जब भी अपने क्षेत्र में किसी तरह के समस्या होती है तो हम एमएलए के पास जाते हैं तो MLA ka full form kya hai एमएलए का फुल फॉर्म क्या होता हैं एमएलए को हिंदी में क्या कहते एमएलए का मतलब क्या होता है इसके बारे में अगर जानकारी चाहते हैं तो इस लेख में विस्तृत रूप से मिलेगी.
हमारा भारत देश एक लोकतांत्रिक देश है जहां पर अपने हिसाब से जीने के लिए सभी को स्वतंत्रता है और प्रशासन कानून का संचालन के लिए कई स्तर में कार्यकारी प्रणाली को बांटा गया है.
ताकि देश राज्य शहर गांव हर क्षेत्र में विकास करने के लिए एक कार्यकारी प्रणाली हो तो आइए इस लेख में नीचे जानते हैं कि एमएलए का क्या कार्य होता है एमएलए को क्या कहते हैं एमएलए का फुल फॉर्म MLA बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए एमएलए की अवधि कितनी होती है.
MLA ka Full Form Kya Hai
एमएलए का फुल फॉर्म Member of Legislative Assembly होता है. हिन्दी में एमएलए को विधायक के नाम से जानते हैं अक्सर हम लोग अपनी समस्याएं लेकर के अपने गांव शहर में अगर किसी तरह की परेशानी होती जैसे कि कहीं रोड बनाना हो बिजली का समस्या हो तो एमएलए के पास इसका शिकायत लेकर जाते हैं.
जिस तरह एक देश का देखरेख करने के लिए देश में जनता को अगर किसी तरह की परेशानी हो रही है किसी तरह का विकास करना है तो केंद्र सरकार होती है उसी तरह एक राज्य की राज्य सरकार होती है जो कि अपने राज्य में राज्य स्तर पर कार्य करती है.

कानून को चलाने के लिए प्रशासन का संचालन करने के लिए कार्यकारी प्रणाली तीन भागों में बांटा गया है.एक केंद्र सरकार दूसरे राज्य सरकार और तीसरे जिला स्तर पर MLA होते हैं जो कि अपने जिला के अंदर निर्वाचन क्षेत्र के अंदर स्थानीय लोगों का मदद करते हैं कार्य करते हैं.
MLA full form in Hindi
किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से कई मतदाता एमएलए के पद के लिए चुनाव लड़ते हैं लेकिन उनमें से जो मतदाताओं के द्वारा निर्वाचित करके विधानसभा सदस्य बनते हैं उन्हें एमएलए कहते हैं जिन्हें मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली कहा जाता है एमएलए को हिंदी में विधायक के नाम से जानते हैं.
वही विधायक अपने क्षेत्र की समस्याएं अपने क्षेत्र की परेशानियां दूर करने के लिए राज्य सरकार के यहां एक प्रतिनिधि होता है अपने क्षेत्र की समस्याओं को अपने क्षेत्र के परेशानियों को राज्य सरकार के पास पहुंचाना एक एमएलए यानी के एक विधायक का कार्य होता है.
एमएलए का मतलब क्या होता है
विधायक का मतलब होता है कि विधानसभा का एक सदस्य जोकि अपने निर्वाचन क्षेत्र से मतदाताओं के द्वारा चुने जाने के बाद वह विधानसभा के सदस्य बनते हैं वही विधायक आगे चलकर मुख्यमंत्री भी बन सकते हैं.
एक विधानसभा में कई विधायक होते हैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के अंदर अपने जनता का समस्या का हल करना रोड बनाना बिजली का कार्य करना किसी तरह की परेशानियों को राज्य सरकार के पास पहुंचा करके उसका हल करना एक विधायक का ही कार्य होता है.
इसीलिए विधायक को अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए राज्य सरकार का प्रतिनिधि कहा जाता है. हमारे भारत देश में कानून को प्रशासन को चलाने के लिए तीन भागों में राजनीतिक व्यवस्था को बांटा गया है.
एक केंद्र सरकार जो कि पूरे देश का देखरेख करती है दूसरा राज्य सरकार जो कि अपने राज्य का नेतृत्व करती है और तीसरा नगर पंचायत नगर पालिका या नगर निगम होता है जो कि अपने निर्वाचन क्षेत्र जहां से वह जीत कर आता है का नेतृत्व करता है.
जनसंख्या को देखते हुए उसके आधार पर हर राज्य में अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों में बांटा गया है तो एक निर्वाचन क्षेत्र से कई उम्मीदवार विधायक के लिए चुनाव लड़ते हैं लेकिन उनमें से एक व्यक्ति अपने निर्वाचन क्षेत्र से मतदाताओं के मत देने के आधार पर चुनाव जीतकर के विधानसभा का सदस्य बनते हैं और वही विधायक कहलाते हैं.
एमएलए का कार्यकाल कितना होता है
जिस तरह प्रधानमंत्री का कार्यकाल मुख्यमंत्री का कार्यकाल राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 साल का होता है उसी तरह से एक एमएलए के कार्यकाल का अवधि 5 वर्ष की ही होती है.
जब विधानसभा चुनाव होता है मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए उसी समय एमएलए यानी कि विधायक भी चुने जाते हैं और जब विधानसभा का कार्यकाल खत्म होता है उसी के साथ एक एमएलए यानि कि एक विधायक का भी कार्यकाल खत्म हो जाता है.
लेकिन कभी-कभी किसी परिस्थिति के अनुसार विधानसभा कि कार्यकाल खत्म होने से पहले भंग करने का भी कानून है या किसी भी तरह का अगर आपातकालीन स्थिति होता है तो उसमें ज्यादा से ज्यादा 6 महीने के लिए कार्यकाल बढ़ाया भी जा सकता है लेकिन 6 महीने से ज्यादा की अवधि नहीं बढ़ाई जा सकती है.
एमएलए के लिए योग्यता
किसी भी पद को प्राप्त करने के लिए किसी भी मुकाम को हासिल करने के लिए एक योग्यता हर व्यक्ति में जरूरी होता है उस व्यक्ति में उस पद के लिए एलिजिबिलिटी होना जरूरी है.
उसी तरह से एक एमएलए बनने के लिए विधानसभा का सदस्य बनने के लिए एक विधायक बनने के लिए किसी भी व्यक्ति में कुछ योग्यताएं आवश्यक होती है तभी वह एक विधायक बनने के लायक हो सकता है.
- जो व्यक्ति विधानसभा का सदस्य बनना चाहता है सबसे जरूरी है कि वह उस देश का नागरिक होना चाहिए.
- देश का नागरिक होने के साथ-साथ वह व्यक्ति का उम्र सीमा 25 वर्ष से अधिक होनी चाहिए अगर 25 वर्ष से कम उम्र का व्यक्ति अगर विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता है तो वह नहीं लड़ सकता है.
- अगर कोई विधायक बनना चाहता है किसी क्षेत्र से लड़ना चाहता है तो उस निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता होना जरूरी है तभी वह उस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ सकता है.
- विधानसभा सदस्य का उम्मीदवार पूरी तरह से स्वस्थ रहना चाहिए किसी भी तरह के मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता है.
- किसी राजनीतिक पार्टी से चुनाव लड़ कर के विधायक बन सकते हैं.
- विधानसभा का सदस्य बनने के लिए किसी भी राजनीतिक दल से होना किसी व्यक्ति का जरूरी नहीं होता है क्योंकि अगर कोई राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ नहीं है तो भी वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकता है और उस निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के मत के द्वारा चुनाव जीतकर उस क्षेत्र का विधायक भी बन सकता है.
एमएलए का कार्य क्या होता है
जब कोई विधानसभा से चुनाव जीतकर के विधायक बनता है तो वह अपने निर्वाचन क्षेत्र का जनप्रतिनिधि होता है जनप्रतिनिधि होने के नाते उस क्षेत्र का विकास करना उस क्षेत्र के बारे में कुछ जिम्मेदारियां कुछ कार्य होता है जो कि 5 साल के अंदर उस विधायक को पूरा करना होता है.
जिस तरह एक पंचायत क्षेत्र में मुखिया का कार्य होता है कि उस पंचायत क्षेत्र में जितने भी गांव हैं उनका विकास करना लोगों के समस्याओं का हल करना मुख्य कार्य होता हैं उसी तरह विधायक के लिए भी कुछ निर्वाचन क्षेत्र निश्चित किए जाते हैं उस निर्वाचन क्षेत्र के अंदर जो भी समस्याएं हैं विकास करना है वह विधायक का कार्य होता है.
- एक विधायक होने के नाते अपने निर्वाचन क्षेत्र के जनप्रतिनिधि के रूप में अपने निर्वाचन क्षेत्र के जो भी परेशानियां हैं जो भी समस्याएं हैं उनको सरकार के पास बताना ले जाना एक विधायक का कार्य होता है.
- राज्य सरकार के तरफ से जो भी सुविधाएं जनता को दी जाती है वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के अंदर जनता तक पहुंचाना एक एमएलए का कार्य होता है.
- जो भी फंड स्थानीय क्षेत्र का विकास करने के लिए राज्य सरकार के तरफ से दिए जाते हैं उसका सही उपयोग करना अपने निर्वाचन क्षेत्र का विकास करना एक विधायक का ही उत्तरदायित्व होता है.
- अगर किसी भी तरह का मुद्दा है कोई बड़ी परेशानी है कोई समस्या है जिसका हल विधायक से नहीं हो रहा है तो उस मुद्दे को विधानसभा में उठाना विधानसभा में रखना और उस समस्या का हल सरकार के द्वारा करवाना एक विधायक का की जिम्मेदारी होती है.
- क्योंकि वही विधायक आगे चलकर के एक मुख्यमंत्री बन सकता है एक कैबिनेट मंत्री बन सकता है इसीलिए अगर वह अपने जिम्मेदारियों को अच्छे से पूरा करेगा अपने जनता का विश्वास के मुताबिक खरा उतरेगा तभी वह आगे भी चल कर चुनाव जीत सकता है.
एमएलए को कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती है
जब कोई व्यक्ति विधानसभा का चुनाव जीतकर के विधानसभा का सदस्य बनता है तो उसे कई तरह की सुविधाएं प्राप्त होती है इसीलिए कई ऐसे व्यक्ति हैं जो कि विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहता है और एक एमएलए बनकर कई सुविधाएं प्राप्त करना चाहता है जैसे कि
- अगर कोई व्यक्ति विधानसभा सदस्य बनता है तो उसे सरकार की तरफ से सरकारी आवास की सुविधा चिकित्सा की सुविधा मिलती है.
- सरकार के तरफ से सरकारी गाड़ी की सुविधा मिलती है.
- एक विधायक को हर महीने सरकार की तरफ से वेतन मिलता है यह वेतन हर राज्य में अलग-अलग निर्धारित किया गया है.
- सरकार के तरफ जो सरकारी गाड़ी मिलती है उसमें डीजल की भी सुविधा एक विधायक को मिलती है.
- जब एक विधायक का 5 वर्ष का कार्यकाल खत्म हो जाता है उसके बाद भी हर महीने लगभग उसे पेंशन भी प्राप्त होता है इसके साथ ही रेलवे की यात्रा और चिकित्सा सुविधा जितने साल भी वह जिंदा रहेगा वह सरकार के तरफ से फ्री मिलता है.
- इतनी सारी सुविधाएं प्राप्त करने के लिए हर व्यक्ति विधायक बनना चाहता है लेकिन अगर कोई विधायक अच्छा कार्य करें तो उसे 5 वर्ष के बाद फिर अगर चुनाव होगा तो जनता उसे जरूर चुनती है.
विधायक कैसे बनें
किसी भी व्यक्ति को अगर विधानसभा का चुनाव लड़ना है विधायक बनना है एक एमएलए के रूप में अपने आप को देखना है तो उसे किसी राजनीतिक पार्टी से या राजनीतिक दल से जुड़ना आवश्यक है अगर कोई राजनीतिक दल से नहीं जुड़ता है तो भी निर्दलीय चुनाव लड़कर के विधानसभा का सदस्य बन सकता है.
इसके साथ ही उस व्यक्ति को अपने क्षेत्र में वहां की जनता के साथ व्यावहारिक होना आवश्यक है ताकि जब वह चुनाव लड़े तो उस क्षेत्र के मतदाता उसे ही मत देकर विजई बनाए.
अगर किसी व्यक्ति को अपने क्षेत्र में जनता से व्यवहार अच्छा नहीं रहता है तो लोग भी उसका साथ नहीं देते हैं तो उस व्यक्ति को चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ सकता है.
FAQ
एमएलए का फुल फॉर्म क्या होता है?
Member of Legislative Assembly होता है.
एमएलए को हिंदी में क्या कहते हैं?
एमएलए को हिंदी में विधायक कहा जाता है.
एमएलए किसे कहते हैं?
जो व्यक्ति विधानसभा चुनाव जीत कर के विधानसभा सदस्य बनते हैं उन्हें विधायक एमएलए कहते हैं.
एमएलए का कार्यकाल कितना होता है?
एक एमएलए का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है.
एक विधायक बनने के लिए कितना आयु आवश्यक है?
एमएलए बनने के लिए मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली बनने के लिए 25 वर्ष से ज्यादा का उम्र होना चाहिए.
इसे भी पढ़ें
- पीसीएस का फुल फॉर्म क्या होता हैं
- एसडीएम का फुल फॉर्म क्या होता हैं
- एमएमएस का फुल फॉम क्या होता हैं
- डीईओ का फुल फॉम क्या होता हैं
- बीईओ का फुल फॉर्म क्या होता हैं
- AM और PM का फुल फॉर्म क्या होता हैं
सारांश
एमएलए के लिए क्या योग्यता होना चाहिए एक विधायक का कार्य क्या होता हैं. MLA बारे में दी गई जानकारी से संबंधित अगर

प्रियंका तिवारी ज्ञानीटेक न्यूज़ के Co-Founder और Author हैं। इनकी शिक्षा हिंदी ऑनर्स से स्नातक तक हुई हैं, इन्हें हिंदी में बायोग्राफी, फुलफार्म, अविष्कार, Make Money , Technology, Internet & Insurence से संबंधित जानकारियो को सीखना और सिखाना पसन्द हैंं। कृपया अपना स्नेह एवं सहयोग बनाये रखें। सिखते रहे और लोगों को भी सिखाते रहें।