NICU full form in hindi एनआईसीयू क्या है, एनआईसीयू का महत्व क्या है. अक्सर कई बच्चों के जन्म के बारे में सुना जाता है कि समय से पहले जब उनका जन्म होता है, तो कई तरह के हेल्थ इश्यू होता है. जिससे उन्हें एक उचित चिकित्सा जरूरी होता है.
ऐसे में हॉस्पिटल में डॉक्टर उन्हें सही चिकित्सा देने के लिए एनआईसीयू में भर्ती करते हैं.ताकि बच्चों में जो भी हेल्थ यीशु है जल्द से जल्द ठीक हो जाए. एनआईसीयू में बच्चों को विशेष नर्सिंग देखभाल, विशेष मेडिकल इंस्ट्रूमेंट के द्वारा देखभाल किया जाता है.
जिस बच्चे का जन्म के समय स्थिति नाजुक होता है या वह कमजोर होते हैं, उन्हें एनआईसीयू के द्वारा विशेष देखभाल के साथ-साथ विशेष चिकित्सा का ध्यान दिया जाता है. उसमें से बच्चे कितने समय कितने दिन में स्वस्थ होकर बाहर निकल सकते हैं यह उनके स्वास्थ्य पर डॉक्टरों की देखभाल पर निर्भर करता है.
NICU Full Form In Hindi
जब भी बच्चा अपनी मां के गर्भ में होता है तो वहां का तापमान वहां का स्थिति अलग होता है. लेकिन बच्चा जैसे ही गर्भ से बाहर निकलते है, उन्हें एक अलग वातावरण मिलता है.
जिससे उन्हें कई तरह के हेल्थ यीशु का भी सामना करना पड़ता है. जो बच्चे समय से पहले जन्म ले लेते हैं वह शरीर से कमजोर नाजुक होते हैं और उनके स्वास्थ्य में भी कई तरह की परेशानियां होती है.
N | Neonatal |
I | Intensive |
C | Care |
U | Unit |
जिनको ठीक करने के लिए एनआईसीयू में रखा जाता है. आईसीयू का फुल फॉर्म Neonatal intensive care Unit होता है. पहले अगर कोई बच्चा समय से पहले जन्म लेता था और वह शरीर से कमजोर होता था, तो कई बार उनकी मृत्यु भी हो जाती थी.
लेकिन दिन पर दिन चिकित्सा के क्षेत्र में कई तरह के अविष्कार हो रहे हैं विकास हो रहे हैं. जिससे बच्चों को सही चिकित्सा उपलब्ध कराया जा रहा है.
एनआईसीयू एक कॉमन वर्ल्ड है जोकि हॉस्पिटल में अक्सर सुना जाता है.एनआईसीयू को हिंदी में नवजात गहन चिकित्सा इकाई कहा जाता है. इसमें कई बेहतरीन शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बच्चों को देखभाल करने के लिए नर्सेज विशेष उपकरण आदि मौजूद रहता है.
NICU क्या है
लगभग हर हॉस्पिटल में जहां बच्चों के जन्म से संबंधित हॉस्पिटल है वहां पर नवजात चिकित्सा इकाई यानी कि NICU जरूर रहता है. इसमें बच्चों को विशेष आवश्यकताओं की व्यापक देखभाल करने के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ का टिम, प्रशिक्षित नर्सेज, विशेष उपकरण आदि उपलब्ध होता है.
जिससे नवजात शिशु के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाता हैं. जल्द से जल्द उनका स्वास्थ्य सही हो पाए इसकी कोशिश की जाती हैं. इसमें बच्चों को सांस लेने के लिए उपकरण उनके शरीर को गर्म रखने के लिए उपकरण सोने के लिए सुरक्षित बेड आदि होता है.
NICU में बच्चे को अगर कोई व्यक्ति देखने भी जाता है तो प्रवेश करने से पहले उसके स्वास्थ्य की जांच जांच होती है.
हाथ धोकर सुरक्षित तरीके से प्रवेश करने की अनुमति होती है. ताकि बच्चे किसी तरह के संक्रमण या कीटाणुओं के संपर्क में न आए.
एनआईसीयू का शुरुआत
जब भी कोई बच्चा जन्म लेता है तो बच्चे के साथ साथ मां का भी कई तरह से शारीरिक भावनात्मक बदलाव होता है वही कोई बच्चा समय से पहले जब जन्म लेते हैं तो उन्हें कई तरह के हेल्थ यीशु का सामना करना पड़ता है बाहरी दुनिया के अनुकूल बनने में समय लगता है.
इसलिए बच्चे के जन्म के 24 घंटे बाद है NICU में एडमिट करके सही देखभाल किया जाता है NICU का शुरुआत लगभग 1960 के दशक के आसपास हुई है.
NICU का महत्व
- इसमें नवजात शिशु के लिए विशेष नर्स की सुविधा उपलब्ध होती है.
- डॉक्टरों की एक विशेष टीम 24 घंटे देखभाल में लगे रहते हैं, ताकि बच्चों को किसी तरह की परेशानी या संक्रमण न हो.
- डॉक्टरों के पास कई तरह के विशेष उपकरण के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान भी होता है. जिससे बच्चों के देखभाल करने में आसानी होती है.
- एनआईसीयू जिस नवजात शिशु के लिए हेल्थ इश्यूज है उनके लिए एक वरदान की तरह साबित होता है.
- NICU में सही देखभाल के वजह से बच्चों को जीवनदान देने का हर संभव प्रयास किया जाता है.
- किसी भी तरह का अगर नवजात शिशु में हेल्थ इश्यू होता है तो विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम के द्वारा समय रहते रोग का पता लगाकर उसका सही समय से इलाज करके बच्चे को स्वस्थ किया जाता है.
- बच्चों के देखभाल के साथ उनके लिए खास जरूरतों का ध्यान रखा जाता है और व्यापक स्तर की सुविधा प्रदान किया जाता है.
- जो भी न्यू बोर्न बेबी को NICU में एडमिट किया जाता है उनके स्वास्थ्य के आधार पर कुछ समय कुछ दिन या कुछ सप्ताह के लिए बहुत ही बेहतरीन देखरेख किया जाता है.
- NICU अनुभवी नर्स चिकित्सक, सहायक, फार्मासिस्ट और आहार विशेषज्ञों को नियुक्त किया जाता है.
NICU में कौन-कौन जा सकता है
जब बच्चों को स्वास्थ्य जटिलता होने के वजह से उचित देखभाल के लिए एनआईसीयू में एडमिट किया जाता है, तो उन्हें देखने के लिए ज्यादा लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं होती है.
उसमें बच्चे को देखने के लिए सबसे ज्यादा माता-पिता जाने के अधिकारी होते हैं. लेकिन अगर फैमिली में अन्य मेंबर भी बच्चों को देखने के लिए जाना चाहते हैं तो उन्हें डॉक्टरों के द्वारा विशेष सुविधा पूर्वक या स्वच्छता के साथ जाने की अनुमति मिलती है.
उसमें जो भी व्यक्ति बच्चे को देखने जाते हैं उन्हें जितने भी आवश्यक टीकाकरण हैं वह लगा होना चाहिए. उन्हें किसी तरह का संक्रमित बीमारी नहीं होना चाहिए. उस व्यक्ति को स्वच्छता के साथ अंदर जाने दिया जाता है.
हाथ धोकर हॉस्पिटल के कपड़े पहन कर जाने की अनुमति मिलती है. बच्चे को देखने जाते समय मुखौटा पहनना पड़ता है और साथ ही हाथों में दस्ताना पहनकर बच्चे को देखा जा सकता है.
एनआईसीयू में कौन-कौन से उपकरण होते हैं
वर्तमान समय में कई तरह के नई नई संक्रमित बीमारी हो रही है जिससे लोगों को परेशानी होती है. खासकर बच्चा जो जन्म लेता है तो नए वातावरण में आने से उन्हें कई तरह की परेशानी होती है.
या बच्चे समय से पहले जन्म लेने के वजह से भी शरीर से नाजुक होते हैं, उन्हें सही देखभाल और पौष्टिकता की जरूरत होती है.
इसलिए उन्हें NICU में भर्ती किया जाता है. एनआईसीयू में कई चिकित्सीय उपकरण होते हैं. समय के साथ-साथ जिस तरह हर चीज में विकास हो रहा है.
नए-नए उपकरणों का अविष्कार हो रहा है. उसी तरह एनआईसीयू के चिकित्सीय उपकरणों में भी कई अत्याधुनिक उपकरण का अविष्कार हो रहा है. जिसके मदद से न्यू बोर्न बेबी का अच्छे से इलाज किया जाता है.
1. शिशु वार्मर
शिशु वार्मर बच्चे के लिए एक छोटा सा बेड होता है. जिस पर हीटर लगा होता है. हीटर के के द्वारा बच्चों को गर्म हवा मिलता है. बच्चे को जल्दी स्वस्थ होने के लिए गर्म हवा की जरूरत होती है.
2. फोटो थेरेपी
अक्सर कई बच्चों को सुना जाता है कि जन्म के कुछ ही दिनों बाद पीलिया रोग हो जाता है. जिससे उनकी आंखों का कुछ भाग या त्वचा पीला पड़ जाता है.
पीलिया का इलाज करने के लिए फोटो थेरेपी नामक चिकित्सीय उपकरण रखा जाता है. इसमें एक विशेष तरह का चिकित्सीय कंबल रहता है. जिस पर बच्चे को सुलाया जाता है.
3. इनक्यूबेटर
इनक्यूबेटर एक प्लास्टिक का छोटा सा बेड होता है जिस पर बच्चे को सुलाया जाता है. बच्चे के शरीर के तापमान और स्वास्थ्य को देखते हुए इनक्यूबेटर पर तापमान को नियंत्रित किया जाता है.
4. फीडिंग ट्यूब
जो बच्चा समय से पहले जन्म लेता है उसे एनआईसीयू में सही इलाज के लिए भर्ती किया जाता है. इस दौरान नवजात बच्चा को मां स्तनपान नहीं करा सकती है. इसलिए NICU में फीडिंग ट्यूब रखा जाता है जिससे बच्चे को अतिरिक्त कैलोरी पोषण आदि दिया जाता है.
5. वेंटीलेटर
कभी-कभी कुछ नवजात बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होता है इसलिए NICU में वेंटीलेटर की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है. जिससे बच्चे को सांस लेने में किसी तरह की परेशानी न हो.
इसके साथ ही और भी कई तरह के आधुनिक उपकरण एनआईसीयू में उपलब्ध होते हैं. जैसे कि मॉनिटर, आईवीएस रेखाएं, चेस्ट लीड, पल्स ऑक्सीमीट्री, बड़ी नालियां, ऑक्सीजन हुड आदि.
FAQ
एनआईसीयू का मतलब क्या होता है
NICU का मतलब गहन देखभाल चिकित्सा होता है. एनआईसीयू को नवजात गहन चिकित्सा इकाई कहा जाता है. जिसमें नवजात शिशुओं के लिए विशेष देखभाल की सुविधा होती है.
एनआईसीयू का फुल फॉर्म क्या होता है
Neonatal intensive care Unit होता हैं .
एनआईसीयू में बच्चा कितना देर रहता है
किसी भी न्यू बोर्न बेबी को NICU में उतना देर ही रखा जाता है जितनी देर में उनकी स्वास्थ्य स्थिति सही हो. कुछ बच्चों को कुछ ही घंटों में या कुछ ही दिनों में निकाल दिया जाता है या किसी को कई हफ्तों तक रखा जाता है. यह उनके स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर रहता है.
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सारांश
NICU full form in hindi एनआईसीयू हॉस्पिटल का एक ऐसा विभाग होता है जिसमें बच्चों को जन्म के समय अगर किसी तरह के परेशानी है तो तत्काल जांच करके इलाज किया जाता है.
इस लेख में NICU का फुल फॉर्म क्या होता है, एनआईसीयू क्या है और इसमें किस तरह का चिकित्सीय उपकरण होता है, इसका क्या महत्व है के बारे में पूरी जानकारी दी गई है अगर इस लेख से संबंधित किसी तरह का सवाल है या सुझाव है तो कृपया कमेंट के द्वारा जरूर बताएं.
प्रियंका तिवारी ज्ञानीटेक न्यूज़ के Co-Founder हैं। इनकी शिक्षा हिंदी ऑनर्स से स्नातक तक हुई हैं, इन्हें हिंदी में बायोग्राफी, फुलफार्म, अविष्कार, Make Money , Technology, Internet & Insurence से संबंधित जानकारियो को सीखना और सिखाना पसन्द हैंं। कृपया अपना स्नेह एवं सहयोग बनाये रखें। सिखते रहे और लोगों को भी सिखाते रहें।