारा हुआ उस समय महाशय चुन्नी लाल पाकिस्तान छोड़कर भारत चले आ गए. चुन्नी लाल गुलाटी के पुत्र धर्मपाल गुलाटी थे जो कि मसाला किंग के नाम से जाने जाते हैं.
जब वह भारत दिल्ली करोल बाग आ गए थे यहां पर उन्होंने अपना गुजर-बसर करने के लिए तांगा चालक चलाने लगे लेकिन कुछ दिनों बाद उन्होंने अपने पिता का काम जो कि पहले करते थे
वहीं काम करने के बारे में सोचा और हाथों से कूट-कूट कर मसाला बनाकर बेचने लगे जब मसाला बेचने लगे तो धीरे-धीरे इनके मसालों का स्वाद लोगों को पसंद आने लगा और इनका कारोबार धीरे-धीरे बढ़ने लगा
इसका मसालों का बिजनेस जब ज्यादा बढ़ने लगा तो दिल्ली के कीर्ति नगर में एक प्लॉट खरीद कर वहां पर 1959 में मसालों का कारखाना शुरू किया और उसका नाम महाशय दी हट्टी रखा. जिसको हम लोग एमडीएच मसाला के नाम से जानते हैं धीरे धीरे धर्मपाल गुलाटी का यह दुकान कारखाना का रूप हो गया
कारखाना बहुत ही ग्रोथ करने लगा कुछ ही दिनों में भारत के बड़े मसाला बिजनेसमैन के रूप में महाशय धर्मपाल गुलाटी को लोग जानने लगे. जब धर्मपाल गुलाटी ने मसालों का व्यापार शुरू किया तो उन्होंने 1959 में एक मसाला फैक्ट्री दिल्ली की कीर्ति नगर में प्लॉट खरीद कर बिजनेस शुरू किया था.
लेकिन वर्तमान में MDH मसाले की कई फैक्ट्रियां भारत के साथ-साथ दूसरे देशों में भी स्थित हैं धर्मपाल गुलाटी ने एक छोटी सी दुकान से शुरू की गई बिजनेस को इतनी ऊंचाइयों तक अपने मेहनत के बलबूते पर लेकर आए हैं.
जो बिजनेस धर्मपाल गुलाटी ने 1500 में शुरू किया था उसमें वर्तमान में लगभग 2000 करोड़ रुपए से भी ज्यादा के आमदनी होती हैं.
एमडीएच का मालिक कौन हैं
MDH मसाले बनाने वाली एक कंपनी हैं जिसका शुरुआत महाशय चुन्नी लाल गुलाटी ने 1919 में वर्तमान के पाकिस्तान देश में स्थित पंजाब के सियालकोट में हुआ था. लेकिन देश का विभाजन होने के बाद चुन्नी लाल गुलाटी और उनके पुत्र धर्मपाल गुलाटी भारत के दिल्ली में आ गए.
और यहीं से 1959 में धर्मपाल गुलाटी ने फिर से अपना पुश्तैनी कारोबार मसाला बनाने का कार्य एक छोटी सी दुकान से शुरू किया जैसे-जैसे उनका बिजनेस बढ़ता गया बिजनेस ग्रोथ करता गया उसके बाद उन्होंने दिल्ली के कीर्ति नगर में जमीन खरीद कर एक कारखाना शुरू किया.
MDH का मालिक महासय धर्मपाल गुलाटी हैं वर्तमान में भारत के जितने भी मसाले कंपनी हैं उनमें सबसे प्रमुख और सबसे ज्यादा प्रसिद्ध एमडीएच मसाले हैं
धर्मपाल गुलाटी को मसालों के बिजनेसमैन के रूप में लोगों के बीच पहचान मिल गया एमडीएच का मालिक धर्मपाल गुलाटी ही हैं लेकिन 3 दिसंबर 2020 में धर्मपाल गुलाटी का 97 साल की उम्र में मृत्यु हो गया.
2020 तक MDH कंपनी का सीईओ महाशय धर्मपाल गुलाटी ही थे 2017 में धर्मपाल गुलाटी को सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स के सीईओ घोषित किया गया था
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने धर्मपाल गुलाटी को व्यापार और उद्योग के लिए पद्म विभूषण जैसे सम्मान से भी पुरस्कृत किया था.
महाशय धर्मपाल गुलाटी कौन थे
महाशय धर्मपाल गुलाटी भारत के सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले मसाले MDH के संस्थापक मालिक थे उनका जन्म 27 मार्च 1923 में पाकिस्तान के सियालकोट में हुआ था
लेकिन 1947 के भारत विभाजन के बाद धर्मपाल गुलाटी और उनके पिता महाशय चुन्नी लाल गुलाटी भारत में आकर बस गए यहीं पर उन्होंने दिल्ली में महाशय दी हट्टी नाम से मसालों का कारोबार शुरू किया जिसे एमडीएच के नाम से भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी पहचान मिला हैं.
भारत आने के बाद धर्मपाल गुलाटी पहले तांगा चलाकर अपना गुजर बसर करते थे लेकिन बाद में उन्होंने मसाले बनाकर बेचने का काम शुरू किया. उन्होंने मसालों का कारोबार एक छोटी सी दुकान से शुरू किया था.
लेकिन धीरे-धीरे MDH मसाले के कई कारखाने भारत के साथ-साथ विदेशों में भी वर्तमान में हैं एमडीएच मसाला का उत्पाद 62 से भी ज्यादा श्रृंखला में हैं और 150 से भी ज्यादा कई तरह के पैकेजों में यह मसाला उपलब्ध हैं.
कहा जाता हैं कि धर्मपाल गुलाटी जब भी करोलबाग जाते थे तो वहां पर वह पैदल ही चलते थे कभी भी जूता या चप्पल पहन कर नहीं जाते थे उन्होंने इसके बारे में अपने एक दोस्त से बताया था कि करोलबाग मेरा मंदिर हैं
क्योंकि जब भारत विभाजन के बाद पाकिस्तान से आए थे तो खाली हाथ ही आए थे लेकिन आज के समय में वह करोड़ों के मालिक बन गए हैं.
धर्मपाल गुलाटी पहले विज्ञापन में काम नहीं करना चाहते थे लेकिन जब एमडीएच मसाले का एक विज्ञापन हो रहा था और उसमें दुल्हन के पिता का रोल निभाने वाले व्यक्ति जब टाइम पर नहीं आया तो धर्मपाल गुलाटी ने वह रोल करने के लिए कहा और उसके बाद से जितने भी एम डी एच मसाले के विज्ञापन आते हैं.
उन सारे विज्ञापन में धर्मपाल गुलाटी ही दिखाई देते हैं. इसके बाद धर्मपाल गुलाटी सबसे ज्यादा उम्र के स्टार के तौर पर लोगों के बीच में अपनी प्रसिद्धि बना ली
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया था. 3 दिसंबर 2020 में धर्मपाल गुलाटी का 97 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थ
एमडीएच कंपनी में कौन कौन से प्रोडक्ट बनाए जाते हैं
महाशय दी हट्टी मसाला कंपनी में 62 से भी ज्यादा उत्पादों की श्रृंखला तैयार की जाती हैं और इसमें 150 से भी ज्यादा कई तरह के पैकेजों में मसाले उपलब्ध हैं
इनमें पिसे हुए मसाले मिश्रित मसाले हर तरह के मसाले एमडीएच के उपलब्ध हैं औरMDH के मसाले हर घर में जरूर इस्तेमाल किए जाते हैं
- एमडीएच सब्जी मसाला
- चना मसाला
- गरम मसाला
- देगी मिर्च
- किचन किंग
- कसूरी मेथी
- चंकी चाट मसाला
- राजमामसाला
- मीटमसाला
- शाही पनीर मसाला
- दाल मखनी मसाला
- सांभर मसाला
- पाव भांजी मसाला
- एमडीएच आमचुर
- पानी पुरी मसाला
- एमडीएच हवन सामग्री
- धनिया मसाला
- जीरा मसाला
- काली मिर्च मसाला
- कडाही पनीर मसाला
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सारांश
MDH ka full form इस लेख में MDH का शुरुआत किसने किया एमडीएच का शुरुआत कब हुआ एमडीएच का मालिक कौन हैं इसके बारे में पूरी जानकारी दी गई हैं.
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प्रियंका तिवारी ज्ञानीटेक न्यूज़ के Co-Founder और Author हैं। इनकी शिक्षा हिंदी ऑनर्स से स्नातक तक हुई हैं, इन्हें हिंदी में बायोग्राफी, फुलफार्म, अविष्कार, Make Money , Technology, Internet & Insurence से संबंधित जानकारियो को सीखना और सिखाना पसन्द हैंं। कृपया अपना स्नेह एवं सहयोग बनाये रखें। सिखते रहे और लोगों को भी सिखाते रहें।