जन्माष्टमी तिथि से नहीं बल्कि नक्षत्र से मनाना चाहिए : श्री जीयर स्वामी जी महाराज

janmashtami tithi se nahi nakshatra se manana chahiye

जन्माष्टमी तिथि से नहीं बल्कि नक्षत्र से मनाना चाहिए : श्री जीयर स्वामी जी महाराज – परमानपुर चातुर्मास्य व्रत स्थल पर भारत के महान मनीषी संत श्री लक्ष्मी प्रपन्‍न जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि जन्माष्टमी तिथि से नहीं बल्कि नक्षत्र से मनाना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण का जब जन्म हुआ, उस समय जो … Read more

गृहस्थ आश्रम में पुत्र होना चाहिए : श्री जीयर स्वामी जी महाराज 

grihast ashram me putra hona chahiye

गृहस्थ आश्रम में पुत्र होना चाहिए : श्री जीयर स्वामी जी महाराज – परमानपुर चातुर्मास व्रत स्थल पर भारत के महान मनीषी संत श्री लक्ष्मी प्रपन्‍न जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि गृहस्थ आश्रम में एक पुत्र जरूर होना चाहिए। मातृ, पितृ ऋण से मुक्त होने के लिए पुत्र होना चाहिए। शास्त्रों में बताया गया … Read more

मैं कौन हूं यह समझना चाहिए : श्री जीयर स्वामी जी महाराज 

main kaun hu yah samajhna chahiye

मैं कौन हूं यह समझना चाहिए : श्री जीयर स्वामी जी महाराज – परमानपुर चातुर्मास व्रत स्थल पर भारत के महान मनीषी संत श्री लक्ष्मी प्रपन्‍न जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि मैं कौन हूं, मैं किस लिए हूं, मुझे क्या करना चाहिए, इस बात को हमें समझना चाहिए। इसे समझने के लिए पांच तत्वों … Read more

24 तत्वों से ब्रह्मांड का सृष्टि हुआ : श्री जीयर स्वामी जी महाराज

24 tatwon se bragmand ka srishti hua

24 तत्वों से ब्रह्मांड का सृष्टि हुआ : श्री जीयर स्वामी जी महाराज – परमानपुर चातुर्मास व्रत स्थल पर भारत के महान मनीषी संत श्री लक्ष्मी प्रपन्‍न जीयर स्वामी जी महाराज ने सृष्टि के प्रारंभ में ब्रह्मांड के सृष्टि पर प्रकाश डाला। ब्रह्मांड की सृष्टि 24 तत्वों को मिला करके हुआ। उन 24 तत्वों को … Read more

सृष्टि की रचना पर श्री जीयर स्वामी जी महाराज ने प्रकाश डाला

srishti ki rachana ki sampurna jankari

सृष्टि की रचना पर श्री जीयर स्वामी जी महाराज ने प्रकाश डाला – परमानपुर चातुर्मास्य व्रत स्थल पर भारत के महान मनीषी संत श्री लक्ष्मी प्रपन्‍न जीयर स्वामी जी महाराज ने सृष्टि की रचना पर विस्तार से प्रकाश डाला। स्वामी जी ने कहा कि जब दुनिया में कोई नहीं था, उस समय केवल एकमात्र नारायण … Read more

देवताओं के नाराजगी के कारण जीवन में होती है परेशानियां : श्री जीयर स्वामी जी महाराज

dewtao ke narajgi ke karan jivan me hoti hai pareshaniya

देवताओं के नाराजगी के कारण जीवन में होती है परेशानियां : श्री जीयर स्वामी जी महाराज – परमानपुर चातुर्मास्य व्रत स्थल पर भारत के महान मनीषी संत श्री लक्ष्मी प्रपन्‍न जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि कभी-कभी देवताओं के अधिक पूजा करने के कारण बहुत प्रतिष्ठा, मान, सम्मान, धन बढ़ जाता है। तब देवता … Read more

भक्ति और भक्त चार प्रकार के होते हैं : श्री जीयर स्वामी जी महाराज

bhakti aur bhakt char prakar ke hote hai

भक्ति और भक्त चार प्रकार के होते हैं : श्री जीयर स्वामी जी महाराज-परमानपुर चातुर्मास्य व्रत स्थल पर भारत के महान मनीषी संत श्री लक्ष्मी प्रपन्‍न जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि भक्त चार प्रकार के होते हैं। जिनका भक्ति भी भिन्‍न प्रकार का होता है। पहले भक्त वैसे होते हैं जिनको दुनिया के … Read more

भगवत प्राप्ति के लिए भक्ति मार्ग सबसे श्रेष्ठ : श्री जीयर स्वामी जी महाराज

bhagwat orapti ke liye bhakti marg sreshth

भगवत प्राप्ति के लिए भक्ति मार्ग सबसे श्रेष्ठ : श्री जीयर स्वामी जी महाराज-परमानपुर चातुर्मास्य व्रत स्थल पर भारत के महान मनीषी संत श्री लक्ष्मी प्रपन्‍न जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि भक्ति एकमात्र ऐसा साधन हैं, जिसके माध्यम से मनुष्य भगवान के धाम को प्राप्त कर सकता है। भक्ति के माध्यम से जब … Read more

मंत्र ही मन को काबू करने का सबसे बड़ा माध्यम : श्री जीयर स्वामी जी महाराज 

mantra hi man ko kabu karne ka bada madhyam

मन को काबू करने का सबसे बड़ा माध्यम मंत्र ही हैं- परमानपुर चातुर्मास्य व्रत स्थल पर भारत के महान मनीषी संत श्री लक्ष्मी प्रपन्‍न जीयर स्वामी जी महाराज ने मंत्र के महत्व पर प्रकाश डाला। श्रीमद् भागवत कथा के अंतर्गत गंगा के पावन तट पर राजा परीक्षित के सवालों का जवाब देते हुए शुकदेव जी … Read more

महिलाओं को स्वतंत्र और स्वच्छंद विचरण नहीं करना चाहिए : श्री जीयर स्‍वामी जी महाराज

mahilao ko swatntra vicharan nahi karna chahiye

महिलाओं को स्वतंत्र और स्वच्छंद विचरण नहीं करना चाहिए – परमानपुर चातुर्मास्य व्रत स्थल पर भारत के महान मनीषी संत परम पूज्य श्री लक्ष्मी प्रपन्‍न जीयर स्वामी जी महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि महिलाओं को स्वतंत्र और स्वच्छंद आचरण, व्यवहार नहीं करना चाहिए। ढोल, गंवार, शूद्र, पशु नारी यह सब तारण के अधिकारी, इस … Read more