Natural science के तीन शाखा है जिसमें रसायन शास्त्र, भौतिक शास्त्र और जीव विज्ञान है. जीव विज्ञान नेचुरल साइंस का एक शाखा है. जिसमें पृथ्वी पर जितने भी प्राणी है. उनकी संरचना, विकास, कार्य, पहचान, उद्भव, वितरण आदि का विस्तृत जानकारी प्राप्त होगा.
वैसे इसकी कई शाखाएं है। हर एक जिवों में किस तरह की मौलिक प्रक्रियाएं होती हैं. उनका जीवन चक्र कैसे चलता है. इस तरह की सभी जानकारी इसके द्वारा ही मिलेगा. अगर पृथ्वी पर रहने वाले हर एक प्राणी को जानना हो तो बायलॉजी सब्जेक्ट का अध्ययन आवश्यक है।
साइंस द्वारा स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के भी तौर तरीके जान सकेंगे. साथ ही दवाई का निर्माण किस तरह से होगा. कौन सी दवाई से स्वास्थ्य बेहतर रहेगा. इसके लिए भी बायोलॉजी का ही अध्ययन होता है।
कई छात्रों को डॉक्टर बनना होगा तो वह बायोलॉजी से अपना पढ़ाई पूरी करते है. साइंस में रसायन शास्त्र, भौतिक शास्त्र तथा जीव विज्ञान तीनों आता हैं. इन्हीं का एक शाखा बायोलॉजी है.
बायोलॉजी का मतलब क्या है
बायोलॉजी का हिंदी जीव विज्ञान होगा. जितने भी धरती पर सजीव प्राणी है. जिनमें जीवन है. उनकी प्रक्रियाओं को इसमें पढ़ने को मिलेगा.
इसमें पृथ्वी के सारे प्राणियों की संरचना वर्गीकरण, इनका पहचान, विकास, उद्भव तथा उनके विवरण को बताया गया हैं. इसमें सभी सजिवों के पहलुओं का गहन एवं सूक्ष्म वर्णन मिलेगा.
बायोलॉजी किन किन शब्दों से मिलकर बना है
यह शब्द ग्रीक भाषा का शब्द हैं. जोकि Boi और Logos दो शब्दों से मिलकर बना है. बायो का अर्थ जीव यानी कि जीवन होगा, लोगोस का अर्थ अध्ययन होगा. दोनों शब्द मिलकर जीवन का अध्ययन होगा. इसका मतलब यही हुआ कि इसमें सारे जीवो का अध्ययन किया जाएगा.
बायोलॉजी का अर्थ
विज्ञान को 3 शाखाओं में बांटा गया है. प्राकृतिक विज्ञान की तीन शाखाओं में एक शाखा बायोलॉजी है. इसमें पृथ्वी पर जितने भी प्राणी, जीवन है उनके जीवन के प्रक्रिया की जानकारी अध्ययन किया जाता है.
पृथ्वी पर जितने भी प्राणी है. उनकी पहचान का संरचना, कार्य, वितरण का उद्भव, विकास आदि का अध्ययन और पूरी तरह से जानकारी प्राप्त किया जाएगा. जब भी कोई भी छात्र आगे चलकर साइंस की पढ़ाई करना चाहेगा, तो ट्वेल्थ में यह सब्जेक्ट एक बहुत ही फेमस और लोकप्रिय सब्जेक्ट होगा.
इसका पढ़ाई 10th के बाद इलेवेंथ, ट्वेल्थ में शुरू हो जाता है. साइंस से जो पढ़ाई करते हैं. वह बायोलॉजी, फिजिक्स, केमेस्ट्री के साथ-साथ मैथ, इंग्लिश आदि की पढ़ाई भी कर पाएंगे.
इससे पढ़ाई करने पर आगे चलकर किसी भी स्टूडेंट को एक अच्छा कैरियर ऑप्शन चुज करने का मौका मिलेगा. जीव विज्ञान के जनक अरस्तु को जाना जाता है.
अरस्तु ने भौतिक, राजनीतिक शास्त्र, जीव विज्ञान, संगीत, नाटक, कविता, तर्कशास्त्र आदि विषयों पर बहुत ही गहन अध्ययन किया था. उस पर रचना भी किया था. अरस्तु एक दर्शनशास्त्र के बहुत ही बड़े दार्शनिक के रूप में जाने जाते हैं.
बायोलॉजी शब्द का प्रयोग सबसे पहले किसने किया
बायोलॉजी शब्द का प्रयोग सबसे पहले 1801 में फ्रांस के एक वैज्ञानिक लैमार्क ने किया था. फिर उनके बाद जर्मन के एक वैज्ञानिक ट्रेविरैनस ने इसका नाम जीव विज्ञान रखा.
पृथ्वी पर लगभग 17 से 18 लाख जीवों का खोज हुआ. इसलिए जिवों में कुछ मौलिक प्रक्रिया का भी वर्णन किया जाता हैं. जिससे कि सजीव का पहचान होगा.
1. पोषण
पृथ्वी पर सभी प्राणी के लिए पोषण बहुत ही जरूरी है. पोषण यानी कि उनके जीने के लिए खाना-पीना किस चीज से मिलेगा. जिससे कि उन्हें ऊर्जा प्राप्त होगा.
2. स्वसन
स्वसन यानी कि जितने भी जीवन हैं. पृथ्वी पर वह सांस लेते तथा छोड़ते है. इसी से पता चलता है कि वह सजीव या निर्जीव हैं. क्योंकि निर्जीव में यह प्रक्रिया नहीं होती.
3. प्रजनन
प्रजनन जीवन का सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया हैं . प्रजनन में कोई भी प्राणी अपनी तरह ही संतान उत्पत्ति करेगा. अपने जैविक अस्तित्व को बनाए रखेगा.
4. संवेदनशीलता
इसमें जीवों में बाहरी अन्य क्रियाओं के प्रति संवेदनशील होना पाया जाता हैं. जैसे कि कोई दूसरा प्राणी किस तरह से उनके साथ व्यवहार करता. किस तरह से बात करता हैं. इसके बारे में उन्हें समझ आता हैं.
बायोलॉजी की शाखाएं
पृथ्वी पर कई तरह के सजीव प्राणी रहते हैं. उनमें से कुछ पेड़, पौधे, जंतु हैं. इन्हीं दोनों का इसमें अध्ययन करने को मिलेगा. बायोलॉजी को दो शाखाओं में बांटा गया. जैसे कि जूलॉजी और बॉटनी.
1. जूलॉजी
यह ग्रीक भाषा जूलॉजी शब्द का हिंदी हैं. Zoo मतलब जंतु तथा Logos मतलब विज्ञान होगा. इस तरह दोनों मिलकर जंतु विज्ञान बन जाता हैं. जूलॉजी के जन्मदाता के रूप में अरस्तु को जाना जाता हैं. क्योंकि इन्होंने ही जंतु इतिहास नाम का सबसे पहले एक किताब लिखा था .
अरस्तु जो कि एक बहुत प्रख्यात दार्शनिक थे. उन्होंने अपने किताब जंतु इतिहास में जंतुओं के स्वभाव रचना तथा जनन आदि के बारे में पूरी तरह से वर्णन किया था. इन्हें father of zoology यानी कि जूलॉजी का पिता कहा जाता हैं.
2. बॉटनी
Botany एक ग्रीक भाषा का शब्द हैं. जिसको हिंदी में वनस्पति विज्ञान कहा जाता है. इसमें पादपों की संरचना उनके भिन्न भिन्न प्रकार के जैविक क्रियाओं का अध्ययन कराया जाता है.
इसमें पृथ्वी पर जितने भी पेड़ पौधे हैं. उनका पूरी तरह से वर्णन किया जाएगा. बॉटनी के जनक थियोफ्रेस्टक को माना जाता हैं.
बायोलॉजी में जीव धारियों को कितने भागों में बांटा गया है
पृथ्वी पर जितने भी सजीव जंतु वनस्पति या कहें कि जितने भी सजीव इस पर रहते है. उनको पांच खंडों में बांटा गया हैं. इसमें पृथ्वी पर जितने जीवित प्राणी जिसमें की छोटे से बैक्टीरिया से लेकर बड़े-बड़े ह्वेल और सभी वनस्पतियों के बारे में अध्ययन किया जाएगा. इसी को देखते हुए इसे 5 भागों में वर्गीकृत किया गया है.
1. पादप
पादप उन्हें कहा जाता है जिसमें पेड़ पौधे कई तरह के फूल पुष्पीय तथा बीजीय पौधे होते है. इनके बारे में भी साइंस में पढ़ाया जाता है.
2. मोनेरा
इसमें दुनिया सभी जीवाणु, साइनो बैक्टीरिया, आर्की बैक्टीरिया आते है. तंतुमय जीवन भी इन्हीं में आते है. इनका साइंस में पूरी तरह से अध्ययन कराया जाता है.
3. प्रोटीस्टा
इसमें संसार में जितने भी कोशिकाएं जलीय यानि कि जल में पाए जाने वाले यूकैरियोटिक प्राणी होंगे. उनका अध्ययन कराया जाता है. इसमें प्रोटोजोआ भी आते हैं.
4. कवक
जोकि परपोषित जीवधारी होंंगे उन्हें कवक कहेंगे. वह अवशोषण द्वारा पोषण लेते हैं. इनकी कोशिका भीती काइटिन से बना होता हैं.
5. जंतु
इसमें संसार में जितने भी बहुकोशिकीय जंतु होते है उनके बारे में बताया जाता है. इसमें सितारा हाइड्रा सरीसृप स्तनधारी प्राणी पक्षी जेलीफिश मछली उभयचर और क्रीमी के बारे में पूरी जानकारी मिलती हैं.
जीवविज्ञान के क्षेत्र में करियर
कई छात्र बायोलॉजी की पढ़ाई करके इसमें अपना कैरियर बनाना चाहते होंगे. उनके लिए यह एक बहुत ही अच्छा सब्जेक्ट होगा. कोई अगर डॉक्टर बनना चाहे. उसके लिए यह सब्जेक्ट बहुत ही अच्छा होगा. अगर वह डॉक्टर नहीं बन पाते तो भी जीव विज्ञान से कई कोर्स होंंगे
वह करके अपना कैरियर अच्छा बना सकेंगे. इस फील्ड में उन्हें कई तरह का नौकरी मिल जाएगा. इसमें कई तरह के ब्रांच हैं जिसमें की कोई भी छात्र अपना फ्यूचर अच्छे से सेटल कर पाएंगे.
- जैव सूचना वैज्ञानिक
- संरक्षण वैज्ञानिक और बनवासी
- बायो केमिस्ट्री और बायोफिजिसिस्ट
- भू वैज्ञानिक
- सूक्ष्मजीव वैज्ञानिक
- पर्यावरण विशेषज्ञ तथा वैज्ञानिक
- बायोमेडिकल इंजीनियर
- जैविक तकनीशियन
- पशु चिकित्सक
- जैविक विज्ञान शिक्षक
- फोरेंसिक साइंस तकनीशियन
- अनुवांशिक परामर्शदाता
- रसायनिक तकनीशियन
- चिकित्सा प्रयोगशाला प्रौद्योगिकीविद
इस तरह से कई ऐसे क्षेत्र हैं जो कि साइंस से कोर्स करने के बाद उनसे संबंधित जॉब मिल पाएंगे. उसमें अपनी इच्छा अनुसार चुन सकेंगे. इसलिए जो भी बायोलॉजी से अपना कैरियर बनाना चाहते होंगे उनके लिए यह बहुत ही अच्छा हैं.
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सारांश
बायोलॉजी का परिभाषा जीव का विज्ञान होगा. इसमें दुनिया में जितने भी प्राणी, जंतु, वनस्पति हैं. उनके बारे में अध्ययन किया जाएगा. यह बायोलॉजी शब्द का हिंदी रूपांतरण हैं.
इस लेख में बायोलॉजी के बारे में पूरी जानकारी दी गए हैं. आप लोगों को इससे संबंधित कोई सवाल हो तो कमेंट करके जरूर पुछें और इस जानकारी को अपने दोस्तो और मित्रों को शेयर भी करें.
प्रियंका तिवारी इस ब्लॉग वेबसाइट के Owner एवं Author भी हैं। प्रियंका तिवारी पटना बिहार की रहने वाली हैं। प्रियंका तिवारी ने हिन्दी ऑनर्स से स्नातक की डिग्री, वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी, आरा, भोजपुर, बिहार, भारत से प्राप्त की हैं। जो निरंतर इस ब्लॉग वेबसाइट पर पोस्ट पब्लिश करती हैं।