पीएफ क्या है,पीएफ का फुल फॉर्म,स्‍थापना और फायदें

PF kya hai पीएफ क्या है? एक सरकार के द्वारा चलाया जाने वाला स्कीम है। जो भी व्यक्ति प्राइवेट या गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब करते हैं, उनके बेसिक सैलरी से कुछ परसेंट काटकर पीएफ अकाउंट में जमा किया जाता है। जिसे प्रोविडेंट फंड के नाम से जानते हैं। PF का जो भी पैसा जमा होता है, उसे नौकरी छोड़ने के बाद या रिटायरमेंट के बाद कभी भी पैसों की जरूरत है निकाल सकते हैं।

इसमें कुछ टर्म एंड कंडीशन के तहत निकासी किया जा सकता है।यह कर्मचारियों को मिलने वाला एक ऐसा सुविधा है, जिसके द्वारा वह रिटायरमेंट के बाद के भविष्य के लिए संचित करके रख सकते हैं। भविष्‍य में कभी अगर ज्यादा पैसों की जरूरत होगी, तो अपने पीएफ अकाउंट से पैसे निकालने के लिए सक्षम होंगे।

नौकरी के बाद अपने जीवन के लिए कुछ प्लान करने के लिए PF का सुविधा कर्मचारियों के लिए बहुत ही बेहतर होता है। जिससे वह आगे चलकर उस ईपीएफ के भरोसे अपने भविष्य को सुधार सकते हैं।

पीएफ क्या है PF kya hota hai

पीएफ एक ऐसा सरकारी योजना है। जिसके माध्‍यम से कर्मचारियों को सेवानिवृति के बाद वित्तिय सुरक्षा प्रदान होता हैं। इसके तहत किसी भी सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के सैलरी में से कुछ परसेंट काटकर पीएफ अकाउंट में सेव किया जाता है।

किसी भी कंपनी में अगर 20 से ज्यादा कर्मचारी कार्य करते हैं, तो उसमें हर कर्मचारी का पीएफ अकाउंट बनवाना आवश्यक है। यह अकाउंट कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा कर्मचारियों का हर कंपनी में खुलवाया जाता हैं।

PF kya hai

यह एक भारत की वित्‍तीय लेनदेन के मामले में सबसे बड़ा और शासकीय संगठन हैं। हर महीने कर्मचारी के बेसिक सैलरी में से 12 परसेंट कटकर पीएफ अकाउंट में जमा हो जाता है। जिसमें लगभग 3.67 परसेंट पीएफ का और लगभग 8.33 परसेंट पेंशन का पीएफ अकाउंट में जमा होता है।

सबसे फायदेमंद यह होता है कि पीएफ अकाउंट में जो भी पैसा होता है, उस पर सरकार के तरफ से उचित ब्याज भी मिलता है। पीएफ के जो भी पैसे हैं उसको निकालने पर किसी भी तरह का टैक्स नहीं लगता है।

प्रोविडेंट फंड में जमा हुए पैसे कर्मचारी अपने रिटायरमेंट के बाद निकाल सकते हैं। या नौकरी छोड़ने के लगभग 2 या 3 महीने के बाद जब चाहे अपने जरूरत के हिसाब से पैसे निकाल सकते हैं। क्‍योंकि दूसरे कंपनी में कार्य करने पर दूसरा पीएफ खाता खुलता हैं।

पीएफ का फुल फॉर्म क्या होता है

पीएफ का फुल फॉर्म Provident Fund होता है। लेकिन कई लोग इसे ईपीएफ भी कहते हैं जिस का फुल फॉर्म एंप्लोई प्रोविडेंट फंड होता है। इसे हिंदी में कर्मचारी भविष्य निधि कहते है।यह कर्मचारियों के भविष्य के लिए संचित किया गया पैसा होता है, जो कि उन्हें रिटायरमेंट के बाद किस्तों में मिलता है।

हर कोई अपने भविष्य के लिए किसी न किसी संस्था या कंपनी के द्वारा पैसे इन्वेस्ट करके जरूर रखते हैं, जो कि उन्हें अपने और अपने परिवार के भविष्य के लिए कुछ प्लान करने के काम आ सकता है। ऐसे ही जो व्यक्ति किसी प्राइवेट कंपनी या गवर्नमेंट कंपनी में कार्य करते हैं, उनके लिए एंप्लोई प्रोविडेंट फंड जैसी सुविधा दी जाती है।

जिसके द्वारा अपने भविष्य के लिए कुछ पैसे इन्वेस्ट करके रख सकते हैं। इसका संचालन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के द्वारा किया जाता है, जो कि केंद्र सरकार के केंद्रीय श्रम मंत्री के द्वारा संचालन होता है।

पीएफ का स्थापना

यह एक सरकारी योजना है। जिसका संचालन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के द्वारा किया जाता हैं। इसका स्थापना 1952 में भारत सरकार के द्वारा किया गया था। लेकिन इसका अध्यादेश 14 नवंबर 1951 को ही जारी किया गया था।

जिसको पूरी तरह से स्थापित 14 मार्च 1952 में किया गया। इसके बाद इसे पूरे भारत में लागू किया गया। इस संगठन का देखरेख केंद्रीय न्यासी बोर्ड के द्वारा किया जाता है। केंद्रीय न्यासी बोर्ड का केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों के तहत कार्य किया जाता है।

केंद्रीय न्यासी बोर्ड एक त्रिपक्षीय बोर्ड है। जिसमें अंशदाई भविष्य निधि योजना, बीमा योजना और पेंशन योजना का संचालन करता है। पूरे भारत में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन का लगभग 137 कार्यालय है। इसका मुख्‍य कार्यालय दिल्‍ली में स्थित है।

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन का चार आंचलिक कार्यालय भी हैं। जो कि दिल्‍ली,कोलकत्‍ता,मुंबई और चेन्‍नई में स्‍थित हैं। जिसके द्वारा पूरे भारत में कर्मचारियों के भविष्य के लिए PF अकाउंट का संचालन किया जाता है। इसका संचालन भारत सरकार के श्रम एवं नियोजन मंत्रालय के द्वारा होता है।

पीएफ के फायदे

भारत सरकार के द्वारा हर एक कर्मचारियों के भविष्य के लिए PF की योजना का प्रावधान किया गया हैं। ताकि वह रिटायरमेंट के बाद अपने भविष्य के लिए प्लान आसानी से कर सकते हैं। हर एक कर्मचारियों के लिए पीएफ बहुत ही फायदेमंद होता है। इससे आगे चलकर किस्तों में या जब भी जरूरत पड़े इसे निकाल सकते हैं।

  • PF में जो भी पैसा कटता है उसमें ज्यादा से ज्यादा ब्याज मिलता है।
  • कर्मचारी भविष्य निधि के द्वारा मिलने वाले पैसे पर सरकार को किसी भी तरह का टैक्स नहीं देना पड़ता है। अगर कभी पैसे निकालना भी पड़े तो उस पर किसी भी तरह का टैक्स नहीं देना पड़ता है।
  • कभी भी इसमें से अगर पैसा निकालना चाहे तो 90 परसेंट ही पैसे निकाल सकते हैं। पैसे निकालने के लिए कुछ टर्म और कंडीशन का भी ध्यान रखना पड़ता है।
  • हर एक गवर्नमेंट या प्राइवेट कर्मचारी के लिए पैसे सेव करने का बहुत ही बेहतर तरीका है। ताकि अगर वह नौकरी कहीं पर छोड़ते हैं या रिटायर होते हैं तो अपने भविष्य के लिए कुछ पैसे सेव करके रख सकते हैं।
  • एक कर्मचारी के बेसिक सैलरी में से कुछ परसेंट पीएफ अकाउंट में जमा होता है। जो कि वह अपने रिटायरमेंट के बाद घर, जमीन, गाड़ी,चिकित्‍सीय सहायता या बेटी के शादी के लिए या किसी भी जरूरत के लिए आसानी से निकाल सकते हैं।
  • पीएफ के पैसे निकालना भी आसान होता है। इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीके से निकालने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
  • कभी भी पैसे को निकालने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन अप्लाई करके डायरेक्ट अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।
  • यूएएन नंबर के द्वारा पैसे निकालने के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। यूएएन का फुल फॉर्म यूनिवर्सल अकाउंट नंबर होता है।
  • इससे अपने और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित रख सकते हैं।
  • अगर एक कंपनी से दौकरी छोड़ते और फिर दुसरे कंपनी जॉब करते हैं तो 2 महीने बाद अपने पहले पीएफ खाता में जमा राशि अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।
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पीएफ कैसे चेक करते हैं

बेसिक सैलरी में से जो भी 12 परसेंट पैसे पीएफ अकाउंट में जमा होता है उसको चेक करना भी आसान होता है। 

  • PF के पैसे चेक करने के लिए एक मोबाइल ऐप भी आता है। जिसके द्वारा कभी भी अपने मोबाइल से पैसे चेक कर सकते हैं।
  • इस पर एक नंबर होता है जिस पर कभी भी मिस कॉल देकर भी बैलेंस चेक कर सकते हैं।
  • ऑनलाइन कर्मचारी भविष्य निधि के वेबसाइट पर जाकर यूएन नंबर डालकर, पीएफ अकाउंट का बैलेंस चेक कर सकते हैं।
  • ईपीएफ पासबुक भी डाउनलोड करके अपना प्रोविडेंट फंड में जमा राशि चेक कर सकते हैं।
  • कर्मचारी भविष्य निधि का खाता नम्‍बर कैसा होता हैं?
  • इसका खाता संख्‍या 12 अंकों का एक यूनिक अल्‍फान्‍यूमेरिकल नंबर होता हैं। जिसमें दो अक्षर जिस क्षेत्रीय कार्यालय में खाता हैं उसके बारे में होता हैं।उसके बाद 5 अंक होता हैं जोकि उस नियोक्‍ता का कोड रहता हैं। उसके बाद जो भी अंक होता हैं वह कर्मचारी का कोड लिखा रहता हैं।

FAQ

पीएफ कितना परसेंट कटता है?

हर एक कर्मचारी के बेसिक सैलरी में से लगभग 12% राशि पीएफ अकाउंट से हर महीने जमा हो जाता है।

पीएफ पर कितना ब्याज मिलता है?

हर महीने बीएफ अकाउंट में जमा हुए धनराशि पर लगभग 8 परसेंट ब्याज प्राप्त होता है।

PF कब निकाल सकते हैं?

अगर कभी प्रोविडेंट फंड अकाउंट में से जमा हुए राशि को निकालने की जरूरत पड़ी, तो उसे निकाल सकते हैं। लेकिन कहीं भी नौकरी छोड़ने के 2 महीने बाद या रिटायरमेंट के बाद कुछ टर्म एंड कंडीशन का ध्यान रखते हुए निकाल सकते हैं।

पीएफ का संचालन किसके द्वारा होता है?

भारत सरकार के केंद्रीय श्रम और नियोजन मंत्रालय के द्वारा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन का संचालन किया जाता है।

पीएफ की राशि मिलने में कितना समय लगता है?

इस राशि को निकालने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से अप्लाई कर सकते हैं। ऑनलाइन भविष्य कर्मचारी निधि योजना के वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करने के बाद लगभग 3 या 4 दिन में बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर हो जाता है। लेकिन ऑफलाइन अप्लाई करने पर लगभग 15 से 20 दिनों में पैसे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं।

पीएफ खाते से कितना पैसा निकाल सकते हैं?

कभी भी अगर एंप्लॉय प्रोविडेंट फंड अकाउंट से पैसे निकालना चाहते हैं, तो उसमें से 90 परसेंट ही पैसे निकाल सकते हैं।

पीएफ कब निकाल सकते हैं?

अगर कभी भविष्य में पैसों की जरूरत पड़े और पीएफ का पैसा निकालना चाहते हैं, तो उसे रिटायरमेंट के बाद कभी भी निकाल सकते हैं या अगर किसी कंपनी में नौकरी कर रहे हैं उस नौकरी को छोड़ देते हैं, तो लगभग 2 या 3 महीने के बाद पैसे निकालने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

पीएफ का फुल फॉर्म क्‍या होता हैं?

पीएफ को कई लोग ईपीएफ के नाम से भी जानते हैं जिसको एम्पलाई प्रोविडेंट फंड भी कहते हैं।

सारांश

अक्सर नौकरीपेशा लोग अपने भविष्य के लिए कुछ पैसे जमा करके रखते हैं या रिटायरमेंट के बाद उन्हें अपने भविष्य के लिए कुछ प्लान करने के लिए राशि की जरूरत पड़ती है। उनके लिए सरकार के द्वारा चलाए जाने वाले कर्मचारी भविष्य निधि योजना एक बहुत ही बेहतर स्कीम है।जिसके द्वारा कहीं भी नौकरी करते हैं, तो बेसिक सैलरी से कुछ पैसे पीएफ अकाउंट में जमा होता है।

जिसको रिटायरमेंट के बाद अपने किसी भी जरूरतों को पूरा करने के लिए 90 परसेंट तक राशि निकाल सकते हैं। इस लेख में पीएफ क्या है और उससे संबंधित सभी जानकारी दी गई है। अगर इससे किसी भी तरह का कोई सवाल या सुझाव पूछना चाहते हैं, तो कमेंट बॉक्स में टाइप करके पूछ सकते हैं।

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