12वीं बाद सीआईडी ऑफिसर कैसे बने

ग्रेजुएशन करके यूपीएससी एग्‍जाम क्लियर करके सीआईडी ऑफिसर बने पाएंगे। लेकिन उसके लिए और भी कई प्रोसेस हैं। जिसकी जानकारी नीचे विस्‍तृत दी गई।

सीआईडी भारत की एक गुप्त जांच एजेंसी है, जो कि बहुत ही संवेदनशील और संगीन अपराधों का गुप्त रूप से इन्वेस्टिगेशन करते हैं. जैसे कि मर्डर डकैती रेप आदि जैसे क्राइम का जब पुलिस सही अपराधी और सुराग नहीं ढूंढ पाती हैं।

तब सीआईडी ऑफिसर द्वारा गुप्त रूप से इन्वेस्टिगेशन किया जाता है. यह भी पुलिस संगठन का ही एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इनमें किसी भी क्राईम का इन्वेस्टिगेशन करने और बेहतर तरीके से अपराधी खोज करने की गुण मौजूद होती है. अकाउंटेंट कैसे बने

सीआईडी ऑफिसर कैसे बने

भारत में सीआईडी का गठन ब्रिटिश सरकार द्वारा किया गया था. जिस कठिन अपराध इन्वेस्टिगेशन पुलिस फोर्स नहीं कर पाती है, सही अपराधियों को पकड़ने में पुलिस सफल नहीं हो पाती है, वह अपराध जांच इनके द्वारा कराया जाता है.

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CID Officer Kaise Bane सीआईडी ऑफिसर कैसे बने

इसमें अगर कांस्टेबल का पोस्ट ज्वाइन करना चाहते हैं, तो उसके लिए टेंथ बाद 12वीं पास करना जरूरी है. 12वीं पास करके यूपीएससी द्वारा आयोजित होने वाला सिविल सर्विसेज एक्जाम पास करके सीआईडी में कांस्टेबल पद प्राप्त कर पाएंगे.

अगर ऑफिसर पद पर ज्वाइन करना चाहते हैं तो उसके लिए 12वीं बाद सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पास करना पड़ेगा.

ग्रेजुएशन बाद ऑफिसर बनने के लिए यूपीएससी एग्जाम देने के लिए अप्लाई कर सकते हैं. यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम 3 चरणों में होता है.

पहले चरण में लिखित परीक्षा और दूसरे चरण में फिजिकल टेस्ट होगा. यह दोनों परीक्षा पास करने के बाद कैंडिडेट का इंटरव्यू होगा. अगर इंटरव्यू में पास कर जाएंगे, तो ऑफिसर के लिए चयनित किए जाएंगे.

वैसे क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट ज्वाइन करने के लिए दूसरा तरीका भी हैं. पुलिस फोर्स में ज्वाइन करके कर सकते हैं. पुलिस फोर्स में कुछ दिन इमानदारी से और पूरी निष्ठा से कार्य करते हैं तो इसमें ज्वाइन कर सकते हैं.

सीआईडी का फुल फॉर्म

इसका फुल फॉर्म crime investigation department होता है. इसको हिंदी में अपराध जांच विभाग के नाम से जाना जाता है. क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट एक राज्य स्तरीय जांच एजेंसी है,

जो कि केवल राज्य स्तर पर ही किसी भी तरह का अपराधिक मामले का इन्वेस्टिगेशन कर पाएंगे. इसका संचालन किसी भी राज्य की राज्य सरकार और हाईकोर्ट द्वारा किया जाता है.

सीआईडी ऑफिसर के लिए योग्यता

किसी भी राज्य में संवेदनशील और जटिल अपराध जांच करने के लिए क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट को हायर किया जाता है.

इसमें जो भी ऑफिसर या कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल होंंगे वह शारीरिक रूप से फिट  होने चाहिए. हर कैंडिडेट में कुछ जरूरी योग्यता होनी चाहिए. तभी यूपीएससी परीक्षा देकर ऑफिसर बन पाएंगे.

1. शैक्षिक योग्यता

  • टेंथ के बाद किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 12वीं पास करें.
  • 12वीं के बाद किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पास करें.
  • ग्रेजुएशन किसी भी विषय से कर सकेंगे.
  • कैंडिडेट भारत का नागरिक होना आवश्यक चाहिए.
  • कैंडिडेट अविवाहित होना चाहिए.

2. उम्र सीमा

  • अगर किसी जनरल कैटेगरी कैंडिडेट एग्जाम देना चाहते हैं तो उनका उम्र 20 वर्ष से 27 वर्ष रहना चाहिए.
  • ओबीसी वर्ग कैंडिडेट का उम्र 20 वर्ष से 30 वर्ष होना आवश्यक है.
  • एससी एसटी कैंडिडेट के लिए उम्र सीमा 20 वर्ष से 32 वर्ष आवश्यक है.

3. शारीरिक योग्यता

  • पुरुष कैंडिडेट का हाइट लगभग 165 सेंटीमीटर.
  • महिला कैंडिडेट का हाइट लगभग 150 सेंटीमीटर.
  • छाती 76 सेंटीमीटर होना चाहिए.
  • अपराध जांच विभाग में शामिल होने के लिए कैंडिडेट का आंख की दृष्टि जांच किया जाता है. 
  • उनकी आंखे तेज होनी चाहिए.
  • यादाश्त तेज होना चाहिए.
  • आंखों की रोशनी 6/6 जरूरी है.

सीआईडी का गठन

जब भारत ब्रिटिश सरकार के अधीन था उसी समय इसका गठन किया गया था. पुलिस आयोग के विशेष सिफारिश पर ब्रिटिश सरकार द्वारा 1902 में इसका स्थापना किया गया था. इसका मुख्यालय पुणे महाराष्ट्र में है.

सीआईडी ऑफिसर चयन प्रक्रिया

यूपीएससी द्वारा आयोजित होने वाले सिविल सर्विसेज एग्जाम को पास करने के बाद सीआईडी ऑफिसर पद प्राप्त करते हैं. जब परीक्षा पास कर लेते हैं तो क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट ऑफिसर पोस्ट पर ज्वाइन करते हैं.

दूसरा तरीका पुलिस में या पैरामिलिट्री फोर्स में ज्वाइन करते हैं. उसके बाद अगर सही तरीके से ईमानदारी से अपना कार्य करते रहें तो उनके परफॉर्मेंस अनुसार सीआईडी विंग में शामिल किया जाएगा. यूपीएससी तीन चरणों में कंप्लीट किया जाता है.

1. लिखित परीक्षा

रिटेन एग्जाम में दो पेपर होते हैं. हर एक पेपर के लिए 2 घंटे समय मिलता है. एक पेपर 200 अंकों का रहता है. रिटेन परीक्षा के पहले पेपर में सामान्य बुद्धि, सामान्य जागरूकता, मात्रात्मक योग्यता, और अंग्रेजी का बेहतर जानकारी होनी चाहिए

क्योंकि इसी सब्जेक्ट से संबंधित क्वेश्चन पहले पेपर में पूछे जाते हैं. दूसरा पेपर 200 अंक का होता है जिसमें अंग्रेजी भाषा और उसकी समझ और मात्रात्मक योग्यता सब्जेक्ट होता है. रिटेन में नेगेटिव क्वेश्चन भी रहेगा.

2. फिजिकल टेस्ट

रिटेन एग्जाम पास करने के बाद कैंडिडेट को फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाता है. फिजिकल टेस्ट में कैंडिडेट के शारीरिक क्षमता का परीक्षा होता है. जिसमें उनका हाइट, आंखों की दृष्टि, सीना और मानसिक क्षमता का अच्छे तरीके से परीक्षण किया जाता है.

3. इंटरव्यू

फिजिकल टेस्ट में सफल हुए अभ्यर्थी को ही इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता हैं. इंटरव्यू में कैंडिडेट के बुद्धि और सूझबूझ परीक्षण किया जाता हैं. इंटरव्यू 100 अंक का होता हैं.

इंटरव्यू में जीके, रीजनिंग आदि से संबंधित क्वेश्चन पूछे जाएंगे. इस परीक्षा को अगर कैंडिडेट पास कर जाएंगे, तो सीआईडी ऑफिसर के लिए उन्हें चयनित किया जाएगा. राइटर कैसे बने 

सीआईडी ऑफिसर की सैलरी

क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट में कई पोस्ट होते हैं जिनमें कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल से लेकर एसपी, डीएसपी, आईजीपी आदि होते हैं. इसमें हर एक अधिकारी का उनके रैंक के अनुसार सैलरी मिलता हैं. वैसे पहले ज्वाइन करने के बाद सैलरी कम ही मिलता हैं.

लेकिन जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता हैं वैसे उनके सैलरी में भी बढ़ोतरी होता हैं. सीआईडी ऑफिसर को सैलरी के साथ-साथ कई तरह की सुविधाएं भी सरकार के तरफ से मिलती हैं.

  • ट्रैवल एलाउंस
  • आवास
  • महंगाई भत्ता
  • फ्री बिजली बिल
  • फ्री टेलिफोन

सीआईडी ऑफिसर का कार्य

भारत के पुलिस बल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट है. इसके हर एक अधिकारी और कर्मचारी का नेतृत्व एडीशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस करते हैं.

यह एक राज्यस्तरीय जांच एजेंसी है जिसके द्वारा किसी भी अपराध को बहुत ही बेहतर तरीके से इन्वेस्टीगेशन किया जाता है. चोरी, हत्या, अपहरण, रेप आदि जैसे संगीन अपराधों और अपराधी का कोई भी सुराग जब पुलिस द्वारा नहीं मिल पाती, तो सीआईडी ऑफिसर द्वारा गुप्त जांच किया जाता है.

जो भी इन्वेस्टिगेशन करेंगे, वह पूरे सबूत के साथ और पूरी जानकारी इकट्ठा करेंगे. इसमें जो भी सदस्य होंगे उनका कोई खास यूनिफार्म नहीं होगा.

वह हमेशा सिविल ड्रेस में ही किसी भी अपराध जांच करने जाते हैंं. सीआईडी ऑफिसर को डिटेक्टिव नाम से भी जाना जाता हैं. क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट कोई भी राज्य सरकार द्वारा या हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही कोई क्राइम इन्वेस्टिगेशन किया जाता हैं.

FAQ

Q1. सीआईडी ऑफिसर बनने के लिए कितनी बार एग्जाम दे सकते हैं?

Ans. यूपीएससी परीक्षा जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट चार बार दे सकते हैं ओबीसी कैटेगरी के उम्मीदवार 7 बार और एससी एसटी उम्मीदवार के लिए कोई लिमिट नहीं हैं.

Q2. सीआईडी में कौन कौन से पोस्ट होते हैं?

  • कांस्टेबल
  • हेड कांस्टेबल
  • सब इंस्पेक्टर 
  • इंस्पेक्टर 
  • DSP 
  • SP 
  • DIG
  • IGP
  • ADGP

Q3. क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट में कौन-कौन ब्रांच होता हैं

Ans. इसमें क्राइम इन्वेस्टिगेशन करने के लिए अलग-अलग ब्रांच बनाया गया हैं जिसके अंतर्गत आतंकवाद, धोखाधड़ी, जाली नोटों से संबंधित इन्वेस्टिगेशन किया जाता हैं.

  • डॉग स्क्वायड 
  • एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग 
  • सीबीसीआईडी 
  • टूरिज्म ह्यूमन राइट डिपार्टमेंट 
  • मिसिंग पर्सन सेल 
  • फिंगरप्रिंट ब्यूरो 
  • एंटी नारकोटिक्स सेल 
  • बैंक फ्रॉड
  • एंटी टूरिज्‍म विंग

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सारांश

क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट में शामिल होने के लिए कैंडिडेट में तेज दिमाग तेज दृष्टि होना जरूरी है. क्योंकि किसी भी क्राइम का बेहतर से बेहतर इन्वेस्टिगेशन किया जाता है.

इस लेख में सीआईडी ऑफिसर बनने के लिए क्या प्रोसेस है की जानकारी दी गई है. अगर इस जानकारी से जुड़ी किसी भी 

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