क्रेडिट कार्ड क्या होता है

क्रेडिट कार्ड क्या है? देखिए आज हर कोई चाहता है कि हमारे पास एक क्रेडिट कार्ड होता, तो हम अपने जरूरत के जो भी चीज हैं. उसको बहुत ही आसानी से पूरा कर पाते. इसलिए इस लेख में हम आप लोगों के लिए क्रेडिट कार्ड की कंपलीट इनफॉर्मेशन लेकर आए हैं. जिसमें इसके फायदे और नुकसान तथा इसके प्रकार के बारे में भी इनफॉर्मेशन देंगे. जिससे आपको यह समझने में बहुत ही आसानी होगा, कि आपके लिए क्रेडिट कार्ड कितना ज्यादा मददगार साबित हो सकता है. इसे कैसे यूज करना चाहिए इन सभी चीजों की इनफार्मेशन आपको यहां पर हम देंगे.

वैसे लोग जिनका सिबिल स्कोर बहुत ही अच्छा होता है. उन लोगों को बैंकों द्वारा आसानी से क्रेडिट कार्ड ऑफर किया जाता है. जिसमें उनका क्रेडिट लिमिट दिया जाएगा. जैसे आपके पास एक डेबिट कार्ड होता है. ठीक उसी प्रकार का एक क्रेडिट कार्ड भी बैंक द्वारा जारी किया जाता है. 

लेकिन आपको इन दोनों में कुछ अंतर को भी समझना होगा. डेबिट कार्ड में आपके खाता पर पैसा होगा, तभी उसका उपयोग करके काम करेंगे. लेकिन क्रेडिट कार्ड में आपको पहले से पैसा जमा करना नहीं होता है. बल्कि आपके कार्ड पर मान लीजिए 35000 का लिमिट है. तब आपके पास क्रेडिट कार्ड के रूप में 35000 रुपए की राशि उपलब्ध है. आप उसको जहां चाहे, वहां ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से उपयोग कर पाएंगे. यह एक उदाहरण से हम आपको समझ रहे हैं.

क्रेडिट कार्ड क्या होता है

अब मान लीजिए कि आपके पास पैसा नहीं है तथा आपको किसी चीज की खरीदारी करने की आवश्यकता है. तब यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड उपलब्ध है. तब बिना पैसा के भी वहां पर जो भी आपका जरूरत का समान है. उसको खरीद पाएंगे. लेकिन इसका जो बिल होगा, वह एक किसी खास निश्चित तारीख पर जनरेट होगा. जिसके बाद आपको 15 दिन के अंदर उसका सारा जो भी अमाउंट होगा. जमा करना पड़ेगा. 

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मान लीजिए आज आपको एक क्रेडिट कार्ड किसी बैंक द्वारा जारी कर दिया जाता है. उसके बाद उसे आप इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे. तब आपके पेपर पर लिखा होगा कि आपके क्रेडिट कार्ड का बिल किस तारीख को जनरेट किया जाएगा. उसके बाद से 15 दिन का समय मिलेगा. जिसका मतलब है कि 45 दिन के अंदर आप जितना भी राशि खर्च करते हैं, उस राशि को जमा करना पड़ेगा.

क्रेडिट कार्ड कैसे काम करता है

वैसे तो यह सभी लोगों को आसानी से नहीं मिल पाता. क्योंकि जिनके पास कुछ इनकम प्रूफ होगा. उन्हीं लोगों को बैंकों द्वारा ऑफर किया जाएगा. यदि आप किसी बैंक या किसी भी ऑर्गेनाइजेशन से लोन लिए हैं. तब आपका यदि सिबिल स्कोर 700 के ऊपर होगा, तभी आपको बैंक क्रेडिट कार्ड देने के लिए ऑफर करेगा.

उसके बाद इसके उपयोग करने से आपकी परेशानी शुरू होती है. जैसे आप जितना ज्यादा इसका उपयोग करेंगे. उतना ही ज्यादा आप उसके अमाउंट को खर्च करते चले जाते हैं. मान लीजिए कि आज से आप उपयोग करना शुरू कर दिए हैं. अब जब आपका बिल बनने वाला है. उस दिन तक जितना पैसे आप खर्च कर देते हैं. उतना का बिल उस दिन बन जाता है. उसके बाद आपको 15 दिन का समय मिलेगा.

उस समय के अंदर पूरी राशि आपको जमा करनी होती है. यदि इन राशि को आप जमा नहीं करते हैं. तब पर डे बहुत ही ज्यादा यहां पर चार्ज लगाया जाता है. इस तरह से यदि समय से पैसों को जमा नहीं करते. तब आपके ऊपर बहुत ही ज्यादा बाउंस चार्ज लगाया जाता है, तथा आपका सिबिल स्कोर भी डाउन हो जाएगा. इस तरह से यह पूरा कार्य पद्धति इसका चलता है.

क्रेडिट कार्ड के प्रकार

क्रेडिट कार्ड हम अलग-अलग कार्यों के लिए इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आपको जानकारी है कि इसका अलग-अलग प्रकार का होता है. अलग-अलग ऑनलाइन वर्क के लिए डिफरेंट होता है. जिससे आप शॉपिंग, ऑनलाइन टिकट बुकिंग, रिचार्ज आदि आसानी से करके अपने पैसे भी बचा पाएंगे. भारत के वित्तीय बाजार में हर दिन नए-नए फीचर्स और वेरिएंट के साथ वित्तिय कार्ड को लांच किया जा रहा है. जिसे चुने से पहले आपको उसके बारे में बेहतर जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है. जिसमें फीचर्स, कार्ड लिमिट और वेरियंट अलग-अलग प्रकार का होता है.

वैसे तो क्रेडिट कार्ड कई अलग-अलग तरह के होते हैं. जिनमें से कुछ प्रमुख के बारे में हमने इस लेख में जानकारी दी है. वैसे अगर वित्तीय कार्ड लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले उसके फीचर्स उसकी खासियत के बारे में जानकारी प्राप्त करें कि उसको लेने से आपको किस तरह से फायदा होगा. किस चीज के लिए उसको यूज कर सकते हैं. किस चीज को खरीदने पर कैशबैक या रिवॉर्ड पॉइंट मिल सकते हैं.

1. एयरलाइन वित्तिय कार्ड

इसमें फ्लाइट से यात्रा करने के लिए बुकिंग का एक अलग ही सुविधा दिया जाता है. इससे फ्लाइट का टिकट बुकिंग करने पर आपको बोनस प्वाइंट, रीवार्ड्स प्वाइंट, कैशबैक मिलता है. अगर विदेश में किसी को लेनदेन विदेशी मुद्रा में करते हैं, तो उस पर भी छूट मिलता है. होटल बुकिंग करने पर छूट मिलता है.

2. यात्रा क्रेडिट कार्ड

इसे ट्रेवल के लिए इस्‍तेमाल किया जाता हैं. जैसे कि ट्रेन टिकट बुकिंग, बस  टिकट बुकिंग, हवाई जहाज  टिकट बुकिंग, होटल बुकिंग आदि. इससे बुकिंग करने से आकर्षक लाभ के साथ बोनस प्वाइंट, रीवार्ड्स प्वाइंट, कैशबैक मिलता हैं.

3. शॉपिंग क्रेडिट कार्ड

अलग-अलग बैंकों द्वारा शॉपिंग के लिए एक अलग ही क्रेडिट कार्ड जारी किया जाता है. जिसमें ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी तरह के शॉपिंग के लिए यूज कर पाएंगे. जिससे शॉपिंग पर कैशबैक और डिस्काउंट प्राप्त होगा.

4. स्टूडेंट वित्तिय कार्ड

अगर पढ़ने वाले छात्र हैं. वह अपनी कुछ जरूरत के लिए क्रेडिट कार्ड लेना चाहते हैं, तो उनके लिए यह सबसे बेस्ट होगा. क्योंकि इसे छात्रों के लिए ही बनाया गया हैं.  यह अधिकतर कॉलेज या यूनिवर्सिटी द्वारा छात्रों को दिया जाता है. जो छात्र पढ़ाई करने में स्टैंडर्ड अफॉर्डेबल नहीं कर पाते हैं. वह इस कार्ड का उपयोग कर सकते हैं. क्योंकि इसमें उन्हें कम शुल्क और बेहतर क्रेडिट लिमिट के साथ मिलता हैं.

5. फ्यूल क्रेडिट कार्ड

अधिकतर लोगों को बाहर गाड़ी से ही आना जाना रहता हैं. जिन्हें ज्यादा बाहर कार्य करना हैं. उनके लिए यह बेहतर होगा. क्योंकि इससे किसी भी पेट्रोल पंप पर फ्यूल खरीदने पर कैशबैक, ऑफर और रिवॉर्ड पॉइंट प्राप्त होता हैं. उस कैशबैक और रिवॉर्ड को दोबारा फ्यूल भरवाने के लिए इस्तेमाल में ले सकते हैं.

क्रेडिट कार्ड के नियम एवं शर्तें

यह जो नए लोग होते हैं. उनको इसके विशेष नियम एवं शर्तों को समझना जरूरी है. नहीं तो आप बुरी तरीके से इसमें फंस जाएंगे. फिर आप कर्ज से परेशान हो जाएंगे. नए लोग अक्सर यह गलती करते हैं कि उनको कार्ड मिल जाता हैं. तब उनको लगेगा कि अब हमारे पास बहुत पैसा है और उसका गलत तरीके से इस्तेमाल करने लगेंगे. जिसके बाद जो भी पैसा होगा, उसको खर्च कर देंगे. जब उनका बिल जेनरेट होगा.

तब उनको यह भी पता नहीं रहता हैं कि कब हमें पैसा जमा करना होता हैं. जिसके कारण उनके ऊपर बैंक अपने नियम के हिसाब से पेनल्टी लगना शुरू कर देता हैं. इसीलिए आपको इन सारी चीजों को समझना होगा. नियम एवं शर्ट को पढ़ना होगा. तभी आप सही तरीके से वित्तिय कार्ड का उपयोग कर पाएंगे. नहीं तो आपके ऊपर इसका बहुत ही ज्यादा बोझ बढ़ सकता हैं. क्योंकि जब तक इसके नियम एवं शर्ट को नहीं समझेंगे. तब तक आप मुश्किल में पड़ सकते हैं.

उदाहरण के लिए अधिकतर लोगों को पता नहीं होता, कि हम अधिक कैश का निकासी क्रेडिट कार्ड से करेंगे, तो उस पर लगभग 500 से ऊपर का चार्ज लगेगा. जिस पर जीएसटी भी लगाया जाएगा. ऐसे ही कई चीजे हैं, जिनको आपको जानना जरूरी हैं. नहीं तो कई हाइडेन चार्ज भी होता हैं. जिसके बारे में आप नहीं जानते होंगे और आपके ऊपर उसका पेनल्टी लगा दिया जाता हैं.

क्रेडिट कार्ड का लाभ

कभी-कभी आदमी मुश्किल में होता है. उस समय उसको कैश की आवश्यकता होती है. लेकिन जब उसके पास क्रेडिट कार्ड मौजूद रहता है, तो वह बहुत ही आसानी से अपने समस्याओं से निकल पाता है. क्योंकि उस समय उसको किसी से पैसा मांगना नहीं पड़ता. क्योंकि क्रेडिट कार्ड से उसका मदद हो जाता है. उदाहरण देकर हम आपको इसके फायदा बताते हैं. मान लीजिए अचानक कभी किसी का तबीयत खराब हो जाए. उस समय पैसा नहीं है. तब आपका क्रेडिट कार्ड आपको ज्यादा वहां पर फायदा पहुंचाएगा.

क्योंकि उससे आप जो भी बीमार व्यक्ति होंगे, उसका सही तरीके से इलाज हॉस्पिटल में करवा पाएंगे. क्योंकि आज के समय में ऑनलाइन हर जगह पर पेमेंट की सुविधा उपलब्ध है. जहां पर ऑनलाइन पेमेंट से दवा खरीद पाएंगे तथा जो भी इलाज की ज़रूरतें होगी. उस आवश्यकताओं को पूरी कर पाएंगे, तो वित्तिय कार्ड के ऐसे समय पर सही तरीके से उपयोग करना भी लोगों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है. लेकिन इसके जो भी लाभ है, उसका सही तरीके से उपयोग करेंगे, तो आपको बहुत ज्यादा फायदा ही होगा.

क्रेडिट कार्ड का दुरूपयोग

इसके कई नुकसान हैं. जैसे इसका सबसे ज्यादा दुरूपयोग लोग करना शुरू कर देते हैं. जैसे एक कहावत है कि जब हमारे पास बहुत ज्यादा पैसा होता है. तब उसका हम दुरुपयोग करने लगेंगे. वही कहावत सटीक आपके क्रेडिट कार्ड के नुकसान में भी बैठता है. क्योंकि एक बार आपके पास कार्ड मिल जाता है. तब बैंकों द्वारा यदि आपका सिविल स्कोर अच्छा होगा, तो कई वित्तिय कार्ड ऑफर होने लगेंगे. फिर आप लालच में पड़कर कई ऑफर को स्वीकार कर लेंगे. 

जिसके बाद अब आपका खर्च लिमिट से बाहर हो जाएगा. अब धीरे-धीरे आप खर्च करके पूरा उसका लिमिट समाप्त कर देते हैं. इसके बाद जब उसका बिल जेनरेट होगा. तब आपके सामने समस्या खड़ा होगी कि अब जो भी राशि जमा करना हैं. वह बहुत ही ज्यादा हो गया हैं. यदि आप नौकरी व्यापार करते हैं. आपका सैलरी कम होगा. लेकिन उससे ज्यादा आप क्रेडिट कार्ड पर खर्च कर चुके हैं. अब आपको उस राशि को 15 दिन के अंदर जमा करना होगा. अब आपका समस्या वहां से खड़ा होगा. 

आप समय पर पूरी राशि जमा नहीं कर पाते. जिसके कारण जो भी खर्च किए गए पैसे हैं. उसको लोन के रूप में आपको कन्वर्ट करना पड़ेगा. जिस पर ब्याज अधिक लगेगा तथा आपके ऊपर दबाव बनना शुरू हो जाएगा. ऐसे ही बार-बार आप उसके चक्कर में पड़ जाएंगे. धीरे-धीरे आपके लोन का अमाउंट बढ़ते चला जाएगा. आप कर्ज में डूबने लगेंगे, तो क्रेडिट कार्ड का यह बहुत बड़ा नुकसान हैं. यह हम अनुभव के आधार पर आपको बता रहे हैं. ऐसा कई लोगों के साथ होता हैं. क्योंकि जो लोग सतर्क नहीं होते, उनको नुकसान उठाना ही पड़ेगा.

क्रेडिट कार्ड का नुकसान

कभी-कभी तो ऐसा भी होगा, कि जितना आपका इनकम होगा. उससे ज्यादा क्रेडिट कार्ड का बिल आ जाएगा. उस स्थिति में आपको अपनी खर्च की गई रकम को लोन में कन्वर्ट करना पड़ेगा. जिससे कर्ज बढ़ना शुरू हो जाएगा. धीरे-धीरे खर्च करने का लत बढ़ने लगेगा. आदमी के जीवन में यही से एक क्रेडिट का नुकसान होना शुरू हो जाएगा.

क्योंकि उनके पास पैसा होगा. उस समय वह यह नहीं सोचते कि इसका ओरिजिनल प्राइस कितना है. धीरे-धीरे ऐसे ही क्या होता है कि वह दुकानदार सभी लोगों को वही सामान ₹15 में बेचने लगेगा. इसके बाद महंगाई बढ़ना शुरू हो जाएगा. ऐसे ही देश में जब भी महंगाई बढ़ता है. तब उसका सबसे बड़ा कारण यही होता है कि लोगों के पास जब अधिक कैश बढ़ेगा. तब देश, राज्य, बाजार में महंगाई भी बढ़ना शुरू हो जाएगा.

अब ठीक ऐसे ही क्रेडिट कार्ड में भी होता है. क्योंकि एक प्रकार से यह भी आपके पास कैश के रूप में उपलब्ध रहता है. क्योंकि आज तो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कहीं भी आप जाते हैं, तो स्कैन करके भी पेमेंट अपने क्रेडिट कार्ड से कर देंगे. क्योंकि अब रूपी कार्ड भी आने लगा है. जिसके बाद से फोन पे, गूगल पे से भी पेमेंट करना आसान हो गया है. अब जितना ज्यादा सुविधाएं बढ़ रही हैं. उतना ज्यादा आपको उसका कीमत भी चुकाना पड़ रहा है.

खर्चे पर कंट्रोल नहीं होना

जब अधिक मात्रा में पैसे आपके वर्चुअल कार्ड में रहेंगे. तब उसका उपयोग कहीं न कहीं खरीदारी में करेंगे. क्योंकि स्वाभाविक है, कि जितना ज्यादा पैसा होगा, उतना ही ज्यादा खर्च होगा. अब जब आपका खरीदारी का मन नहीं है, तब भी आपके पास यदि क्रेडिट कार्ड मौजूद है, तो आप कुछ न कुछ जरूर खरीदने का प्लानिंग करेंगे.

क्या होगा कि आप बहुत ज्यादा सामान बाय कर लेंगे. उसके बाद आपका इनकम जब आता हैं, ताे जितना आप कमाएंगे. उतना पैसा बिल भरने में चला जाएगा.

जब तक आपके खर्चे पर कंट्रोल कभी नहीं होगा. क्योंकि हर समय आपके पास आपके पर्स में एक ऐसा यह जादू कार्ड उपलब्ध रहेगा. जो आपके मन को 5 गुना बढ़ा कर रखता है. जिसका कारण यह होगा कि आप जहां जाएंगे. वहां कुछ आपको अच्छा लगेगा.

तब उसको जरूर वहां से ले लेंगे. जिसके कारण आपका बजट नहीं है. फिर भी खरीदारी का जो प्लानिंग है. वह दिनों दिन बढ़ रहा है. यह सबसे बड़ा कारण हैं जो आपको बैंकिंग क्रेडिट कार्ड से होता है. इसीलिए इसका उपयोग करके कई लोग अपने आप को कर्ज में डुबो लेते हैं.

अनावश्यक ज़रूरतें बढ़ाना

अब देखिए जो जरूरी चीज नहीं हैं, उसको भी लोग ले लेंगे. क्योंकि लगता है कि चलो मार्केट में कुछ नया चीज आया हैं. उदाहरण के लिए आपके घर टीवी उपलब्ध हैं. फिर भी यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड है और यदि मार्केट में कोई नया डिजिटल टीवी आ गया. तब आपका मन करेगा कि हम उसको देखें कि उसका कैसा फीचर्स है.

अब ऐसा करने से क्या होगा कि उसको खरीदने के लिए आपके मन में भाव आना शुरू हो जाएगा. दो-चार दिन 5 दिन के बाद जाकर जरूर खरीदी लेंगे. यह सब कुछ तब होता हैं. जब वही क्रेडिट कार्ड आपके पास उपलब्ध होगा. इसीलिए आपके पास जितना ज्यादा पैसा कैश में उपलब्ध होगा. उतना ही ज्यादा खर्च बढ़ेगा. आज के समय में क्रेडिट कार्ड भी कैश वाला कार्ड बन गया हैं.

कर्ज में डूबना

यह हमारा अनुभव हैं कि बहुत लोग ऐसे होंगे. जिनको कई बैंकों द्वारा कई क्रेडिट कार्ड दे दिया गया हैं. जिसका लिमिट लाखों में हैं. लेकिन उनका इनकम सैलरी जो हैं महीने का सीमित हैं. उदाहरण के लिए उनका सैलरी एक लाख हैं. लेकिन उसके पास क्रेडिट कार्ड 3 लाख तक लिमिट का उपलब्ध हैं. अब सोचिए जिनके पास 3 लाख का कार्ड हैं, वह तो खर्च उतना ही करेंगे. 

लेकिन इनकम उनके पास एक लाख का हैं. अब इससे क्या होगा, कि वह खरीदारी बहुत ज्यादा मात्रा में कर लेंगे. इसके बाद जब उसका बिल जेनरेट होगा. तब उनके पास सैलरी तो एक लाख ही हैं. लेकिन उन्होंने खरीदारी 2 लाख का कर लिया हैं.

अब उनके पास कर्ज के अलावा कोई दूसरा ऑप्शन नहीं होगा. तब वह अपने एक लाख अमाउंट को लोन में कन्वर्ट करेंगे. जिससे बैंक को फायदा होगा. आपका नुकसान होगा, तो यह एक ऐसा लुभाने चीज हैं. जिसको हर कोई लेना भी चाहता हैं तथा लेने के बाद पछताते भी हैं.

क्रेडिट कार्ड कैसे बनता है

इसके लिए कुछ जरूरी क्राइटेरिया होता है. उसको जब हम पूरा करेंगे. तब हमारे लिए किसी भी बैंक में दरवाजा खुल जाएगा. क्योंकि हमारा फाइनेंशियल स्टेटस ही हमारे सिविल स्कोर को मजबूती प्रदान करता है. इसके बाद ही क्रेडिट कार्ड मिलेगा. इसलिए हमें अपने फाइनेंशियल पावर को मजबूत करना होगा. 

जो नए लोग होते हैं. जिनका अभी तक सिबिल स्कोर या लोन से कोई भी लगाव नहीं है तथा वैसे लोग जो अभी अपना नौकरी या जॉब स्टार्ट किए हैं. लेकिन उनके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है. वे सभी लोग अपना क्रेडिट कार्ड कैसे बनवा सकते हैं. इनमें कुछ ऐसे भी व्यक्ति होंगे. जो कहीं जॉब नहीं करते होंगे. जिनका परमानेंट कोई इनकम सोर्स नहीं होगा. 

वे लोग भी अपने लिए कैसे क्रेडिट कार्ड बनवाएंगे. देखिए भारत में रहने वाले सभी लोग जिनका कोई नियमित आय हो या नहीं हो. लेकिन उनके पास अच्छा सिबिल स्कोर होगा तथा वह किसी भी बैंक शाखा से किसी भी प्रकार के लोन लिए हैं. उनका स्टेटस बहुत ही अच्छा है. तब उनको आसानी से किसी भी बैंक से ऑफर फोन कॉल के माध्यम से भी मिल जाता है.

जिसके लिए यदि हम किसी भी बैंक से लोन लेंगे. तब हमें उसका जो ईएमआई है. उसको सही समय से जमा करना होगा. इसके बाद ही हमारा सिविल स्कोर 700 के ऊपर जाएगा. तब हमारे पीछले बैकग्राउंड की स्थिति जब बेहतर होती है. तभी बैंक हमें बहुत ही आसानी से कार्ड प्रोवाइड कर देता है.

क्रेडिट कार्ड के लिए योग्यता

जिनका 25000 से ज्यादा हर महीने सैलरी आता होगा. वह इसके लिए पूरी तरह से योग्‍य माने जाएंगे. जो भारत के नागरिक हैं. जिनका उम्र लगभग 21 वर्ष से ज्यादा है तथा वह हर महीने नियमित आय प्राप्त करते होंगे. वह पूरी तरह से इसके लिए योग्य होंगे. वैसे लोग जिनका न कोई व्यापार है, न वह कहीं नौकरी करते हों. उन लोगों के लिए योग्यता तभी पूर्ण हो सकेगी. 

जब वह किसी भी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से सबसे पहले छोटा एक लोन लेते हैं. जैसे मान लीजिए उदाहरण के लिए आप एक मोबाइल खरीदते हैं. उसका EMI सही समय से जमा कर देंगे. तब आपका सिविल स्कोर अच्छा हो जाएगा. उसके बाद पीछे के लोन स्टेटमेंट के आधार पर आपको बैंकों द्वारा क्रेडिट कार्ड दे दिया जाएगा.

शुरुआत में लिमिट कम दिया जाता है. लेकिन फिर सही तरीके से उपयोग करते हैं. तब आपका क्रेडिट लिमिट भी बढ़ जाएगा. सबसे महत्वपूर्ण यही चीज है कि आपको अपना फाइनेंशियल स्ट्रैंथ बेहतर करना है. आपको अपना क्रेडिट बनाना है.

क्रेडिट कार्ड बनवाने का तरीका

दो प्रमुख तरीके हैं. जिससे कोई भी व्यक्ति आसानी से बैंकों से कांटेक्ट कर सकता है. जिसमें पहले ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से आप किसी भी बैंक के वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं. दूसरा ऑफलाइन मोड में आप किसी भी बैंक शाखा में जाएंगे. वहां पर आप कांटेक्ट करके भी अप्लाई कर पाएंगे, तो चलिए नीचे हम आपको बताते हैं कि आपको कैसे क्या करना चाहिए.

1. ऑनलाइन अप्लाई करें

अभी ऊपर जो भी हमने बताया है. उस क्राइटेरिया को फुल फील करेंगे. तब आपको आसानी से किसी भी बैंक के वेबसाइट पर जाकर जो भी प्रक्रिया है. उसको ऑनलाइन पूरा करना होगा. उदाहरण के लिए आप स्टेट बैंक से क्रेडिट कार्ड लेना चाहते हैं. तब उसके लिए उसके वेबसाइट sbicard.com पर जाना होगा. ठीक इसी प्रकार से अन्य किसी भी बैंक से यदि आप कार्ड लेना चाहते हैं, तो उसके वेबसाइट पर जाएंगे. वहां पर जाकर आप पूरा फार्म फूल फिल करेंगे.

जिसमें आपका नाम, पैन कार्ड, एड्रेस, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी एवं अन्य जानकारी देना होगा. इसके बाद पूरा फॉर्म भर करके आप सबमिट कर देते हैं. उसके बाद बैंक द्वारा आपको कॉल आएगा तथा आगे की जो भी प्रक्रिया होगी. वह बैंक आपको फोन कॉल के माध्यम से सूचित करता हैं. फिर आप अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड इत्यादि वेरीफाई के लिए सबमिट करेंगे. जिसके बाद 7 दिन के अंदर आपका सारा प्रक्रिया पूरा हो जाएगा. उसके बाद आपके पास क्रेडिट कार्ड भी 4 से 5 दिनों के अंदर घर पर डाक द्वारा भेज दिया जाएगा.

2. ऑफलाइन बैंक शाखा में जाकर

मान लीजिए कुछ ऐसे लोग हैं जो की ऑनलाइन नहीं अप्लाई कर सकते हैं. उनके लिए सबसे अच्छा हैं कि वह अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाएं वहां पर बैंक मैनेजर या जो भी स्टाफ है. उनसे जानकारी वहां प्राप्त करें तथा जो भी प्रक्रिया है. उसको वहां पर जो भी बैंक के अधिकारी होते हैं.

वह आपसे फॉर्म इत्यादि का जो प्रक्रिया है, पूरी करवाएंगे. जिसमें आपको आपका फोटो, पैन कार्ड, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर इत्यादि की इनफार्मेशन मांगी जाती हैं. उसके बाद फॉर्म वहां पर सब कुछ रेडी करके और अप्लाई कर दिया जाएगा. इसके बाद आपका क्रेडिट कार्ड बन जाता हैं और आपके घर पर पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भेज दिया जाता हैं.

3. बैंक प्रतिनिधि द्वारा

अब देखिए यदि आपका सिबिल स्कोर अच्छा होगा. तब आपको डायरेक्ट बैंक प्रतिनिधि फोन भी करेंगे. जिसके लिए आपको कुछ करने की आवश्यकता नहीं हैं. आपके मोबाइल पर कभी न कभी किसी न किसी बैंक से फोन आएगा तथा वे लोग आपको बताएंगे कि आपको क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाना हैं. उसके लिए आपको सारी प्रक्रिया वेलोग फोन पर बताएंगे. इसके बाद जब आप सहमति प्रदान करेंगे.

तब आपके घर पर बैंक का कोई भी एक एग्जीक्यूटिव आता हैं. वह आपसे आधार कार्ड, पैन कार्ड का फोटो लेकर वेरीफाइसेशन का जो प्रक्रिया हैं. उसको पूरा कर देगा. इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आप अपने घर बैठे ही सारी प्रक्रिया को पूरी कर लेंगे और आपका क्रेडिट कार्ड भी घर बैठे 7 दिन के अंदर प्राप्त हो जाएगा.

सारांश

इस लेख में क्रेडिट कार्ड के बारे में हमने पूरा विस्तार से बताया है. जिससे आपको इसे बनाने की जो भी प्रक्रिया है. उसके बारे में विस्‍तृत इनफॉर्मेशन मिला होगा. जिससे आप अपना क्रेडिट कार्ड आसानी से बनवा सकते है. जिसमें ऑनलाइन, ऑफलाइन, बैंक प्रतिनिधि तथा कितने दिन में क्रेडिट कार्ड आ जाता है. इन सभी चीजों के बारे में हमने आपको पूरी जानकारी दी हैं.

यदि अभी तक आप क्रेडिट कार्ड नहीं लिए है, तो हम आपको यह सलाह नहीं देंगे कि इसको मत लीजिए. लेकिन इसको लेने के बाद बहुत ही सावधानी से उपयोग करना जरूरी है. जो लोग पहले से उपयोग कर रहे हैं. वह भी इसका उपयोग बहुत ही सावधानी से करें. नहीं तो धीरे-धीरे आपका कर्ज बढ़ना शुरू हो जाएगा. फिर आप इसको कंट्रोल नहीं कर पाएंगे. इसीलिए इसको धैर्य पूर्वक सही तरीके से उपयोग करना सीखें.

सवाल जवाब

Q1. क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए क्या-क्या लगेगा?

Ans. आधार कार्ड, पैन कार्ड, इनकम प्रूफ यही तीन चीज विशेष रूप से लगता है तथा आपका एक फोटो तथा एड्रेस वेरीफिकेशन होगा. उसके बाद बहुत ही इजली बन जाता है.

Q2. क्रेडिट कार्ड कौन ले सकता है?

Ans. जिनके पास नियमित इनकम होगा. उन्हें ही बैंकों द्वारा दिया जाएगा. जैसे व्यापार, नौकरी या अन्य माध्यमों से आप यदि हर महीने नियमित राशि कमाते हैं. तब आपके सिबिल स्कोर के आधार पर क्रेडिट कार्ड जारी होता हैं.

Q3. क्रेडिट कार्ड कौन जारी करता है?

Ans. भारत के सभी सरकारी या प्राइवेट बैंक के द्वारा आरबीआई के गाइडलाइन के अनुसार क्रेडिट कार्ड जारी किया जाता हैं.

Q4. क्रेडिट कार्ड का मतलब क्या होता है?

Ans. इसका मतलब यह होगा कि आपको पहले पैसा नहीं जमा करना है. लेकिन आप पहले इसका खर्च कर सकते हैं. उसके बाद आपको पैसा चुकाना होता है.

Q5. क्रेडिट कार्ड कैसे बनता हैं अप्लाई ऑनलाइन?

Ans. जिस बैंक से बनवाना चाहते हैं. उस बैंक के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं. वहां पर आपको सारा ऑप्शन मिलेगा. उसको भरना होगा. उसके बाद आपका सारी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरा कर लेंगे.

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