Solar Panel Ka Avishkar Kisne Kiya? सोलर पैनल का इस्तेमाल बिजली बनाने के लिए किया जाता है। आज के समय में हर किसी के लिए बिजली बहुत ही महत्वपूर्ण हो गया है। बिजली का इस्तेमाल कई तरह के उपकरणों को चलाने के लिए किया जाता है। घर से लेकर बाहर तक हर तरह के कार्यों के लिए अलग-अलग बिजली से चलने वाले उपकरणों का इस्तेमाल हो रहा है।
लेकिन आज के समय में बिजली उत्पन्न करने का एक बहुत ही अच्छा तरीका सोलर पैनल हो गया है। सोलर पैनल का अविष्कार एलेग्जेंडर एडमंड बैकेलल के द्वारा हुआ था। वैसे तो सोनल पैनल को बनाने के लिए कई वैज्ञानिकों ने अपना योगदान दिया।
लेकिन सोलर पैनल को अच्छे तरीके से बिजली उत्पन्न करने के लिए इस्तेमाल एलेग्जेंडर एडमंड बैकेलल के द्वारा ही हुआ था। जिसके बाद से लेकर आज तक कई बड़े-बड़े कार्यों को करने के लिए सोलर पैनल से बिजली उत्पन्न होने लगा है। इस लेख में सोलर पैनल की खोज किसने की सोलर पैनल का अविष्कार कब किया गया और उससे संबंधित सभी जानकारी विस्तार से जानेंगे।
सोलर पैनल का अविष्कार किसने किया
सूर्य के किरणों से बिजली उत्पन्न करने के लिए सोलर पैनल का इस्तेमाल किया जाता है। सोलर पैनल का अविष्कार सबसे पहले एलेग्जेंडर एडमंड बैकेलल ने किया था। उन्होंने अपने कई प्रयासों के बाद सूर्य के किरणों से बिजली उत्पन्न करने का सोलर पैनल का खोज किया।
वैसे आज के समय में बिजली उत्पन्न करने के लिए सबसे ज्यादा उपयोग सोलर पैनल का ही किया जा रहा है। क्योंकि हर तरह के सामानों की कमी होने लगी है। बिजली उत्पन्न करने के लिए अधिकतर पेट्रोलियम पदार्थों का उपयोग किया जाता है।
लेकिन पेट्रोलियम पदार्थों के कमी होने की वजह से सोलर पैनल से बिजली उत्पन्न करने का तरीका सबसे बेहतर और आसान हो गया है। सूर्य पृथ्वी से लगभग 90 मिलीयन दूर है। सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी की दूरी तय करने के लिए 10 मिनट से भी कम का समय लग सकता है। इसी सूर्य के किरणों को सोलर पैनल के द्वारा बिजली बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
सोलर पैनल का अविष्कार कब हुआ
1873 में एलेग्जेंडर एडमंड बैकेलल ने सोलर पैनल का अविष्कार किया। उस समय न्यू सोलर पैनल कहा जाता था। ऐसा माना जाता है की बिजली उत्पन्न करने के लिए सोलर पैनल बेस्ट ऑप्शन है। सूर्य के किरणों को अवशोषित करके बिजली उत्पन्न किया जाता है।
जो विद्युत है वह वातावरण के लिए लोगों के लिए कई तरह से नुकसानदायक भी है। लेकिन सोलर पैनल से उत्पन्न किए गए बिजली बेहतर होता है। इससे बिजली उत्पन्न करने के लिए किसी भी तरह का पैसा भी नहीं लगता हैं।
सोलर पैनल से बिजली कैसे बनाया जाता है
अक्सर हर घर में बिजली नहीं रहने पर बिजली के इस्तेमाल के लिए सोलर पैनल रखा जाता है। सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करके बिजली तैयार किया जाता है। जब सूर्य की किरणें सोलर पैनल पर आती है तो उस प्रकाश में फोटोन होता है।
सोलर पैनल में पीवी सेल या Photo Voltaic सेल्स होता है। जो के सूर्य की किरणों से निकलने वाली फोटोन को इलेक्ट्रॉन में बदलने का कार्य करते हैं। इसी के द्वारा बिजली उत्पन्न किया जाता है। जिस साइज का सोलर पैनल होगा उसी के अनुसार कम या ज्यादा पावर बिजली उत्पन्न हो सकता है।
सोलर पैनल का उपयोग
Solar Panel का उपयोग सबसे ज्यादा बिजली बनाने के लिए किया जाता है। उस बिजली से घर में बल्ब जला सकते हैं। पंखा चला सकते हैं। इसके अलावा सोलर पैनल से और भी कई तरह कार्य किया जाता है। इसका उपयोग आज के समय में खाना पकाने के लिए भी किया जा रहा है।
क्योंकि वर्तमान समय में खाना बनाने के लिए एक ऐसा कुकर का भी अविष्कार हो गया है। जो कि सूर्य की किरणों के द्वारा आसानी से खाना बना सकते हैं। इसमें पानी भी गर्म किया जा सकता हैं। कई छोटे छोटे या बड़े बड़े इमरजेंसी लाइट का भी अविष्कार हो गया है।
जो कि सूर्य के किरणों से चार्ज हो जाता है। वैसे आज के समय में कई देशों में अंतरिक्ष में जाने के लिए भी सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाता है। सौर ऊर्जा के द्वारा ही अंतरिक्ष यान को नियंत्रित करने का कार्य किया जाता है।
सोलर पैनल का लाभ
सोलर पैनल का सबसे बड़ा लाभ यह है कि बिजली नहीं रहने पर भी सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करके बिजली तैयार किया जा सकता है। जिसके द्वारा कई तरह के बिजली से संबंधित कार्यों को आसानी से किया जा सकता है। अगर बिजली नहीं भी है तो सोलर पैनल के द्वारा घर में लाइट पंखा टीवी आदि चला सकते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह सोलर पैनल से बिजली तैयार करने के लिए किसी भी तरह का पैसा नहीं लगता है। एक बार अगर सोलर पैनल खरीद लेते हैं तो उसको अपने छत पर या कहीं भी वैसे जगह पर रख सकते हैं, जहां पर सूर्य का प्रकाश डायरेक्ट सोलर पैनल पर पड़ता है, जिसके द्वारा बिजली उत्पन्न होती है। उससे कई तरह के उपकरण को चार्ज करने के लिए आसानी हो जाता है।
सोलर पैनल से नुकसान
वैसे तो सोलर पैनल से किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता है। क्योंकि विद्युत के मुकाबले इसमें किसी भी तरह का कोई करंट लगने का डर नहीं रहता है। लेकिन सोलर पैनल से बिजली तभी तैयार किया जाता है जब सूर्य के प्रकाश उस सोलर पैनल पर पड़ सकता है।
लेकिन अगर कभी बादल लगा हो बारिश हो रहा हो उस समय सोलर पैनल के द्वारा बिजली का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। अगर किसी को रात में बिजली की आवश्यकता है, उस समय सोलर पैनल से बिजली उत्पन्न नहीं हो सकता हैं। क्योंकि सोलर पैनल से बिजली तभी तैयार हो सकता है जब सूर्य के प्रकाश उस पर पड़ सकता है।
सारांश
आज के समय में बिजली हर किसी के लिए आवश्यक हो गया है। क्योंकि हर तरह के कामों के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चलाने के लिए बिजली की आवश्यकता होती है। बिजली तैयार करने के लिए सोलर पैनल का भी इस्तेमाल किया जाता है।
जो कि बहुत ही बेस्ट ऑप्शन होता है। इस लेख में सोलर पैनल का अविष्कार किसने किया और उससे संबंधित जानकारियों को दिया गया है। इस लेख से संबंधित अगर किसी तरह का सवाल है, तो कृपया कमेंट करके भी बता सकते हैं। इसी तरह से कई महत्वपूर्ण अविष्कार को जानने के लिए इस वेबसाइट को विजिट कर सकते हैं।
मेरा नाम रवि शंकर तिवारी हैं मैं Gyanitechnews ब्लॉग वेबसाईट का Founder और Author हूँ। मैं एक Professional blogger भी हूँ। कंप्यूटर ,टेक्नोलॉजी, इन्टरनेट ,ब्लॉगिेग, SEO, एमएस Word, MS Excel, Make Money एवं अन्य तकनीकी जानकारी के बारे में विशेष रूचि रखते हैंं। इस विषय से जुड़े किसी प्रकार का सवाल हो तो कृपया जरूर पूछे। क्योकि इस ब्लॉग का मकसद लोगो बेहतर जानकारी उपलब्ध कराना हैंं।
इस ब्लॉग पोस्ट में सोलर से नुकसान के बारे में जो जानकारी हमें प्राप्त हुई है वह हमारे लिए उपयोगी है आप इसी प्रकार जानकारी साझा करते रहे इसके लिए धन्यवाद.