मैं बिहार हूं जो कि भारत देश का एक महत्वपूर्ण राज्य है मैं भारत देश का एक महत्वपूर्ण अंग हूं। मैं बिहार हूं मैं भारत का सम्मान हूं। भारत देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य आप परिचित होना चाहते हैं तो इस लेख को पढ़ें।
इसमें बिहार के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। जिसमें भारत के सबसे महत्वपूर्ण राज्य बिहार के अंदर क्या क्या है। महान विभूति से लेकर राजनीतिक परिवेश कैसा है, इसका बनावट कैसा है, इस के बारे में आइए जानते हैं।
यह एक ऐसा राज्य है जहां अतिथियों को भगवान माना जाता है। जोकि विहार शब्द से बना है। जिसका मतलब होता है वैसा राज्य जो पूरी दुनिया में अपना जलवा कायम करता है। वैसे बिहार वासियों के सम्मान व्यवहार ज्ञान से पूरी दुनिया परिचित है।
बिहार उत्तर भारत का एक प्रमुख राज्य है जो कि भारत के उत्तरी पूर्वी भाग में स्थित है। जिसका राजधानी पटना है। यह जनसंख्या के हिसाब से भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। जबकि क्षेत्रफल के अनुसार यह भारत का 12 वां राज्य है। वैसे भारत को गांव का देश कहा जाता है ठीक वैसे ही यहां अधिकांश लोग गांव में ही निवास करते हैं। इसीलिए इसको गांव का राज्य भी कहते हैं।
बिहार के बारे में
ऐतिहासिक ग्रंथों के अनुसार भारत देश के बिहार राज्य को पहले मगध प्रदेश नाम से जाना जाता था। जैसा की महाकाव्यों में ऐसा उल्लेख भी किया गया है। एक समय बिहार शिक्षा के क्षेत्र में प्रसिद्ध केंद्र स्थल माना जाता था। विक्रमशिला विश्वविद्यालय, नालंदा विश्वविद्यालय, उदंतपुरी विश्वविद्यालय शिक्षा का सर्व प्रमुख अध्ययन केंद्र माना जाता था। वैसे बिहार राज्य का नाम विहार से हिन्दी में हुआ है.
जोकि बौद्ध सन्यासियों के रहने का स्थान विहार कहा जाता था। इसीलिए बिहार का नाम विहार पड़ा। मगध, अंग प्रदेश और मिथिला का वर्णन कई महाकाव्यों में मिलता है। वही क्षेत्र मिलाकर आज का वर्तमान बिहार माना जाता है।
यहां कई राजाओं ने शासन किया है। बिहार माता सीता का जन्म स्थान मिथिला के नाम से भी जाना जाता था। धीरे-धीरे भारत देश में जैसे-जैसे अलग-अलग राजाओं का शासन हुआ। उसके अनुसार अलग-अलग राज्यों के नाम से जाना जाने वाले जगहों को बदलते हुए बिहार राज्य के रूप में स्थापित किया गया।
बिहार में कितने जिले हैं
सभी 38 जिले हैं। इनमें सबसे बड़ा क्षेत्रफल की दृष्टि से जिला पश्चिमी चंपारण है। जिसका क्षेत्रफल 5224 वर्ग किलोमीटर है। जिसमें पटना जिला सबसे अमीर जिला माना जाता है।
क्योंकि यहां पर वर्तमान में जितनी भी जनसंख्या है उसमें प्रति व्यक्ति आय लगभग 131।1 हजार रुपए मानी जा रही है। क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा जिला शिवहर है।
अररिया | अरवल |
औरंगाबाद | कटिहार |
किशनगंज | कैमूर |
खगड़िया | गया |
गोपालगंज | जमुई |
जहानाबाद | दरभंगा |
नवादा | नालंदा |
पटना | पश्चिम चंपारण |
पूर्णिया | पूर्वी चंपारण |
बक्सर | बाँका |
बेगूसराय | भागलपुर |
भोजपुरी | मधुबनी |
मधेपुर | मुंगेर |
मुजफ्फरपुर | रोहतास |
लखीसराय | वैशाली |
शिवहर | शेखपुरा |
समस्तीपुर | सहरसा |
सारण | सीतामढ़ी |
सिवान | सुपौल |
लोकसभा सीट
40 लोकसभा सीट है। उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद यह तीसरा ऐसा राज्य है जहां पर ज्यादा लोकसभा सीट है। लोकसभा सीट का नाम इस प्रकार है।
अररिया | हाजीपुर |
उजियारपुर | महाराजगंज |
आरा | पूर्वी चंपारण |
औरंगाबाद | पश्चिमी चंपारण |
काराकाट | वैशाली |
किशनगंज | बक्सर |
कटिहार | भागलपुर |
गोपालगंज | बांका |
खगड़िया | पूर्णिया |
गया | बेगूसराय |
जमुई | मधेपुरा |
झंझारपुर | मधुबनी |
जहानाबाद | शिवहर |
नालंदा | मुजफ्फरपुर |
नवादा | वाल्मीकि नगर |
पटना साहिब | सीतामढ़ी |
पाटलिपुत्र | सासाराम |
दरभंगा | सिवान |
सारण | समस्तीपुर |
मुंगेर | सुपौल |
विधानसभा सीट
बिहार विधान परिषद की स्थापना 22 जुलाई 1936 में पहली बार की गई थी। विधानसभा के सभी सदस्य की संख्या 331 पहले थी। लेकिन झारखंड अलग होने के बाद विधानसभा सीट आज 243 है। जिनका नाम इस प्रकार है।
प्राणपुर | आलमनगर | मनिहारी |
कोढ़ा | बिहारीगंज | मधेपुरा |
सोनबरसा | सिंघेश्वर | सिमरी |
बख्तियारपुर | सहरसा | गौड़ाबौराम |
कुशेश्वरस्थान | बेनीपुर | महिशी |
संदेश | बड़हरा | पालीगंज |
मसौढ़ी | विक्रम | फतुहा |
मनेर | कुमरार | पटना साहिब |
फुलवारी | दानापुर | बांकीपुर |
बाढ़ | दीघा | मोकामा |
बख्तियारपुर | इस्लामपुर | नालंदा |
हरनौत | हिलसा | बिहारशरीफ |
अस्थावां | राजगीर | बरबीघा |
सूर्यगढ़ा | शेखपुरा | जमालपुर |
फारबिसगंज | छातापुर | रानीगंज |
सुपौल | पिपरा | त्रिवेणीगंज |
लौकहा | फुलपरास | निर्मली |
मधुबनी | बिस्फी | राजनगर |
बाबूबरही | खजौली | बेनीपट्टी |
बेलसंड | खजौली | हरलाखी |
नरपतगंज | अररिया | सिकटी |
वारसलीगंज | झाझा | सिकंदरा |
चकाई | जमुई | नवादा |
रजौली | गोविंदपुर | हिसुआ |
वजीरगंज | बेलागंज | बोधगया |
टिकारी | टाउन | गया |
इमामपुर | शेरघाटी | बाराचट्टी |
गुरुवा | नवीन पुर | गोह |
ओबरा | कुटुंबा | रफीगंज |
दरौली | सिवान | जीरादेई |
बड़हरिया | दरौंदा | रघुनाथपुर |
परबत्ता | गोपालपुर | खगड़िया |
बैकुंठपुर | कुचायकोट | बरौली |
साहिबगंज | कांटी | पारू |
सकरा | मुजफ्फरपुर | बरूराज |
औराई | कुढ़नी | बोचहां |
गायघाट | मीनापुर | जाले |
दरभंगा | केवटी | हायाघाट |
दरभंगा ग्रामीण | अलीनगर | बहादुरपुर |
भोरे | हथुआ | गोपालगंज |
लखीसराय | तारापुर | मुंगेर |
बेलहर | बांका | धौंरैया |
कटोरिया | अमरपुर | सुल्तानगंज |
पीरपैंती | बीहपुर | कहलगांव |
महाराजगंज | एकमा | गोरेयाकोठी |
मडावरा | बनियापुर | छपरा |
तरैया मांझी | महनार | परसा |
गरखा | सोनपुर | अमनौर |
हाजीपुर | लालगंज | राजापाकार |
वैशाली | राघोपुर | महुआ |
रूपाली | पूर्णिया | कदवा |
अमोल | बनमनखी | बायसी |
कोचाधामन | ठाकुरगंज | कस्बा |
जोकीहाट | किशनगंज | बहादुरगंज |
धमदाहा | बरारी | बलरामपुर |
कटिहार | औरंगाबाद | मखदुमपुर |
जहानाबाद | घोसी | अरवाल |
बिहारी | कुर्था | काराकाट |
नोखा | चेनारी | दिनारा |
सासाराम | करहगर | चैनपुर |
रामगढ़ | मोहनिया | भभुआ |
राजपुर | आरा | जगदीशपुर |
ब्रह्मपुर | शाहपुर | डुमरांव |
बक्सर | अगिआंव | तरारी |
कल्याणपुर | पातेपुर | वारिसनगर |
मोरवा | समस्तीपुर | उजियारपुर |
मोहिउद्दीन नगर | बिभूतिपुर | सरायरंजन |
चेरिया | बखरी | हसनपुर |
मटिहानी | बछवाड़ा | बेगूसराय |
तेघड़ा | साहेबपुर | कमाल |
अलौली | बेलदौर | नाथ नगर |
सुरसंड | सीतामढ़ी | बरियारपुर |
परिहार | बाजपट्टी | रुन्नीसैदपुर |
ढाका | मोतिहारी | बथनाहा |
शिवहर | चिरैया | रीगा |
केसरिया | मधुबन | पिपरा |
नरकटिया | कल्याणपुर | गोविंदगंज |
बेतिया | हरसिद्धि | सुगौली |
बगहा विधानसभा | नौतन | रक्सौल |
लौरिया | चनपटिया | सिकटा |
रामनगर | वाल्मीकि नगर | नरकटियागंज |
बिहार में विधान परिषद के कितने सीट है
यहां का विधान परिषद भी विधानसभा का ही एक अंग है। बिहार में विधान परिषद की जो 75 सीट हैं. उसपर समय-समय से सदस्यों का बदलाव होता रहता है. क्योंकि 5 सालों पर जब भी चुनाव होगा तो वहां पर सदस्य बदल जाएंगे. लेकिन यह 75 सीट मुख्यत: पांच श्रेणियों में बांटा गया है. जिसमें स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से 24 सीट है. स्नातक निर्वाचन क्षेत्र 6 सीट होते हैं.
शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से 6 सीट विधानसभा के विधायकों द्वारा चुने जाते हैं. जो बिहार विधानसभा के सदस्य होते हैं वही मिलकर अपने राजनीतिक दल में नामित सदस्यों को ही चुनते हैं. इसमें 12 ऐसे सीट हैं. जो राज्यपाल के द्वारा मनोनीत किए जाते है. जिसमें साहित्य, कला, विज्ञान, सामाजिक कार्य आदि में जो व्यक्ति विशेष योगदान देते होंगे. उन्हीं का चुनाव किया जाता है.
स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र
- पटना
- भोजपुर और बक्सर
- रोहतास और कैमूर
- नालंदा
- गया और जहानाबाद
- औरंगाबाद
- नवादा
- सारण
- सिवान
- गोपालगंज
- पूर्वी चंपारण
- पश्चिमी चंपारण
- मुजफ्फरपुर
- सिविलगंज और वैशाली
- दरभंगा
- मधुबनी
- समस्तीपुर
- बेगूसराय और खगडिया
- पूर्णिया और कटिहार
- भागलपुर और बांका
- मुंगेर और लखीसराय
- भागलपुर
- वैशाली
- सहरसा और सुपौल
स्नातक निर्वाचन क्षेत्र
स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से जो भी सदस्य चुने जाएंगे. उनको मतदान ग्रेजुएट व्यक्ति ही कर सकते हैं. जिसने ग्रेजुएशन का डिग्री प्राप्त कर लिया हो और मतदाता सूची में उनका नाम होगा. वही मतदान कर सकते हैं.
- पटना
- दरभंगा
- तिरहुत
- सारण
- कोसी
- मगध
शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र
शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जो भी सदस्य चुने जाएंगे. उनका चुनाव सिर्फ योग्य शिक्षक करते हैं. इसमें खास बात यह है कि इसमें शिक्षक ही मतदान करेंगे और जो उम्मीदवार बनेंगे वह भी शिक्षक ही बनेंगे. जिस राज्य में चुनाव होगा. उस राज्य के मान्यता प्राप्त स्कूल, यूनिवर्सिटी, कॉलेज में जो शिक्षक कम से कम 3 साल तक नौकरी किए हैं. वही इस चुनाव में मतदान करने के लिए पात्र माने जाएंगे.
- पटना
- तिरहुत
- सारण
- दरभंगा
- कोसी
- मगध
बिहार में कितनी नदियां बहती है
कुल 21 नदियां बहती है जिनके द्वारा सिंचाई से लेकर पानी की हर तरह की सुविधा को पूर्ण करती है। बिहार की सबसे प्रमुख नदी गंगा नदी है और कई गंगा की सहायक नदियां है। यहां बहने वाली प्रमुख नदियों के बारे में जानेंगे।
- गंगा नदी
- घाघरा
- बागमती
- गंडक
- कोसी
- बूढ़ी गंडक
- कर्मनाशा
- महानंदा
- कमला
- पुनपुन
- अधवारा
- बडुआ
- क्यूल हरोहर
- चंदन
- चीर
- फाल्गु
- दुर्गावती
बिहार में कितने अनुमंडल है
जिस तरह एक राज्य में कई जिले होते हैं उसी तरह एक जिले के अंदर कई अनुमंडल भी होते हैं। बिहार में प्रशासनिक व्यवस्थाओं को बेहतर तरीके से बनाए रखने के लिए कई डिवीजन में विभाजित किया गया है। जिसमें कई प्रमंडल, जिला, अनुमंडल, अंचल है।
अभी 101 अनुमंडल है। अनुमंडल को इंग्लिश में सब डिवीजन कहा जाता है। अनुमंडल लेवल पर जो अधिकारी ग्रामीणों के विकास के लिए कार्य करते हैं उनको अनुमंडलाधिकारी या सब डिविजनल ऑफीसर के नाम से जानते हैं।
बिहार में कितने प्रमंडल है
यहां 9 प्रमंडल है। जिनमें मुंगेर प्रमंडल सबसे बड़ा प्रमंडल माना जाता है। क्योंकि इसमें 6 जिला सम्मिलित किया जाता है। मुंगेर प्रमंडल का मुख्यालय भी मुंगेर में ही बनाया गया है।
- भागलपुर
- तिरहुता
- मुंगेर
- सहरसा
- मुजफ्फरपुर
- गया
- दरभंगा
- पटना
- पूर्णिया
बिहार में कितने प्रखंड है
अंचल को प्रखंड या ब्लॉक के नाम से जानते हैं यहां 534 प्रखंड है।
बिहार में कितने पंचायत है
गांव में प्रशासकीय या गांव के विकास के लिए पंचायत का निर्माण किया गया है। पंचायत का प्रधान मुखिया होता है। एक मुखिया द्वारा ही पंचायत में जितने भी गांव होते हैं। वहां पर विकास कार्य किया जाता है। यहां पंचायत की संख्या 8463 है।
बिहार में कितने गांव हैं
यहां अधिकतर लोग गांव में बसते हैं जिनका प्रमुख जीवन यापन खेती पर ही निर्भर होता है। आज भी कई लोग शहर में जाकर नौकरी करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं। बिहार में 45103 गांव है।
बिहार में कितने नगर निगम है
जिस तरह गांव का विकास करने के लिए पंचायत का निर्माण किया गया है। उसी तरह शहरों का विकास करने के लिए नगर निगम का स्थापना 1952 में किया गया।
नगर निगम का जो प्रधान होता है उसको मेयर के नाम से जानते हैं। शहरों में स्वच्छ जल, फूलों, उद्यानों की साफ-सफाई और निर्माण, नगर के हर क्षेत्र में कूड़ा कचरा की सफाई आदि विकास कार्य मेयर द्वारा किया जाता है। बिहार में लगभग 19 नगर निगम है।
- सीतामढ़ी
- बेतिया
- समस्तीपुर
- सासाराम
- मोतिहारी
- बिहारशरीफ
- कटिहार
- दरभंगा
- पटना
- गया
- पूर्णिया
- भागलपुर
- बेगूसराय
- मुजफ्फरपुर
- मुंगेर
- आरा
- छपरा
बिहार में कितने नगर परिषद है
नगर निगम के हर वार्ड में सभासद या पार्षद चुने जाते हैं। बिहार में 89 नगर परिषद है लेकिन और कुछ नए नगर परिषद बनाए गये हैं।
- मसौढ़ी
- हाजीपुर
- सीवान
- नवादा
- बिहारशरीफ
- खगडि़या
- शेखपुरा
- बक्सर
- डुमरांव
- बिहटा
- सुल्तानगंज
- बरबिघा
बिहार में कितने नगर पंचायत है
लगभग 154 नगर पंचायत है।
बिहार के प्रमुख शहर
गांव की अपेक्षा शहरों में हर चीज के लिए सुविधा मिलती है। हॉस्पिटल यातायात साधन और रोजगार के लिए कई साधन प्राप्त हो जाते हैं इसलिए गांव से लोग शहर आकर अपने जीवन यापन करने लगे हैं।
शहरी क्षेत्रों की आबादी ज्यादा बढ़ने लगी है। आजकल लगभग 11। 30% लोग शहर में बसते हैं। यहां कई शहर है। जिनमें कई प्रमुख शहर है जहां की आबादी बहुत ही ज्यादा है।
- पटना
- गया
- दरभंगा
- मुंगेर
- भागलपुर
- बेगूसराय
- जहानाबाद
- शेखपुरा
- लखीसराय
- आरा
- डेहरी
- सासाराम
- बक्सर
- औरंगाबाद
- गोपालगंज
- सिवान
- मुजफ्फरपुर
- बिहार शरीफ
- दानापुर
- सहरसा
- छपरा
- कटिहार
- हाजीपुर
- किशनगंज
- जमालपुर
- जहानाबाद
- मोतिहारी
- बगहा।
बिहार का प्रमुख पर्यटन स्थल
प्राचीन समय से देश विदेश के लोग पर्यटन स्थल को देखने के लिए यहां आते हैं। यहां पर कई खूबसूरत और फेमस जगह है, जहां पर प्राचीन सभ्यता की परछाई देखने को मिलती है।
हिंदू-मुस्लिम, बौद्ध, जैन, सीख आदि धर्म के तीर्थ स्थल हर क्षेत्र में स्थित है। रामायण काल से ही बिहार का नाम लोग जानते हैं। क्योंकि भगवान राम की पत्नी माता सीता का जन्म स्थली बिहार ही है।
अंग्रेजो द्वारा बनाया गया पटना में कई पर्यटन स्थल है जिसे की आज भी सुरक्षित रखा गया है। यहां पर देखने लायक कई पर्यटन स्थल है।
1 बक्सर
1764 ईसवी का बक्सर युद्ध का इतिहास विश्वामित्र ऋषि का जन्मस्थली, नाथ मंदिर, नौलखा मंदिर।
2 सासाराम
सासाराम में शेरशाह सूरी का मकबरा स्थित है। यहां पर माता तारा चंडी का भी बहुत ही मनमोहक मंदिर है। इसके साथ ही सासाराम में कई प्रकृति से निर्मित जगह है जिसको देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
3 गया
गया एक ऐसा पर्यटन स्थल है जो कि बिहार के सभी पर्यटन स्थलों में प्रमुख माना जाता है। यहां पर हिंदू बौद्ध धर्म के कई पर्यटन स्थल है। जैसे कि हिंदू का विष्णुपद मंदिर है।
जहां पर हर साल पितृ दान किया जाता है। बराबर पहाड़ पर भगवान शिव का हजारों वर्ष पुराना मंदिर है। भगवान बुद्ध को गया में ही बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था।
4 भभुआ
भभुआ मैं कई हजार साल पुराना माता मुंडेश्वरी का मंदिर है।
5 पटना
पटना बिहार की राजधानी है। जहां पर कई प्राचीन पर्यटन स्थल है। हनुमान मंदिर, गोलघर, तारामंडल, म्यूजियम, चिड़ियाघर, शीतला माता मंदिर, बड़ी पटन देवी मंदिर, छोटी पटन देवी मंदिर आदि।
6 मुंगेर
मुंगेर में एक भव्य किला है जिसका निर्माण मीर कासिम ने गंगा नदी किनारे कराया था। लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि महाभारत काल से ही यहां पर यह किला स्थित है। यहां पर कष्ट हरणी घाट के किनारे सीता चरण का मंदिर है।
7 सीतामढ़ी
सीतामढ़ी का नाम माता सीता के नाम पर रखा गया है। यहां पर माना जाता है कि माता सीता का जन्म हुआ था। सीतामढ़ी में सीता माता का एक बहुत ही पुराना मंदिर है। इसके साथ ही और भी कई मंदिर है उर्विजा कुंड, जानकी मंदिर, हलेश्वर स्थान, पंथ पाकुड़, बगही मठ, गोरौल शरीफ, देव कुली।
8. जमुई
जमुई में भी कई क्रिश्चन धर्म, जैन धर्म, हिंदू धर्म आदि धर्म स्थली है। जैसे कि सेंट थॉमस चर्च, गुरुद्वारा, पक्की संगत, चंद्रशेखर संग्रहालय, जैन मंदिर धर्मशाला, मिंटो टावर, काली मंदिर।
9 आरा
आरा में भी कई हिंदू धर्म के साथ-साथ कई धर्म के धार्मिक स्थान है। जैसे कि अरण्य देवी का मंदिर, भवानी मंदिर, मौलाबाग की मस्जिद, चतुर्भुज नारायण मंदिर, जैन सिद्ध भवन, पारसनाथ मंदिर, बखोरापुर काली माता का मंदिर।
10 कटिहार
कटिहार में तीन नदियों का संगम होता है। जिसे ट्रिमोहिनी संगम के नाम से जाना जाता है। इन तीन नदियों में गंगा नदी, कोसी नदी और कल बलिया नदी की धारा मिलती है।
11 नालंदा
नालंदा प्राचीन काल से ही एक शिक्षा के क्षेत्र में प्रमुख स्थल माना जाता है। नालंदा पुरातत्व संग्रहालय बनाया गया है, जहां पर खुदाई से मिले हुए कई तरह के अवशेषों को रखा गया है। यहां पर भगवान बुध के कई तरह के मूर्तियों का भी संग्रह किया गया है। नालंदा में ह्वेंन सॉन्ग मेमोरियल हॉल है।
12. भागलपुर
भागलपुर गंगा के तट पर बसा हुआ एक पुराना शहर है जहां पर कई पर्यटन स्थल है।
13. औरंगाबाद
औरंगाबाद में भगवान सूर्य का बहुत ही पुराना सूर्य मंदिर स्थित है। जो कि हिंदू धर्म के लिए बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है। यहां पर हर साल कार्तिक मास में छठ व्रत में बहुत ही ज्यादा भीड़ होता है। इस मंदिर का स्थापना भगवान कृष्ण के पुत्र साम द्वारा किया गया था।
प्रमुख खेल
यहां कई परंपरागत खेलों का चलन है यहां पर हर क्षेत्र में कई अलग-अलग खेल खेले जाते हैं। लेकिन बिहार का कई प्रमुख खेल है जो कि ज्यादा लोग खेलना पसंद करते हैं। उसमें अपना एक अलग स्थान भी भारत में बनाए हैं।
- शतरंज
- कबड्डी
- खो खो
- क्रिकेट
- टेनिस
- बैडमिंटन
- तीरंदाजी
- गिल्ली डंडा
- कुश्ती
- हॉकी
- जूडो
- बैडमिंटन।
बिहार क प्रमुख भाषाएं
वैसे तो बिहार की भाषाएं विश्व में प्रसिद्ध है। यहां की हिंदी ,भोजपुरी, उर्दू भाषा है। पूरे देश में बिहारी को लोग उनकी भाषा से उनकी बोली से पहचाने जाते हैं। लेकिन यहां कई धर्म के लोग बसते हैं।
हर एक क्षेत्र में अलग-अलग भाषा का प्रयोग किया जाता है। पूरे भारत में बिहार का एक अलग ही स्थान है। यहां के लोग अपने मीठी बोली भाषा से पूरे देश में लोगों को सम्मोहित करते हैं। यहां का दो राजभाषा है हिंदी और उर्दू। लेकिन इसके साथ ही यहां पर कई भाषाएं बोली जाती है।
- भोजपुरी
- मगही
- अंगिका
- बज्जिका
- मैथिली
- खोरठा
- पंचपरगानिया
- नागपुरी
- कुरमाली।
बिहार का प्रमुख भोजन
पूरे देश में बिहार का तौर तरीका भोजन प्रसिद्ध है। जिनमें लिट्टी चोखा का इंटरनेशनल लेवल पर भी चर्चा होता है। यहां पर अधिकतर लोग शाकाहारी खाना पसंद करते हैं मीठा खाना पसंद करते हैं।
हर दिन लोगों का खाना साधारण ही होता है। अधिकतर दाल चावल सब्जी रोटी सब्जी यही खाना प्रतिदिन लोग खाना पसंद करते हैं। इसके अलावा भी यहां कई ऐसे व्यंजन है जो कि लोग खाना पसंद करते हैं और उसे दूसरे राज्यों में भी प्रसिद्धि प्राप्त है।
- मोतीचूर का लड्डू
- तिलकुट
- मालपुआ
- ठेकुआ
- अनारसा की गोली
- मखाना खीर
- खाजा
- लिट्टी चोखा
- चूड़ा दही
- सत्तू
- दाल पूरी
- पूरी जलेबी।
प्रमुख हवाई अड्डे
वैसे तो बिहार में कई हवाई अड्डे हैं। लेकिन अधिकतर लोग पटना हवाई अड्डे से ही कहीं भी जाने के लिए अधिकतर लोग जाते हैं। कई इंटरनेशनल डोमेस्टिक और मिलिट्री एयर बेस एयरपोर्ट है। जिसका नाम इस प्रकार है।
- जय प्रकाश नारायण एयरपोर्ट पटना
- दरभंगा एयरपोर्ट दरभंगा
- गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट गया
- सहरसा एयरपोर्ट सहरसा
- भागलपुर एयरपोर्ट भागलपुर
- मुंगेर एयरपोर्ट
- रक्सौल एयरपोर्ट
- फारबिसगंज एयरपोर्ट
- पूर्णिया एयरपोर्ट
- सब्या एयरपोर्ट गोपालगंज
- बिहटा एयर फोर्स स्टेशन
- छपरा एयरस्ट्रिप
- कटिहार एयरस्ट्रिप
- वीरपुर एयरस्ट्रिप
बिहार के सभी मुख्यमंत्री
भारत आजाद होने के बाद जब 1950 में संविधान बनाया गया उसके बाद से हर राज्य में लोकतंत्र के आधार पर मुख्यमंत्री का चुनाव किया जाने लगा। जब संविधान लागू हुआ तो 1950 में बिहार में सबसे पहले श्री कृष्ण सिंह को मुख्यमंत्री बनाया गया।
इसके बाद से कई मुख्यमंत्रियों ने अपने कार्य और जनता के चुनाव के आधार पर मुख्यमंत्री का पदभार संभाला। वर्तमान समय में बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार है। इसके अलावा 1950 से लेकर आज तक कई मुख्यमंत्री बने।
- श्री कृष्ण सिंह
- दीप नारायण सिंह
- विनोदानंद झा
- कृष्ण बल्लभ सहाय
- महामाया प्रसाद सिन्हा
- सतीश प्रसाद सिंह
- बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल
- भोला पासवान शास्त्री
- हरिहर सिंह
- भोला पासवान शास्त्री
- दरोगा प्रसाद राय
- कर्पूरी ठाकुर
- भोला पासवान शास्त्री
- केदार पांडे
- अब्दुल गफूर
- जगन्नाथ मिश्र
- कर्पूरी ठाकुर
- रामसुंदर दास
- जगन्नाथ मिश्र
- चंद्रशेखर सिंह
- बिंदेश्वरी दुबे
- भागवत झा आजाद
- सत्येंद्र नारायण सिंहा
- जगन्नाथ मिश्र
- लालू प्रसाद यादव
- राबड़ी देवी
- नीतीश कुमार
- जीतन राम मांझी
- नीतीश कुमार
प्रमुख रेलवे स्टेशन
आज के समय में यहां कई रेलवे स्टेशन बनाए दिए गए हैं। बिहार की राजधानी पटना का रेलवे स्टेशन पटना जंक्शन नाम से जानते हैं। यह सबसे ज्यादा प्रसिद्ध रेलवे स्टेशन है।
कहीं भी बिहार में या बाहर जाने के लिए अधिकतर ट्रेन पटना जंक्शन से ही मिलती है। लेकिन पटना में सबसे पुराना रेलवे जंक्शन पटना साहिब है। इसका स्थापना ब्रिटिश शासन के समय 1961 में किया गया था। पहले इसका नाम पटना सिटी स्टेशन था।
लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर पटना साहिब रख दिया गया है। जोकि सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह की जन्म स्थली होने की वजह से उन्हीं के नाम से इस स्टेशन का नाम रखा गया।
बिहार में रेलवे का शुरुआत सबसे पहले मुगलसराय से हावड़ा तक ट्रैक बिछाकर किया गया था। इस पर पटना क्यूल झाझा होते हुए हावड़ा तक ट्रेन जाती थी। वैसे यहां कई प्रसिद्ध रेलवे स्टेशन है जहां से बाहर जाने के लिए अधिकतर ट्रेन उपलब्ध है।
- पटना
- दानापुर
- बक्सर
- आरा
- मुजफ्फरपुर
- दरभंगा
- गया
- समस्तीपुर
- राजेंद्र नगर टर्मिनल
- सहरसा
- पाटलिपुत्र
- डेहरी ऑन सोन
- बापूधाम मोतिहारी
- हाजीपुर
- डुमराव
- औरंगाबाद
- सासाराम।
बिहार की प्रमुख फसल
यह एक ऐसा राज्य है जहां पर अधिकतर लोगों का जीवन यापन कृषी पर ही निर्भर होता है। यहां पर अधिकतर जनसंख्या गांव में ही वास करती है। लोग तरह-तरह का फसलें उपजाते हैं और उसको शहरों में या सरकार द्वारा लगाए गए मंडी में बेचकर अपने जीवन यापन के लिए उपयोग करते हैं।
वैसे कई ऐसे भी जगह है जहां पर सिंचाई की सुविधा बेहतर नहीं हो पाने की वजह से बारिश के सहारे ही लोग खेती करते हैं। जिनमें कभी-कभी सूखाग्रस्त होने की वजह से लोगों को हानि भी होता है। बिहार में कई प्रमुख फसल है जिसे लोग अधिकतर उपजाते हैं।
- धान
- गेंहू
- सरसों
- चना
- गन्ना
- मसूर दाल
- आलू
- मक्का
- अरहर दाल
बिहार की प्रमुख विश्वविद्यालय
पहले बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय, विक्रमशिला विश्वविद्यालय शिक्षा के केंद्र पूरे विश्व में प्रसिद्ध था। लेकिन आजादी के बाद यहां शिक्षा की स्थिति कुछ दयनीय हो गई थी।
लेकिन वर्तमान कई शिक्षा के क्षेत्र में विकास किए गए हैं। कई कॉलेज यूनिवर्सिटी स्कूल आदि का निर्माण किया जा रहा है। जिससे अधिकतर लोग शिक्षित हो सके। आज भी कई प्रसिद्ध विश्वविद्यालय हैं।
मगध विश्वविद्यालय | गया |
पटना विश्वविद्यालय | पटना |
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय | आरा |
गया विश्वविद्यालय | गया |
पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी | पटना |
नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय | नालंदा |
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय | दरभंगा |
तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय | भागलपुर |
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय | मोतिहारी |
बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर | भागलपुर |
नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय | राजगीर |
राजेंद्र कृषि कृषि विश्वविद्यालय | पटना |
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय | दरभंगा |
मौलाना अरबी फारसी विश्वविद्यालय | पटना |
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस | किशनगंज |
दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय | गया |
चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी मीठापुर | पटना |
जयप्रकाश विश्वविद्यालय | छपरा |
बिहार के प्रमुख व्यक्तित्व
भारत की आजादी से लेकर भारतीय हिंदी साहित्य या किसी भी क्षेत्र में बिहार के कई महापुरुषों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जब भारत अंग्रेजों के अधीन था उस समय देश को आजाद कराने के लिए भारत के कई प्रसिद्ध क्रांतिकारियों ने हंसते-हंसते अपनी जान गवा दी। महान व्यक्तित्व के नाम के बारे में जानकारी इस प्रकार है।
- राजेंद्र प्रसाद
- वीर कुंवर सिंह
- श्री कृष्ण सिंह
- अनुग्रह नारायण सिंह
- स्वामी सहजानंद सरस्वती
- गुप्त वंश के राजा अशोक
- गुरु गोविंद सिंह
- शेरशाह सूरी
- चाणक्य
- आर्यभट्ट
- महावीर
- चंद्रगुप्त मौर्य
- शिवपूजन सहाय
- रामवृक्ष बेनीपुरी
- विद्यापति
- जानकी वल्लभ शास्त्री
- रामधारी सिंह दिनकर
- फणीश्वर नाथ रेणु
- नागार्जुन
- नलिन विलोचन शर्मा
- कर्पूरी ठाकुर
- जयप्रकाश नारायण।
बिहार के पड़ोसी राज्य
कई पड़ोसी राज्य है इसकी सीमाएं कई राज्यों से मिलती है।
- उत्तर प्रदेश
- झारखंड
- पश्चिम बंगाल
पड़ोसी देश
यह एक बहुत ही बड़ा जनसंख्या वाला राज्य है। इस राज्य का पड़ोसी देश नेपाल है। सीतामढ़ी की सीमाएं नेपाल की सीमा से सटे हुए हैं।
बिहार के प्रमुख अस्पताल
आजकल स्वास्थ्य विभाग में भी कई बढ़ोतरी किए गए हैं यहां पर कई बड़े-बड़े हॉस्पिटल हैं जहां पर लोग बाहर से भी अपना इलाज कराने के लिए आते हैं।
- पीएमसीएच
- एनएमसीएच
- ऐम्स पटना
- पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल
- आईजीआईएमएस
- एम्स दरभंगा
- मेदांता हॉस्पिटल
- हाइटेक इमरजेंसी हॉस्पिटल
- समय हॉस्पिटल
- पाटलिपुत्र मल्टीप्लस हॉस्पिटल।
बिहार के प्रमुख उद्योग
भारत आजाद होने के बाद जब बिहार में श्रीकृष्ण सिंह मुख्यमंत्री बने उस समय कई उद्योग धंधों का आरंभ किया गया। कई फैक्ट्री कंपनी मिल उन्होंने स्थापित किया। जिसके द्वारा यहां के लोगों का विकास हो सके। आज भी यहां कई उत्पादक क्षेत्र और प्रमुख उद्योग हैंं। जिसके द्वारा लोग कार्य करके अपना जीवन यापन करते हैं।
- चमड़ा उद्योग
- लोहा उद्योग
- खनन उद्योग
- थर्मल पावर स्टेशन
- दुग्ध उद्योग
- चाय उद्योग
- जूट उद्योग
- चीनी उद्योग
- वस्त्र उद्योग
- तंबाकू उद्योग
- कृषि उद्योग
- रेशम उद्योग
- सीमेंट उद्योग
- सिंदूर उद्योग
- रेल इंजन मरम्मत
- तरस रेशम
- कांच उद्योग
- बिहार स्टेट स्कूटर्स लिमिटेड
- भारत वैगन एंड इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड
- जूता कारखाना
- इंडिया पी लिमिटेड
- सूती वस्त्र
- इंजीनियरिंग ,
- लकड़ी
- उर्वरक
- तेल शोधन।
बिहार के प्रमुख मेडिकल कॉलेज
सबसे पहला और सबसे पुराना पटना मेडिकल कॉलेज है। जिसमें पहले दूसरे राज्यों से आकर लोग मेडिकल की पढ़ाई करते थे। लेकिन आजकल कई मेडिकल कॉलेज बनाए जा चुके हैं।
जिससे बिहार के छात्रों को मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए अपने राज्य से दूसरे राज्य में जाने की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती है। उन्हें आसानी से अपने ही राज्य में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए मेडिकल कॉलेज उपलब्ध हो जाती है। प्रमुख गवर्नमेंट और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज।
- पटना मेडिकल कॉलेज
- ऐम्स मेडिकल कॉलेज
- एनएमसीएच
- श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज
- जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज
- दरभंगा मेडिकल कॉलेज
- आयुर्वेदिक कॉलेज पटना
- अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज
- कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज मधेपुरा
- आयुर्वेदिक कॉलेज भागलपुर
- गवर्नमेंट कॉलेज बेतिया
- डेंटल कॉलेज पटना
- आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी
- बुद्धा इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल साइंस एंड हॉस्पिटल पटना
- दयानंद आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज सिवान
- एनएमसीएच सासाराम
- जीडी मेमोरियल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पटना
बिहार के प्रमुख इंजीनियरिंग कॉलेज
आज के समय में एजुकेशन के क्षेत्र में अधिकतर छात्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं। इंजीनियरिंग पढ़ाई करके अपने फ्यूचर को सेटल करना चाहते हैं। जिसके लिए बिहार में भी कई प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज है। ताकि छात्र को किसी दूसरे राज्य में पढ़ाई करने के लिए न जाना पड़े।
- आईआईटी कॉलेज पटना
- एनआईटी कॉलेज
- इंजीनियरिंग कॉलेज इन पटना
- गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज बांका
- बख्तियारपुर कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग
- इंजीनियरिंग कॉलेज वैशाली
- दरभंगा कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग
- गया कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग
- गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज भोजपुर
- बुद्धा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी गया
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी भागलपुर
- गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज मधुबनी
- गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज खगड़िया
- मौलाना आजाद कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी
- लोकनायक जयप्रकाश इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- विद्या विहार इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- विद्याधन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट
- इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पटना साहिब
- कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी वैशाली
- नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी बिहटा
- नालंदा कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पटना
- मदर्स इंस्टीट्यूट टेक्नोलॉजी
- मिलिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- बुद्धा पॉलिटेक्निक इंस्टिट्यूट
प्रमुख राजनीतिक पार्टियां
इन हिन्दी राजनीतिक क्षेत्र में बिहार के कई महान नेता हुए हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राजनीति के क्षेत्र में यह एक ऐसा राज्य है जहां का चुनाव हो या राजनीतिक पार्टियां हो पूरे देश में प्रचलित है। कई राजनीतिक पार्टी है जो कि बहुत ही पुरानी है. उस पार्टी के बारे में जानते हैं
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी
- भारतीय जनता पार्टी
- राष्ट्रीय जनता दल
- राष्ट्रीय जनता दल यूनाइटेड
- लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास
राजकीय पहचान
- बिहार के राजकीय पक्षी गौरया
- राजकीय पशु – बैल
- राजकीय पुष्प – गेंदा
- राजकीय पेड़ – पीपल
- राज्य स्थापना दिवस – 22 मार्च
- राजभाषा – प्रथम हिंदी और द्वितीय उर्दू
- प्रसिद्ध त्योहार – होली, रामनवमी, दशहरा, दिवाली, छठ, सरस्वती पूजा, बुद्ध जयंती, महावीर जयंती, रक्षाबंधन, गुरु गोविंद सिंह जयंती, मुहर्रम, क्रिसमस।
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सारांश
बिहार का इतिहास बहुत ही प्राचीन और समृद्ध है। इस लेख में बिहार के बारे में हर एक छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीजों को विस्तार से ऊपर बताया गया है।
जिसको पढ़कर बिहार के बारे में बेहतर जानकारी प्राप्त कर पाएंगे और इसको बेहतर तरीके से और विस्तृत तरीके से समझने में आसानी होगी। बिहार के बारे में दी गई जानकारी कैसी लगी कमेंट करके बताएं.
प्रियंका तिवारी इस ब्लॉग वेबसाइट के Owner एवं Author भी हैं। प्रियंका तिवारी पटना बिहार की रहने वाली हैं। प्रियंका तिवारी ने हिन्दी ऑनर्स से स्नातक की डिग्री, वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी, आरा, भोजपुर, बिहार, भारत से प्राप्त की हैं। जो निरंतर इस ब्लॉग वेबसाइट पर पोस्ट पब्लिश करती हैं।